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क्या जनवरी 2024 में होगा राम मंदिर का उद्घाटन, जानें काशी के विद्वान ने मुहूर्त को लेकर क्या कहा

राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को लेकर तमाम मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि मकर संक्रांति या फिर 1 जनवरी को उद्घाटन हो सकता है. लेकिन, क्या सच में इन तारीखों पर ही राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का पूजन संपन्न होगा? आईए इस सवाल का जवाब गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से जानते हैं, जिन्होंने राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन का मुहूर्त निकाला था.

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Published : Apr 24, 2023, 8:10 PM IST

वाराणसी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से ईटीवी भारत की खास बातचीत

वाराणसी: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. राम मंदिर निर्माण को लेकर हाल ही में राम मंदिर न्यास की तरफ से तस्वीरें भी साझा की गईं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. तेजी से चल रहे काम के बीच यह कयास भी लगाए जाने लगे हैं कि जनवरी 2024 में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न होगा. यह उद्घाटन समारोह वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में हुए उद्घाटन समारोह से भी ज्यादा भव्य करने की तैयारी की जा रही है.

इसे लेकर काशी के उन विद्वानों से संपर्क साधा गया है, जिन्होंने राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन का मुहूर्त निकाला था. हालांकि उस मुहूर्त को लेकर भी कई सवाल उठे थे और यह कहा गया था कि जो मुहूर्त निकला है, वह काम में बाधा उत्पन्न करेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और वाराणसी के प्रख्यात विद्वान और ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ की तरफ से निकाले गए मुहूर्त पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमिपूजन और शिलान्यास का काम संपन्न किया था.

वाराणसी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ राम मंदिर निर्माण को लेकर तमाम शास्त्रीय पहलुओं पर लगातार अपने विचार देते रहे हैं. इसे लेकर हाल ही में न्यास से जुड़े स्वामी गोविंद देव गिरी का एक वाट्सएप मैसेज भी उनको मिला है, जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा है कि "भगवान श्री राम जी की कृपा से अयोध्या के जन्म भूमि स्थान पर बने नूतन भव्य मंदिर में श्री रामलला विराजमान होने का समय समीप आ रहा है. इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं रामलला के नूतन बड़े विग्रह की स्थिर प्रतिष्ठा अब सन्निकट है. आपसे प्रार्थना है कि आगामी जनवरी 2024 मार्च में दिनांक 25 के पूर्व इन कार्यों के लिए योग्य सर्वोत्तम मुहूर्त प्रेषित करने की कृपा करें. वरीयता क्रम से प्रतिष्ठा के तीन मुहूर्त भेजें ताकि उनमें से हम योग्यतम सुविधा पूर्वक चयन कर सकें."

राम मंदिर न्यास की तरफ से आए इस मैसेज की जानकारी ईटीवी भारत के पास होने के बाद हमने गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से सीधे संपर्क किया और उनसे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर होने वाले पूजन पाठ और मुहूर्त के संदर्भ में जानकारी भी हासिल की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास मुहूर्त को लेकर कोई ऑथेंटिक सवाल नहीं पूछा गया है. स्वामी गोविंद देव गिरी के नाम से एक संदेश जरूर आया है, लेकिन मेरे लिए अभी कोई पत्र या अन्य चीजें न्यास की तरफ से नहीं भेजी गई है. जिसमें मुझसे मुहूर्त के संदर्भ में कोई सवाल किया जाए, लेकिन यह जरूर है कि मेरे द्वारा राम मंदिर भूमि पूजन और शिलान्यास का मुहूर्त निकाला गया था. जिस पर सवाल उठे, लेकिन वह मुहूर्त बिल्कुल सही था जिसकी वजह से आज एकदम समय पर काम पूर्ण हो रहा है.

गणेश्वर शास्त्री का कहना है कि राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को लेकर जो कयास 1 से 14 जनवरी के बीच के लगाए जा रहे हैं, वह बिल्कुल संभव ही नहीं है, क्योंकि मुझसे तीन मुहूर्त की अपेक्षा की जा रही है. इसलिए जो भी मुहूर्त होगा वह 1 जनवरी से 14 जनवरी के बीच कदापि नहीं हो सकता. इसकी बड़ी वजह यह है कि इस दौरान खरमास होता है. मकर संक्रांति के अगले दिन अतिरिक्त खाली दिवस होता है, यानी 15 जनवरी को भी किसी तरह का मुहूर्त नहीं दिया जा सकता है. 15 जनवरी के बाद ही कोई मुहूर्त देना संभव हो पाएगा.

गणेश्वर शास्त्री का कहना है कि अब राजकाज है और मुझसे यदि 25 जनवरी के पहले का मुहूर्त मांगा जाता है तो स्थिति परिस्थितियों के अनुसार निकालकर वह बताई जाएगी. फिलहाल 14 जनवरी तक तो किसी भी तरह से उद्घाटन समारोह का पूजन होना संभव ही नहीं है. हालांकि, संदर्भ में गणेश्वर शास्त्री से जुड़े उनके करीबियों और शिष्यों ने 22 और 24 जनवरी की 2 तारीख मुहूर्त के लिए निकाले जाने की बात भी बताई है. हालांकि गणेश्वर शास्त्री अभी इन बातों को स्पष्ट तौर पर नहीं बोल रहे हैं और न्यास की तरफ से ही चीजें स्पष्ट करने की बात कर रहे हैं. लेकिन ईटीवी भारत के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक 1 से 14 जनवरी के बीच किसी भी हाल में राम मंदिर उद्घाटन पूजन संभव नहीं है और 22 या 24 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के साथ भव्यता से पूजन का कार्य मुहूर्त के साथ आगे बढ़ाया जा सकता है.

