कोलकाता : पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (डब्ल्यूबीएसएससी) के रिकॉर्ड के मुताबिक सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की सबसे ज्यादा अवैध भर्तियां अंग्रेजी के लिए की गई हैं. गुरुवार दोपहर कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय के निर्देश के बाद डब्ल्यूबीएसएससी ने अपनी वेबसाइट पर उन 183 उम्मीदवारों के नामों की सूची प्रकाशित की, जिनकी अवैध रूप से नियुक्ति की गई थी. सूची के अनुसार सबसे अधिक 57 अवैध भर्तियां अंग्रेजी विषय के लिए की गई थीं. उसके बाद भूगोल - 30, जीवन विज्ञान - 22, बंगाली - 21, गणित और भौतिक विज्ञान - 18-18 और इतिहास में 17 नियुक्तियां की गईं.
डब्ल्यूबीएसएससी से इन नामों को आयोग की वेबसाइट पर प्रकाशित करने के अलावा, न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने अवैध रूप से नियुक्त शिक्षकों की सेवाओं को समाप्त करने के लिए उठाए गए कदमों पर भी स्पष्टीकरण मांगा है. इस बीच आयोग ने 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए अवैध भर्तियों की संख्या 183 आंकी है. शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस पर अदालत को एक अलग सूची सौंपी है. इसमें अवैध नियुक्तियों का आंकड़ा 952 बताया गया है.
न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने गुरुवार को तीन पक्षों- सीबीआई, डब्ल्यूबीएसएससी और याचिकाकर्ताओं के वकीलों से कहा कि वे मामले में तीन दिसंबर को एक साथ बैठें, ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट और जब्त या बरामद हार्ड डिस्क जैसे दस्तावेजों पर बात करें. उन्होंने सीबीआई को संयुक्त निष्कषों के परिणाम पर अपनी पीठ को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया है. निर्देश जारी करते हुए न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय ने डब्ल्यूबीएसएससी और सीबीआई से न डरने के लिए कहा.
ये भी पढे़ं : रेप का आरोप लगने पर मजबूरन की थी शादी, DNA जांच से पांच साल बाद बेदाग साबित हुआ युवक