नई दिल्ली : भाजपा विधायक टी. राजा का पैगंबर मुहम्मद पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद हैदराबाद में माहौल तनावपूर्ण हो गया है. नतीजन, आनन फानन में टी. राजा पर पुलिस ने कार्रवाई की और इधर, भाजपा ने भी उन्हें निष्काषित कर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया. लेकिन पूरे प्रकरण में यह देखा गया कि टी. राजा के विरोध में कई आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए और नारेबाजी में न केवल असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता बल्कि कुछ कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता भी शामिल देखे गए.
ऐसे में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) भी अब इस विवाद में कूद पड़ा है और टी. राजा के खिलाफ नारेबाजी पर कड़ी आपत्ति जतायी है. विहिप ने उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है जो 'सर तन से जुदा' जैसे नारे लगाने में शामिल थे. हालांकि, खुद ओवैसी ने भी ऐसे नारों की निंदा की लेकिन विहिप केवल निंदा तक से संतुष्ट नहीं है. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि कट्टरवाद के जहर से भरे हिंसक नारे के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए और ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
विहिप प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से कट्टरपंथियों ने कौम को ललकारने, खून की नदियां बहाने और पैगम्बर के नाम पर न जाने क्या-क्या नहीं करने की धमकी दे रहे हैं. ऐसा हिन्दू समाज को डराने और पूरे देश को जलाने की मंशा से किया जा रहा है, लेकिन इनके नेतृत्व इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. यदि केवल निंदा करने से गलती खत्म हो जाती है, तो फिर टी. राजा के बयान की भी निंदा कर घटना को भूल जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि टी. राजा सिंह के जो लोग 'सर तन से जुदा' और 'खून की नदियां' बहाने की बात करते हैं, वो भारतीय नहीं हो सकते हैं. ऐसे लोगों का भारतीय लोकतंत्र, न्याय प्रणाली और कानून व्यवस्था में कोई अधिकार नहीं होना चाहिए. विहिप ने पूरे प्रकरण पर तेलंगाना की टीआरएस सरकार को भी चेताया है और कहा है कि यदि उन्हें राज्य के कानून व्यवस्था कि चिंता है तो तत्काल नारेबाजी में शामिल दोनों पार्षदों को गिरफ्तार करना चाहिये नौर एनएसए के तहत इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर के कार्रवाई होनी चाहिए.
केंद्र सरकार से अपील करते हुए विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि टी. राजा सिंह के खिलाफ नफरती नारे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. विहिप प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि देश में जब भगवान राम और कृष्ण के जीवन और व्यवहार पर चर्चा हो सकती है, तो पैगम्बर मुहम्मद के चरित्र पर चर्चा क्यों नहीं हो सकती है? उनकी अच्छी बातें भी समाज में आनी चाहिए और जो गलत बोला जा रहा है, उस पर स्पष्टीकरण भी आना चाहिे.
दूसरी तरफ इस विवाद के बीच कॉमेडियन मुनव्वर फारुखी का हैदराबाद में शो भी विहिप के निशाने पर है. बता दें कि विरोध के बाद अलग-अलग राज्यों में मुनव्वर फारुखी के कई शो रद्द करने पड़े हैं, जबकि हैदराबाद में उनका भव्य स्वागत हुआ. हैदराबाद के माधोपुर में भी मुनव्वर फारुखी के शो का विरोध हुआ था, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई और शो भी रद्द नहीं हुआ.
विहीप का आरोप है कि मुनव्वर फारुखी हिन्दू विरोधी हैं और हिन्दू देवी-देवताओं का मखौल बनाते रहे हैं. ऐसे में उनका स्वागत किया जाना और उसी जगह पर भाजपा विधायक के कार्रवाई को दोहरा मापदंड बताया है. विनोद बंसल ने कहा कि कांग्रेस और एआईएमआईएम को भाजपा से सीख लेनी चाहिए और अपने कॉर्पोरेटर पर कार्रवाई करनी चाहिए, वरना ये मान लिया जाएगा कि वो अपने नेताओं के इन आपत्तिजनक नारों का समर्थन करते हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस के सचिव और स्थानीय पार्षद राशिद खान और एआईएमआईएम के पार्षद जफर खान पर भी भड़काऊ नारेबाजी में शामिल होने का आरोप है.