ये भी पढ़ेंः सीएम योगी आदित्यनाथ बोले, गुंडा टैक्स वसूलने वालों की गर्मी उतर गई, यूपी में सबकुछ चंगा

वाराणसी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से ईटीवी भारत की खास बातचीत

वाराणसी: अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. राम मंदिर निर्माण को लेकर हाल ही में राम मंदिर न्यास की तरफ से तस्वीरें भी साझा की गईं, जो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. तेजी से चल रहे काम के बीच यह कयास भी लगाए जाने लगे हैं कि जनवरी 2024 में राम मंदिर का भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न होगा. यह उद्घाटन समारोह वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में हुए उद्घाटन समारोह से भी ज्यादा भव्य करने की तैयारी की जा रही है.

इसे लेकर काशी के उन विद्वानों से संपर्क साधा गया है, जिन्होंने राम मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन का मुहूर्त निकाला था. हालांकि उस मुहूर्त को लेकर भी कई सवाल उठे थे और यह कहा गया था कि जो मुहूर्त निकला है, वह काम में बाधा उत्पन्न करेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और वाराणसी के प्रख्यात विद्वान और ज्योतिषाचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ की तरफ से निकाले गए मुहूर्त पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमिपूजन और शिलान्यास का काम संपन्न किया था.

वाराणसी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ राम मंदिर निर्माण को लेकर तमाम शास्त्रीय पहलुओं पर लगातार अपने विचार देते रहे हैं. इसे लेकर हाल ही में न्यास से जुड़े स्वामी गोविंद देव गिरी का एक वाट्सएप मैसेज भी उनको मिला है, जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा है कि "भगवान श्री राम जी की कृपा से अयोध्या के जन्म भूमि स्थान पर बने नूतन भव्य मंदिर में श्री रामलला विराजमान होने का समय समीप आ रहा है. इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं रामलला के नूतन बड़े विग्रह की स्थिर प्रतिष्ठा अब सन्निकट है. आपसे प्रार्थना है कि आगामी जनवरी 2024 मार्च में दिनांक 25 के पूर्व इन कार्यों के लिए योग्य सर्वोत्तम मुहूर्त प्रेषित करने की कृपा करें. वरीयता क्रम से प्रतिष्ठा के तीन मुहूर्त भेजें ताकि उनमें से हम योग्यतम सुविधा पूर्वक चयन कर सकें."

राम मंदिर न्यास की तरफ से आए इस मैसेज की जानकारी ईटीवी भारत के पास होने के बाद हमने गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ से सीधे संपर्क किया और उनसे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर होने वाले पूजन पाठ और मुहूर्त के संदर्भ में जानकारी भी हासिल की. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास मुहूर्त को लेकर कोई ऑथेंटिक सवाल नहीं पूछा गया है. स्वामी गोविंद देव गिरी के नाम से एक संदेश जरूर आया है, लेकिन मेरे लिए अभी कोई पत्र या अन्य चीजें न्यास की तरफ से नहीं भेजी गई है. जिसमें मुझसे मुहूर्त के संदर्भ में कोई सवाल किया जाए, लेकिन यह जरूर है कि मेरे द्वारा राम मंदिर भूमि पूजन और शिलान्यास का मुहूर्त निकाला गया था. जिस पर सवाल उठे, लेकिन वह मुहूर्त बिल्कुल सही था जिसकी वजह से आज एकदम समय पर काम पूर्ण हो रहा है.

गणेश्वर शास्त्री का कहना है कि राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को लेकर जो कयास 1 से 14 जनवरी के बीच के लगाए जा रहे हैं, वह बिल्कुल संभव ही नहीं है, क्योंकि मुझसे तीन मुहूर्त की अपेक्षा की जा रही है. इसलिए जो भी मुहूर्त होगा वह 1 जनवरी से 14 जनवरी के बीच कदापि नहीं हो सकता. इसकी बड़ी वजह यह है कि इस दौरान खरमास होता है. मकर संक्रांति के अगले दिन अतिरिक्त खाली दिवस होता है, यानी 15 जनवरी को भी किसी तरह का मुहूर्त नहीं दिया जा सकता है. 15 जनवरी के बाद ही कोई मुहूर्त देना संभव हो पाएगा.

गणेश्वर शास्त्री का कहना है कि अब राजकाज है और मुझसे यदि 25 जनवरी के पहले का मुहूर्त मांगा जाता है तो स्थिति परिस्थितियों के अनुसार निकालकर वह बताई जाएगी. फिलहाल 14 जनवरी तक तो किसी भी तरह से उद्घाटन समारोह का पूजन होना संभव ही नहीं है. हालांकि, संदर्भ में गणेश्वर शास्त्री से जुड़े उनके करीबियों और शिष्यों ने 22 और 24 जनवरी की 2 तारीख मुहूर्त के लिए निकाले जाने की बात भी बताई है. हालांकि गणेश्वर शास्त्री अभी इन बातों को स्पष्ट तौर पर नहीं बोल रहे हैं और न्यास की तरफ से ही चीजें स्पष्ट करने की बात कर रहे हैं. लेकिन ईटीवी भारत के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक 1 से 14 जनवरी के बीच किसी भी हाल में राम मंदिर उद्घाटन पूजन संभव नहीं है और 22 या 24 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह के साथ भव्यता से पूजन का कार्य मुहूर्त के साथ आगे बढ़ाया जा सकता है.

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