मुंबई : महाराष्ट्र के भाजपा विधायक आशीष शेलार ने पूछा कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले को पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस सरकार के खिलाफ फोन टैपिंग के आरोप लगाने के लिए करीब दो साल का वक्त क्यों लगा, जबकि राज्य में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार नवंबर 2019 में ही बन गयी थी.
कांग्रेस उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तीन दलों की एमवीए सरकार का हिस्सा है.
पटोले ने आरोप लगाया था कि 2017 में उनका फोन टैप किया गया, जब फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में थी. उन्होंने राज्य विधानसभा के हाल में हुए मॉनसून सत्र के दौरान ये आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उनका फोन इस आड़ में टैप किया गया कि यह एक मादक पदार्थ के तस्कर का है.
राज्य सरकार ने पटोले के फोन टैपिंग के आरोपों की जांच के लिए अब तीन सदस्यीय समिति गठित की है. एक क्षेत्रीय समाचार चैनल से बातचीत में शेलार ने कहा, पटोले ने आरोप लगाए हैं कि पूर्ववर्ती फडणवीस सरकार ने उनके फोन कॉल टैप कराए. हालांकि, उन्होंने एमवीए सरकार बनने के दो साल बाद आरोप लगाए हैं. पिछले दो वर्षों से वह क्या कर रहे थे?
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शेलार उन 12 विधायकों में से एक हैं, जिन्हें हाल के मॉनसून सत्र के दौरान अध्यक्ष के चैम्बर में पीठासीन अधिकारी भास्कर जाधव के साथ कथित दुर्व्यवहार करने के लिए एक साल के वास्ते विधानसभा से निलंबित किया गया है.
इस बारे में शेलार ने कहा, हम शिवसेना नेता भास्कर जाधव को कोंकण क्षेत्र के ईमानदार, कठिन परिश्रमी नेता के तौर पर जानते थे. मैं भी उसी क्षेत्र से आता हूं. हालांकि, भाजपा के 12 विधायकों को विधानसभा से निलंबित करने के उनके कृत्य से ही अब उनकी छवि बिगड़ गई है.
(पीटीआई-भाषा)