बांकुरा: राज्य स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षा की गुणवत्ता और निरंतरता में सुधार के लिए कई योजनाएं लागू कीं, लेकिन ऐसा लगता है कि बांकुरा के शिक्षा विभाग ने उस पर ध्यान नहीं दिया. यहां स्कूल के एकमात्र गेस्ट टीचर एक दुर्घटना के बाद बिस्तर पर हैं. नतीजतन स्कूल बंद है. न तो पढ़ाई हो रही है और न ही परीक्षा हो रही है.
मामला बांकुरा जिले के तालडांगरा ब्लॉक के सतमौली चंदबिला जूनियर हाई स्कूल का है. करीब सात-आठ महीने से स्कूल बंद है. छात्रों की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं. स्थानीय निवासियों सहित अभिभावकों ने अविलंब शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की है.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, स्कूल के एकमात्र गेस्ट टीचर अमिय चक्रवर्ती कई महीनों से बीमार हैं और तब से स्कूल बंद है. चांदबिला जूनियर हाई स्कूल में पांचवीं से आठवीं कक्षा तक कुल 32 छात्र हैं.
अभिभावकों का कहना है कि मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को देने के बाद भी अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है. स्कूल बंद होने के कारण छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी गईं, जिससे अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है. अभिभावकों की मांग है कि स्कूल में पढ़ाई को सामान्य करने के लिए शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति की जाए.
बनश्री रुइदास नाम के एक अभिभावक ने कहा, 'यह स्कूल करीब सात-आठ महीने से बंद है. लड़के-लड़कियां अब प्राइवेट ट्यूशन के अलावा घर पर भी अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं. कोई रास्ता न होने पर बालक-बालिकाओं को दूर-दराज के विद्यालयों में पढ़ने के लिए भेजना पड़ता है, जो अत्यन्त चिन्ताजनक है.'
छात्रों ने यह भी शिकायत की कि दूसरे स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षाएं भी चल रही हैं, लेकिन उनका स्कूल बंद है. मामले को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) पीयूषकांति बेरा ने कहा, 'जल्द ही स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति की व्यवस्था होगी. जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी.'