हैदराबाद: कोरोना संक्रमण काल में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र के आधारभूत ढांचे की पोल खुल गई है. अस्पताल में बेड की कमी से लेकर ऑक्सीजन और दवाओं की कमी सुर्खियों में हैं. ऐसे में सवाल है कि दुनिया का दूसरी सबसे अधिक आबादी वाले देश में स्वास्थ्य सुविधाएं कैसी हैं. यहां के राज्यों में डॉक्टरों की संख्या कितनी है, कितनी आबादी पर कितने डॉक्टर और बेड हैं, स्वास्थ्य संस्थान कितने हैं. ये वो सवाल हैं जिनके जवाब किसी प्रदेश या देश की सेहत का आइना होते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर 1000 की आबादी पर एक डॉक्टर होना चाहिए. लेकिन देश के ना के बराबर राज्य इन मानकों पर खरे उतर पाते हैं. ज्यादातर राज्यों में डॉक्टरों की कमी के साथ-साथ बेड समेत अन्य सुविधाओं का टोटा है. देश के अलग-अलग राज्यों का क्या हाल है. आइये जानते हैं.
राजस्थान
राजस्थान की आबादी करीब 7 करोड़ है और राज्य में करीब 50 हजार डॉक्टर हैं. इस हिसाब से राजस्थान में करीब 1400 लोगों पर एक डॉक्टर है. राज्य में 16 सरकारी और 8 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं. राज्यभर के अस्पतालों में करीब 1.5 लाख बेड हैं. अर्थात 466 लोगों पर एक बेड उपलब्ध है. राजस्थान के जोधपुर जिले में एम्स संचालित है.
बिहार
स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में बिहार सबसे फिसड्डी राज्यों में शुमार है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में 28 हजार से अधिक की आबादी पर एक डॉक्टर है. बिहार की आबादी 13 करोड़ से अधिक है और प्रदेश का स्वास्थ्य बजट 13,264 करोड़ रुपये है. पटना एम्स को प्रदेश का सबसे बेहतरीन अस्पताल माना जाता है.
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश का स्वास्थ्य बजट 15 हजार करोड़ से अधिक है. लगभग 7.5 करोड़ की आबादी वाले राज्य में करीब हर 2000 लोगों के लिए एक डॉक्टर है. भोपाल में एम्स के अलावा 20 मेडिकल कॉलेज, 1199 पीएचसी और 334 सीएचसी भी हैं.
झारखंड
झारखंड की आबादी करीब 4 करोड़ है और यहां करीब 18,518 लोगों पर एक डॉक्टर और करीब 2500 लोगों पर एक बेड है. ये आंकड़ा प्रदेश के स्वास्थ्य सुविधाओं की सच्चाई बयां करता है. झारखंड में 24 जिला अस्पताल, 3 सरकारी और एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी हैं. देवघर में एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है हालांकि ओपीडी सेवाएं शुरू हो चुकी हैं.
छत्तीसगढ़
करीब ढाई करोड़ से अधिक की आबादी वाले छत्तीसगढ़ में करीब 11 हजार डॉक्टर है. इस हिसाब से यहां हर 2500 लोगों पर सिर्फ एक डॉक्टर है. यहां 369 सरकारी और 62 निजी अस्पताल हैं. प्रदेश में बेड की संख्या भी 31,649 है, इस हिसाब से प्रदेश में करीब 800 लोगों पर एक बेड की व्यवस्था है.
कर्नाटक
सात करोड़ से अधिक की आबादी वाले कर्नाटक राज्य का स्वास्थ्य बजट करीब 12 हजार करोड़ का है. प्रदेश में कुल 57,844 डॉक्टर और 70 हजार बेड हैं. इस हिसाब से कर्नाटक में हर 1200 लोगों पर एक डॉक्टर और हर 1000 लोगों पर एक बेड की व्यवस्था है.
तमिलनाडु
तमिलनाडु की आबादी करीब 7 करोड़ है और यहां हर हजार लोगों की आबादी पर करीब 2 डॉक्टर हैं. यहां 15 मेडिकल कॉलेज समेत 44 अस्पताल है जबकि 29 जिला अस्पताल, 235 एसडीएचएस, 8706 सीएचसी, 1421 पीएचसी भी हैं. राज्य में 61000 से अधिक बेड हैं. राज्य में स्वास्थ्य का बजट 19420 करोड़ है. तमिलनाडु में एम्स का निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है.
केरल
दक्षिण भारत के राज्य केरल को स्वास्थ्य सुविधाओं और खासकर प्रति हजार लोगों पर डॉक्टरों की संख्या के लिहाज से अव्वल कहा जा सकता है. केरल की आबादी करीब 3.5 करोड़ है और यहां हर 400 लोगों पर एक डॉक्टर है. केरल में 7 सरकारी मेडिकल कॉलेज के अलावा 58 सरकारी अस्पताल हैं वहीं 225 से अधिक निजी अस्पताल हैं.
हिमाचल प्रदेश
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की आबादी करीब 70 लाख है और इसका स्वास्थ्य बजट 3 हजार करोड़ से अधिक है. प्रदेश में करीब 3470 की आबादी पर एक डॉक्टर है. हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एम्स का निर्माण कार्य चल रहा है.
महाराष्ट्र
12 करोड़ से अधिक की आबादी वाले महाराष्ट्र में डॉक्टरों की संख्या 1,10,000 है. इस हिसाब से महाराष्ट्र में हर 1100 लोगों पर एक डॉक्टर है. महाराष्ट्र में हर डेढ़ करोड़ की आबादी पर 30 हजार बेड हैं. प्रदेश में 72 सरकारी और 142 निजी अस्पताल हैं. महाराष्ट्र का स्वास्थ्य बजट 7500 करोड़ रुपये है. महाराष्ट्र के नागपुर में एम्स अस्पताल है.
उत्तराखंड
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड का स्वास्थ्य बजट 3320 करोड़ रुपये है. प्रदेश में करीब 2500 डॉक्टर्स हैं. उत्तराखंड की आबादी करीब 1.15 करोड़ है. इस हिसाब से करीब 4600 की आबादी पर एक डॉक्टर है. राज्य में निजी और सरकारी अस्पतालों की कुल संख्या 135 हैं, जिनमें 11,600 बेड हैं. उत्तराखंड के ऋषिकेश में एम्स है.
जम्मू कश्मीर
जम्मू कश्मीर में कुल 3289 स्वास्थ्य केंद्र हैं. जिनमें 20 जिला अस्पताल, 77 सामुदायिक केंद्र, 6 आपातकालीन अस्पताल, 427 प्राथमिक, 2013 उपकेंद्र और 9 मातृत्व और शिशु केंद्र हैं. इसके अलावा यहां करीब 50 निजी स्वास्थ्य केंद्र भी हैं. जम्मू-कश्मीर में कुल 3225 डॉक्टर और करीब 1300 बेड हैं. जम्मू कश्मीर की आबादी के हिसाब से यहां 1880 लोगों पर एक डॉक्टर है.
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