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हिमाचल में आज तक क्यों नहीं चुना गया कोई मुस्लिम विधायक ? आबादी कम होने के बावजूद सिख चेहरा बना मंत्री

हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे. हिमाचल से जुड़ा एक अनोखा रिकॉर्ड भी है. दरअसल हिमाचल में आज तक कोई मुस्लिम विधायक नहीं चुना गया है. हिमाचल में मुस्लिम आबादी भी है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ऐसा क्यों है जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर... (No Muslim MLA has been elected in Himachal)

No Muslim MLA has been elected in Himachal
No Muslim MLA has been elected in Himachal
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Published : Nov 7, 2022, 9:19 PM IST

शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होना है. हिमाचल में 68 विधानसभा सीटें हैं. 8 दिसंबर को हिमाचल में 14वीं विधानसभा की रूप रेखा तय हो जाएगी. हिमाचल से जुड़ा एक अनोखा रिकॉर्ड भी है. 1971 में राज्य गठन के बाद से हिमाचल में आज तक कोई मुस्लिम विधायक नहीं चुना गया है. हिमाचल में मुस्लिम आबादी भी है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ऐसा क्यों है ? दूसरी तरफ सिखों की आबादी मुस्लिमों से कम है लेकिन सिख चेहरे हिमाचल विधानसभा पहुंच चुके हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (Voters in Himachal) (No Muslim MLA has been elected in Himachal) (NO muslim MLA in Himachal)

हिमाचल में मुस्लिम आबादी- साल 2011 की जनगणना के मुताबिक हिमाचल की कुल आबादी 68 लाख से अधिक है. इसमें से मुस्लिम आबादी 2.1% है. इस हिसाब से प्रदेश में मुस्लिम आबादी डेढ़ लाख के करीब है जो प्रदेश के चंबा, सिरमौर, मंडी, बिलासपुर, सिरमौर और ऊपरी शिमला के इलाकों में रहती है. (Muslim population in Himachal)

आज तक क्यों नहीं बना मुस्लिम विधायक- हिमाचल में भले मुस्लिम आबादी डेढ लाख के करीब हो लेकिन ये आबादी प्रदेश के कई हिस्सों में बिखरी हुई है. इसलिये किसी एक स्थान पर इनकी आबादी इतनी कम है कि विधायक नहीं चुन सकते. यही सबसे बड़ी वजह है कि आज तक कोई भी मुस्लिम विधायक नहीं चुना गया. हिमाचल में मुस्लिम ना तो किसी लोकसभा क्षेत्र और ना ही किसी विधानसभा क्षेत्र में निर्णायक भूमिका में है. इसलिये मुस्लिम नुमाइंदा ना विधानसभा पहुंच पाया है और ना ही संसद.

मुस्लिम आबादी का बिखराव होने के साथ-साथ कोई बड़ा मुस्लिम चेहरा भी हिमाचल की सियासत में नहीं उभर पाया. यही वजह है कि किसी सियासी दल ने भी आज तक किसी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं दिया. इस बार भी सिर्फ दो मुस्लिम उम्मीदवारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा, जिसमें से एक उम्मीदवार ने नामांकन वापस ले लिया है. अब सिरमौर जिले की नाहन विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार रमजान इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार हैं. (Himachal Pradesh elections result 2022)

हिमाचल में सिख विधायक और मंत्री- हिमाचल में आबादी के लिहाज से सिखों की जनसंख्या मुस्लिमों से कम है लेकिन अब तक दो सिख चेहरे हिमाचल विधानसभा पहुंच चुके हैं. इनमें से एक सिख चेहरा हिमाचल मंत्रिमंडल का हिस्सा भी रहा है. हिमाचल में सिख आबादी करीब 1.6% है, जो कि मुस्लिम जनसंख्या से कम है. प्रदेश में सिख आबादी करीब 90 हजार है लेकिन मौजूदा समय में सोलन की दून विधानसभा से परमजीत सिंह पम्मी बीजेपी के विधायक हैं. इससे पहले हरिनारायण सैनी नालागढ़ से विधायक और मंत्री रहे हैं. दिलचस्प बात ये हैं दोनों सिख चेहरे बीजेपी की टिकट पर विधानसभा पहुंचे हैं. मौजूदा वक्त में कांग्रेस में हरदीप सिंह बावा नालागढ़ से प्रत्याशी हैं. (Sikh MLA and Minister in Himachal) (Sikh MLA in Himachal) (Sikh Minister in Himachal)

दरअसल साल 1966 में पंजाब के पुनर्गठन के बाद पंजाब से अलग होकर हरियाणा बना जबकि कुछ इलाके हिमाचल में शामिल हुए. इन इलाकों में सिख आबादी भी रहती है. सिख आबादी भले मुस्लिम जनसंख्या से कम हो लेकिन इनकी आबादी प्रदेश में सिरमौर जिले के पांवटा साहिब, ऊना, कांगड़ा और सोलन जिले में रहती है. (Himachal Pradesh Election 2022) (Himachal Pradesh poll result)

हिमाचल की जनसंख्या- साल 2011 की जनगणना (himachal census 2011) के मुताबिक हिमाचल में 50 फीसदी से अधिक आबादी सवर्ण है. 50.72 फीसदी इस आबादी में सबसे ज्यादा 32.72 फीसदी राजपूत हैं और 18 फीसदी ब्राह्मण, इसके अलावा अनुसूचित जाति की आबादी 25.22% और अनुसूचित जनजाति की आबादी 5.71% है. प्रदेश में ओबीसी 13.52 फीसदी और अल्पसंख्यक 4.83 फीसदी हैं. अल्पसंख्यकों में मुस्लिम आबादी 2.1% है. (Himachal population) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

