हैदराबाद : श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामत्री चंपत राय ने जारी बयान में कहा कि यह आरोप (धोखाधड़ी के) भ्रामक और राजनीतिक घृणा से प्रेरित हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अब तक जितनी जमीनें खरीदी हैं, सभी खुले बाजार भाव से काफी कम कीमत पर खरीदी गई हैं.
उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के क्रय-विक्रय का यह कार्य आपस के संवाद व परस्पर पूर्ण सहमति के आधार पर किया जा रहा है. सहमित के बाद सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होते हैं. प्रेस वक्तव्य के माध्यम से कहा कि सभी प्रकार के कोर्ट फीस व स्टैम्प पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जा रही है.
सहमति पत्र के आधार पर भूमि की खरीदारी की जा रही है. उसी के अनुसार संपूर्ण मूल्य विक्रेता के खाते में ऑनलाइन स्थानांतरित किया जाता है. कहा कि जिस भूखंड को लेकर बयानबाजी की जा रही है, वह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भी जमीन क्रय की है, वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी गई है.
उक्त भूमि को खरीदने के लिए वर्तमान विक्रेतागणों ने वर्षों पूर्व जिस मूल्य पर अनुबंध किया था, उस भूमि को उन्होंने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया और ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया. चंपत राय ने कहा वक्तव्य के माध्यम से कहा कि जो कतिपय राजनीतिक लोग इस संबंध में प्रचार करा रहे हैं, वह भ्रामक है. समाज को गुमराह करने के लिए है. संबंधित व्यक्ति राजनीतिक हैं, इसलिए राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित हैं.
कांग्रेस ने भी लगाए आरोप
आप व सपा के बाद कांग्रेस ने भी आरोप लगाया कि भगवान राम के नाम पर दान लेकर घोटाला किया जा रहा है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया और लिखा कि हे राम, ये कैसे दिन. आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं. बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं. सवाल है कि दो करोड़ में खरीदी जमीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को ₹18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है.कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुंओर!'
(इनपुट्-एएनआई-पीटीआई)