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Ginger Ale: मोदी तो शराब नहीं पीते हैं, फिर भी बाइडेन ने ड्रिंक वाला ग्लास थमा दिया - कैसे बनता है जिंजर ऐल

अमेरिका गए प्रधानमंत्री मोदी की मेजबानी में जो बाइडेन और नरेंद्र मोदी के हाथों में एक जाम नजर आया. जो इस वक्त काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. सबको पता है कि प्रधानमंत्री मोदी शराब नहीं पीते, तो आखिर क्या था उनके हाथों में. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

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Ginger Ale
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Published : Jun 23, 2023, 5:10 PM IST

Updated : Jun 23, 2023, 7:16 PM IST

हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा को हर मायने में भारत के लिए अहम माना जा रहा है. गुरुवार को जब नरेंद्र मोदी व्हाईट हाउस पहुंचे तो उनका स्वागत काफी गर्मजोशी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी और अमेरिका की प्रथम महिला डॉक्टर जिल बाइडेन ने किया.

मोदी की मेजबानी में स्टेट डिनर का आयोजन किया गया था, जिसकी शुरुआत में यूएस राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री के हाथों में जिंजर ऐल था. काफी लोग सोच रहे थे कि ये शराब या अल्कोहल होता है, लेकिन इसमें अल्कोहल बिल्कुल भी नहीं होता है. बाइडेन ने हालांकि चीयर्स करते समय यह साफ कर दिया था कि ना हीं वो और ना ही नरेंद्र मोदी शराब पीते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए अच्छी बात यह है कि हम दोनों ही ड्रिंक नहीं करते हैं. अब बहुत से लोगों के दिमाग में यह आ रहा होगा कि आखिर जिंजर ऐल होता क्या है?

क्या होता है जिंजर ऐल

जिंजर ऐल (Ginger Ale) एक पॉपुलर गेस्ट्रोआर्टिकल ड्रिंक है, जिसे आमतौर पर अल्कोहल न होने के कारण समय-समय पर ग्राउन-अप ड्रिंक के रूप में सेवन किया जाता है. इसका मुख्य घटक जिंजर यानी अदरक होता है, जो एक सुंदर ख़ुशबूदार मसाला होता है और उसे दस्ती, गेल अदरक या ख़ुशबूदार अदरक के नाम से भी जाना जाता है.

कैसे बनता है जिंजर ऐल (Ginger Ale)

जिंजर एल को मुख्य रूप से दो तरह से बनाया जाता है. पहला तरीका है कि जिंजर से इसका रस निकालकर उसे कार्बोनेटेड पानी और मीठे मिश्रण के साथ मिलाया जाता है. दूसरा तरीका है कि जिंजर रूट से बने पाउडर को पानी और फलों के रस के साथ मिलाया जाता है. इन दोनों विधियों से बनी जिंजर ऐल को आमतौर पर बोतलों में डालकर ठंडा करके परोसा जाता है.

कैसा होता है स्वाद

जिंजर ऐल का सेवन बहुत सारे लोगों को मज़ेदार और ताजगी भरी ड्रिंक की तरह लगता है. इसका स्वाद थोड़ा मसालेदार होता है, जिसे अदरक की मिठास व ताजग़ी बढ़ाती है. जिंजर ऐल में अदरक के साथ-साथ चीनी, नींबू का रस, सोडा और अन्य स्वाद वाले पदार्थ भी मिलाए जाते हैं. इसका थोड़ा गैसीपन उसे आकर्षक और आनंददायक बनाता है.

यह ड्रिंक अक्सर सोडा पानी और आकर्षक स्वाद की वजह से एक नॉन-अल्कोहलिक विकल्प के रूप में प्रयोग होता है, जिसे बच्चे और कुछ वयस्क काफी पसंद करते हैं. हालांकि, यह कहा जा सकता है कि जिंजर ऐल जिस रूप में बनाई जाती है, वह देश और कंपनी के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती है. भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसे पीकर इस पर चर्चा शुरू करा दी है. हो सकता है कि अब यह आने वाले दिनों में भारत में भी आसानी से उपलब्ध हो.

पीएम मोदी के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोजन की भव्य तैयारियां की गईं. इस रात्रिभोजन में दुनिया भर के प्रसिद्ध लोगों ने भाग लिया. इस शाही डिनर के लिए खास मेन्यू तैयार किया गया था. रात्रि भोजन के अंत में मेहमानों को रेड वाइन परोसी गई. इस वाइन का गुजरात से खास कनेक्शन है.

व्हाइट हाउस में रात्रिभोजन के अंत में 'पटेल रेड ब्लेंड 2019' परोसा गया. इस कंपनी की शुरुआत राज पटेल ने की है. गुजरात में जन्मे राज पटेल 1972 में अमेरिका चले गए. अमेरिका में उन्होंने यूसी डेविस में अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर रॉबर्ट मोंडावी वाइनरी में इंटर्नशिप की. वर्ष 2000 में उन्होंने अपनी वाइन का उत्पादन शुरू किया. वर्तमान में उनकी वाइनरी लगभग 1000 कैन बनाती है. कीमत की बात करें तो इस वाइन की एक बोतल की कीमत 75 डॉलर यानी करीब 6000 रुपये है. पटेल रेड ब्लेंड 2019 राज पटेल के स्वामित्व वाली नापा वैली वाइनरी का एक उत्पाद है. इसकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह विशेष रेड वाइन ब्लैक चेरी, क्रश्ड कोको, ब्लैक प्लम, प्लम, चेरी और रास्पबैरी से बनाई जाती है.