ये भी पढ़ें: हिमाचल विधानसभा चुनाव: 412 प्रत्याशी चुनावी मैदान में, जानें कहां से सबसे ज्यादा और सबसे कम

शिमला: हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होना है. हिमाचल में 68 विधानसभा सीटें हैं. 8 दिसंबर को हिमाचल में 14वीं विधानसभा की रूप रेखा तय हो जाएगी. हिमाचल से जुड़ा एक अनोखा रिकॉर्ड भी है. 1971 में राज्य गठन के बाद से हिमाचल में आज तक कोई मुस्लिम विधायक नहीं चुना गया है. हिमाचल में मुस्लिम आबादी भी है, ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ऐसा क्यों है ? दूसरी तरफ सिखों की आबादी मुस्लिमों से कम है लेकिन सिख चेहरे हिमाचल विधानसभा पहुंच चुके हैं. (Himachal Assembly Election 2022) (Voters in Himachal) (No Muslim MLA has been elected in Himachal) (NO muslim MLA in Himachal)

हिमाचल में मुस्लिम आबादी- साल 2011 की जनगणना के मुताबिक हिमाचल की कुल आबादी 68 लाख से अधिक है. इसमें से मुस्लिम आबादी 2.1% है. इस हिसाब से प्रदेश में मुस्लिम आबादी डेढ़ लाख के करीब है जो प्रदेश के चंबा, सिरमौर, मंडी, बिलासपुर, सिरमौर और ऊपरी शिमला के इलाकों में रहती है. (Muslim population in Himachal)

आज तक क्यों नहीं बना मुस्लिम विधायक- हिमाचल में भले मुस्लिम आबादी डेढ लाख के करीब हो लेकिन ये आबादी प्रदेश के कई हिस्सों में बिखरी हुई है. इसलिये किसी एक स्थान पर इनकी आबादी इतनी कम है कि विधायक नहीं चुन सकते. यही सबसे बड़ी वजह है कि आज तक कोई भी मुस्लिम विधायक नहीं चुना गया. हिमाचल में मुस्लिम ना तो किसी लोकसभा क्षेत्र और ना ही किसी विधानसभा क्षेत्र में निर्णायक भूमिका में है. इसलिये मुस्लिम नुमाइंदा ना विधानसभा पहुंच पाया है और ना ही संसद.

मुस्लिम आबादी का बिखराव होने के साथ-साथ कोई बड़ा मुस्लिम चेहरा भी हिमाचल की सियासत में नहीं उभर पाया. यही वजह है कि किसी सियासी दल ने भी आज तक किसी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं दिया. इस बार भी सिर्फ दो मुस्लिम उम्मीदवारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा, जिसमें से एक उम्मीदवार ने नामांकन वापस ले लिया है. अब सिरमौर जिले की नाहन विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार रमजान इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार हैं. (Himachal Pradesh elections result 2022)

हिमाचल में सिख विधायक और मंत्री- हिमाचल में आबादी के लिहाज से सिखों की जनसंख्या मुस्लिमों से कम है लेकिन अब तक दो सिख चेहरे हिमाचल विधानसभा पहुंच चुके हैं. इनमें से एक सिख चेहरा हिमाचल मंत्रिमंडल का हिस्सा भी रहा है. हिमाचल में सिख आबादी करीब 1.6% है, जो कि मुस्लिम जनसंख्या से कम है. प्रदेश में सिख आबादी करीब 90 हजार है लेकिन मौजूदा समय में सोलन की दून विधानसभा से परमजीत सिंह पम्मी बीजेपी के विधायक हैं. इससे पहले हरिनारायण सैनी नालागढ़ से विधायक और मंत्री रहे हैं. दिलचस्प बात ये हैं दोनों सिख चेहरे बीजेपी की टिकट पर विधानसभा पहुंचे हैं. मौजूदा वक्त में कांग्रेस में हरदीप सिंह बावा नालागढ़ से प्रत्याशी हैं. (Sikh MLA and Minister in Himachal) (Sikh MLA in Himachal) (Sikh Minister in Himachal)

दरअसल साल 1966 में पंजाब के पुनर्गठन के बाद पंजाब से अलग होकर हरियाणा बना जबकि कुछ इलाके हिमाचल में शामिल हुए. इन इलाकों में सिख आबादी भी रहती है. सिख आबादी भले मुस्लिम जनसंख्या से कम हो लेकिन इनकी आबादी प्रदेश में सिरमौर जिले के पांवटा साहिब, ऊना, कांगड़ा और सोलन जिले में रहती है. (Himachal Pradesh Election 2022) (Himachal Pradesh poll result)

हिमाचल की जनसंख्या- साल 2011 की जनगणना (himachal census 2011) के मुताबिक हिमाचल में 50 फीसदी से अधिक आबादी सवर्ण है. 50.72 फीसदी इस आबादी में सबसे ज्यादा 32.72 फीसदी राजपूत हैं और 18 फीसदी ब्राह्मण, इसके अलावा अनुसूचित जाति की आबादी 25.22% और अनुसूचित जनजाति की आबादी 5.71% है. प्रदेश में ओबीसी 13.52 फीसदी और अल्पसंख्यक 4.83 फीसदी हैं. अल्पसंख्यकों में मुस्लिम आबादी 2.1% है. (Himachal population) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

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