सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल में एक चरण में होंगे पंचायत चुनाव. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने पंचायत चुनाव 2023 से पहले उत्तर बंगाल की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के पहले दिन यह संकेत दिया. राज्यपाल सोमवार सुबह अपने परिवार के साथ उत्तर बंगाल की चार दिवसीय यात्रा पर पहुंचे. दार्जिलिंग स्थित राजभवन के लिए रवाना होने से पहले उन्होंने सिलीगुड़ी स्टेट गेस्ट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने 8 जुलाई को होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर सुझावात्मक टिप्पणी की थी.
पर्याप्त केंद्रीय बलों की कमी के कारण पंचायत चुनाव के आयोजन में जटिलताएं पैदा हो गई हैं. पत्रों का आदान-प्रदान हुआ और इससे केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सचिवालय नबन्ना के बीच टकराव भी उजागर हुआ. लेकिन इन सबके बीच राज्यपाल के बयान ने राजनीतिक हलकों के साथ-साथ प्रशासनिक हलकों में भी काफी विवाद पैदा कर दिया है. हालांकि, यह व्यावहारिक रूप से स्पष्ट है कि राज्यपाल आगामी पंचायत चुनाव को लेकर चिंतित हैं. उत्तर बंगाल के दौरे पर वह कई जिलों में जमीनी स्तर पर पंचायत चुनाव की स्थिति की जांच करना चाहते हैं. बोस ने पंचायत चुनाव 2023 के संबंध में उनसे मिलने के लिए सभी राजनीतिक संगठनों या आम लोगों का स्वागत किया.
बोस ने कहा कि 'मैं उत्तर बंगाल का दौरा करने आया हूं. मैं खुद पंचायत चुनाव की स्थिति देखना चाहता हूं. मैं पंचायत चुनाव के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों का दौरा करूंगा. अलग-अलग जगहों पर कुछ हिंसा, कुछ झड़पें हुई हैं. मैं खुद उन जगहों पर गया था.'
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं स्थिति जानना चाहता हूं. मैं पीड़ितों से मिलूंगा, मैं जानना चाहता हूं कि यह कैसे हुआ. असली कारण तब तक पता नहीं चलेगा जब तक हम गहराई में नहीं जाएंगे.'
इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि पंचायत चुनाव नजदीक हैं और अभी भी अधिकारियों के पास शिकायतों का अंबार लगा हुआ है. गवर्नर बोस सच्चाई जानना चाहते हैं. यात्रा के दौरान राज्यपाल ने कहा कि वह एक प्रभावित परिवार से मुलाकात करेंगे. इसके बाद राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि वह अपनी यात्रा के दौरान अधिक से अधिक जिलों का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि वह कूचबिहार, दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी का दौरा करेंगे.
इस बीच, राज्यपाल और नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी के चांसलर बोस को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. 'वापस जाओ' के नारे के साथ उन्हें काला झंडा दिखाया गया. इस घटना से विश्वविद्यालय परिसर में अस्थायी तनाव पैदा हो गया. यह तृणमूल छात्र शाखा थी जिसने उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया था.
इससे पहले राज्यपाल सोमवार सुबह वंदे भारत एक्सप्रेस से न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे. वहां से वह सबसे पहले राज्य अतिथि गृह गये. फिर अचानक वह नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी गए और वहां मौजूदा कार्यवाहक कुलपति संचारी मुखर्जी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए. बैठक के बाद तृणमूल छात्र परिषद के सदस्यों ने राज्यपाल को काले झंडे दिखाकर विरोध जताया.