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हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा को हर मायने में भारत के लिए अहम माना जा रहा है. गुरुवार को जब नरेंद्र मोदी व्हाईट हाउस पहुंचे तो उनका स्वागत काफी गर्मजोशी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी और अमेरिका की प्रथम महिला डॉक्टर जिल बाइडेन ने किया.

मोदी की मेजबानी में स्टेट डिनर का आयोजन किया गया था, जिसकी शुरुआत में यूएस राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री के हाथों में जिंजर ऐल था. काफी लोग सोच रहे थे कि ये शराब या अल्कोहल होता है, लेकिन इसमें अल्कोहल बिल्कुल भी नहीं होता है. बाइडेन ने हालांकि चीयर्स करते समय यह साफ कर दिया था कि ना हीं वो और ना ही नरेंद्र मोदी शराब पीते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए अच्छी बात यह है कि हम दोनों ही ड्रिंक नहीं करते हैं. अब बहुत से लोगों के दिमाग में यह आ रहा होगा कि आखिर जिंजर ऐल होता क्या है?

क्या होता है जिंजर ऐल

जिंजर ऐल (Ginger Ale) एक पॉपुलर गेस्ट्रोआर्टिकल ड्रिंक है, जिसे आमतौर पर अल्कोहल न होने के कारण समय-समय पर ग्राउन-अप ड्रिंक के रूप में सेवन किया जाता है. इसका मुख्य घटक जिंजर यानी अदरक होता है, जो एक सुंदर ख़ुशबूदार मसाला होता है और उसे दस्ती, गेल अदरक या ख़ुशबूदार अदरक के नाम से भी जाना जाता है.

कैसे बनता है जिंजर ऐल (Ginger Ale)

जिंजर एल को मुख्य रूप से दो तरह से बनाया जाता है. पहला तरीका है कि जिंजर से इसका रस निकालकर उसे कार्बोनेटेड पानी और मीठे मिश्रण के साथ मिलाया जाता है. दूसरा तरीका है कि जिंजर रूट से बने पाउडर को पानी और फलों के रस के साथ मिलाया जाता है. इन दोनों विधियों से बनी जिंजर ऐल को आमतौर पर बोतलों में डालकर ठंडा करके परोसा जाता है.

कैसा होता है स्वाद

जिंजर ऐल का सेवन बहुत सारे लोगों को मज़ेदार और ताजगी भरी ड्रिंक की तरह लगता है. इसका स्वाद थोड़ा मसालेदार होता है, जिसे अदरक की मिठास व ताजग़ी बढ़ाती है. जिंजर ऐल में अदरक के साथ-साथ चीनी, नींबू का रस, सोडा और अन्य स्वाद वाले पदार्थ भी मिलाए जाते हैं. इसका थोड़ा गैसीपन उसे आकर्षक और आनंददायक बनाता है.

यह ड्रिंक अक्सर सोडा पानी और आकर्षक स्वाद की वजह से एक नॉन-अल्कोहलिक विकल्प के रूप में प्रयोग होता है, जिसे बच्चे और कुछ वयस्क काफी पसंद करते हैं. हालांकि, यह कहा जा सकता है कि जिंजर ऐल जिस रूप में बनाई जाती है, वह देश और कंपनी के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती है. भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति ने इसे पीकर इस पर चर्चा शुरू करा दी है. हो सकता है कि अब यह आने वाले दिनों में भारत में भी आसानी से उपलब्ध हो.

पीएम मोदी के लिए आयोजित राजकीय रात्रिभोजन की भव्य तैयारियां की गईं. इस रात्रिभोजन में दुनिया भर के प्रसिद्ध लोगों ने भाग लिया. इस शाही डिनर के लिए खास मेन्यू तैयार किया गया था. रात्रि भोजन के अंत में मेहमानों को रेड वाइन परोसी गई. इस वाइन का गुजरात से खास कनेक्शन है.

व्हाइट हाउस में रात्रिभोजन के अंत में 'पटेल रेड ब्लेंड 2019' परोसा गया. इस कंपनी की शुरुआत राज पटेल ने की है. गुजरात में जन्मे राज पटेल 1972 में अमेरिका चले गए. अमेरिका में उन्होंने यूसी डेविस में अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर रॉबर्ट मोंडावी वाइनरी में इंटर्नशिप की. वर्ष 2000 में उन्होंने अपनी वाइन का उत्पादन शुरू किया. वर्तमान में उनकी वाइनरी लगभग 1000 कैन बनाती है. कीमत की बात करें तो इस वाइन की एक बोतल की कीमत 75 डॉलर यानी करीब 6000 रुपये है. पटेल रेड ब्लेंड 2019 राज पटेल के स्वामित्व वाली नापा वैली वाइनरी का एक उत्पाद है. इसकी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यह विशेष रेड वाइन ब्लैक चेरी, क्रश्ड कोको, ब्लैक प्लम, प्लम, चेरी और रास्पबैरी से बनाई जाती है.

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Last Updated : Jun 23, 2023, 7:16 PM IST
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