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ताजमहल के ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव, पढ़ें खबर - ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव किया है. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि 'लपके' लगातार इसका दुरुपयोग कर रहे थे. जिसका खामियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ रहा था.

tourist name and id on taj mahal ticket
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने टिकटों में किया बदलाव
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Published : Nov 29, 2020, 3:49 PM IST

आगरा : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव किया है. बता दें, एक बार में अब सिर्फ पांच ऑनलाइन टिकट ही बन सकेंगे. वहीं, टिकटों पर पर्यटक का नाम और आईडी नंबर भी दर्ज होगा. टिकटों की कालाबाजारी और पर्यटकों की परेशानी के चलते एएसआई ने यह कदम उठाया है. मगर, एएसआई मुख्यालय ने ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग अभी भी 5000 ही रखी है. एएसआई अधिकारियों का दावा है कि इस नई व्यवस्था से टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. वहीं, पर्यटकों से अपील है कि वे ऑनलाइन टिकट बुक करके ही ताजमहल का दीदार करने आएं.

एएसआई ने कोरोना संक्रमण की वजह से 188 दिन तक ताजमहल और आगरा का किला बंद रखा. देशभर के स्मारक कोरोना के चलते 17 मार्च 2020 को पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए थे. इसके बाद धीरे-धीरे स्मारक अनलॉक किए गए. 21 सितंबर 2020 को ताजमहल और किला पर्यटकों के लिए अनलॉक किया गया. कोरोना प्रोटोकॉल के कारण ताजमहल पर कैपिंग सिस्टम बनाया गया है. दो शिफ्ट में 5000 हजार पर्यटकों को ही ताजमहल में एंट्री दी जाती है.

यूं उठाया कदम

वीकेंड पर हमेश ताजमहल देखने वाले पर्यटकों के टिकटों की मारामारी हो रही है. 'लपके' टिकटों की कालाबाजारी कर रहे थे, जिससे पर्यटकों को काफी नुकसान हो रहा था. टिकट नहीं मिलने से ताजमहल का दीदार किए बगैर पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ रहा था. इसको लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं. पर्यटकों की समस्या देखकर एएसआई ने दिल्ली मुख्यालय को ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग बढ़ाने और ऑनलाइन टिकट में बदलाव करने की मांग की थी.

एक बार में पांच टिकट

एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग में अब पर्यटकों को अपना नाम दर्ज करना होगा. परिवार के मुखिया या ग्रुप लीडर का पहचान पत्र नंबर भी दर्ज करना होगा. एक बार में 5 से ज्यादा टिकट नहीं बनेंगे.

पढ़ें: एक देश, एक चुनाव : क्या कहता है संविधान, कब छिड़ी थी बहस

आईडी भी जरूरी

एएसआई की ओर से अब ऑनलाइन टिकट के लिए आईडी दर्ज करनी होगी. ताजमहल के ऑनलाइन टिकट के लिए पहचान पत्र (आईडी) को निश्चित कर दिया है. ऑनलाइन टिकट के लिए एएसआई की वेबसाइट और एप पर टिकट बनाते समय आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और अन्य तमाम पहचान पत्र का नंबर लिखना होगा. टिकट पर पर्यटक का नाम भी होगा, ताकि टिकटों की कालाबाजारी नहीं हो सके.

आगरा में ताजमहल का दीदार करने आने वाले पर्यटक अब घर से ही एडवांस में ताजमहल का टिकट बुक कर सकते हैं. इससे उन्हें आगरा आकर मायूस नहीं होना पड़ेगा. ऑनलाइन टिकट के साथ ही पर्यटकों को अब एंट्री के समय आईकार्ड भी दिखाना होगा.

आगरा : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने ताजमहल समेत अन्य स्मारकों के ऑनलाइन टिकट सिस्टम में बदलाव किया है. बता दें, एक बार में अब सिर्फ पांच ऑनलाइन टिकट ही बन सकेंगे. वहीं, टिकटों पर पर्यटक का नाम और आईडी नंबर भी दर्ज होगा. टिकटों की कालाबाजारी और पर्यटकों की परेशानी के चलते एएसआई ने यह कदम उठाया है. मगर, एएसआई मुख्यालय ने ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग अभी भी 5000 ही रखी है. एएसआई अधिकारियों का दावा है कि इस नई व्यवस्था से टिकटों की कालाबाजारी रुकेगी. वहीं, पर्यटकों से अपील है कि वे ऑनलाइन टिकट बुक करके ही ताजमहल का दीदार करने आएं.

एएसआई ने कोरोना संक्रमण की वजह से 188 दिन तक ताजमहल और आगरा का किला बंद रखा. देशभर के स्मारक कोरोना के चलते 17 मार्च 2020 को पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए थे. इसके बाद धीरे-धीरे स्मारक अनलॉक किए गए. 21 सितंबर 2020 को ताजमहल और किला पर्यटकों के लिए अनलॉक किया गया. कोरोना प्रोटोकॉल के कारण ताजमहल पर कैपिंग सिस्टम बनाया गया है. दो शिफ्ट में 5000 हजार पर्यटकों को ही ताजमहल में एंट्री दी जाती है.

यूं उठाया कदम

वीकेंड पर हमेश ताजमहल देखने वाले पर्यटकों के टिकटों की मारामारी हो रही है. 'लपके' टिकटों की कालाबाजारी कर रहे थे, जिससे पर्यटकों को काफी नुकसान हो रहा था. टिकट नहीं मिलने से ताजमहल का दीदार किए बगैर पर्यटकों को मायूस लौटना पड़ रहा था. इसको लेकर लगातार शिकायतें आ रही थीं. पर्यटकों की समस्या देखकर एएसआई ने दिल्ली मुख्यालय को ताजमहल पर पर्यटकों की कैपिंग बढ़ाने और ऑनलाइन टिकट में बदलाव करने की मांग की थी.

एक बार में पांच टिकट

एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग में अब पर्यटकों को अपना नाम दर्ज करना होगा. परिवार के मुखिया या ग्रुप लीडर का पहचान पत्र नंबर भी दर्ज करना होगा. एक बार में 5 से ज्यादा टिकट नहीं बनेंगे.

पढ़ें: एक देश, एक चुनाव : क्या कहता है संविधान, कब छिड़ी थी बहस

आईडी भी जरूरी

एएसआई की ओर से अब ऑनलाइन टिकट के लिए आईडी दर्ज करनी होगी. ताजमहल के ऑनलाइन टिकट के लिए पहचान पत्र (आईडी) को निश्चित कर दिया है. ऑनलाइन टिकट के लिए एएसआई की वेबसाइट और एप पर टिकट बनाते समय आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड और अन्य तमाम पहचान पत्र का नंबर लिखना होगा. टिकट पर पर्यटक का नाम भी होगा, ताकि टिकटों की कालाबाजारी नहीं हो सके.

आगरा में ताजमहल का दीदार करने आने वाले पर्यटक अब घर से ही एडवांस में ताजमहल का टिकट बुक कर सकते हैं. इससे उन्हें आगरा आकर मायूस नहीं होना पड़ेगा. ऑनलाइन टिकट के साथ ही पर्यटकों को अब एंट्री के समय आईकार्ड भी दिखाना होगा.

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