कोलकाता : कोलकाता पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है. एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए 20 जून को नारकेलडांगा पुलिस थाने में पेश होने के लिए कहा गया है.
टेलीविजन पर एक बहस कार्यक्रम के दौरान की गई शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये. तृणमूल कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव अबुल सोहैल ने भी शर्मा की टिप्पणी को लेकर कोंटाई पुलिस थाने में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसी मामले में नुपूर शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
प्रदर्शन मामले में 200 से अधिक लोग गिरफ्तार- पैगंबर पर टिप्पणी के मद्देनजर बंगाल में भड़की हिंसा के मामले में 200 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हुए हैं. 42 मामले दर्ज किए जा चुके हैं. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है.
-
West Bengal | Howrah violence: There was no loss of life and no injuries were reported. More than 200 accused arrested, 42 FIRs registered... situation is normal, internet is restored; Section 144 implemented in Nakashipara: Jawed Shamim, ADG & IGP (Law & Order) pic.twitter.com/QWOZLWrHBJ
— ANI (@ANI) June 13, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">West Bengal | Howrah violence: There was no loss of life and no injuries were reported. More than 200 accused arrested, 42 FIRs registered... situation is normal, internet is restored; Section 144 implemented in Nakashipara: Jawed Shamim, ADG & IGP (Law & Order) pic.twitter.com/QWOZLWrHBJ
— ANI (@ANI) June 13, 2022West Bengal | Howrah violence: There was no loss of life and no injuries were reported. More than 200 accused arrested, 42 FIRs registered... situation is normal, internet is restored; Section 144 implemented in Nakashipara: Jawed Shamim, ADG & IGP (Law & Order) pic.twitter.com/QWOZLWrHBJ
— ANI (@ANI) June 13, 2022
हिंसा मामले में कलकत्ता अदालत में दो याचिकाएं, एनआईए जांच और सेना की तैनाती की मांग
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पश्चिम बंगाल में हिंसक विरोध-प्रदर्शन की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा जांच कराने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना की तैनाती का अनुरोध करने वाली दो याचिकाएं सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में दायर की गईं.
मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष दोनों में से एक याचिका पेश की गई, जिसमें हिंसा के राष्ट्रीय अखंडता को प्रभावित करने का दावा करते हुए मामले की एनआईए द्वारा जांच कराने का अनुरोध किया गया है. दूसरे याचिकाकर्ता ने हिंसा के मद्देनजर सेना की तैनाती का अनुरोध किया है.
राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता एसएन मुखर्जी ने याचिका का विरोध किया और दावा किया कि नदिया जिले के बेथुंदाहरी में एक यात्री ट्रेन के क्षतिग्रस्त होने की एक घटना के अलावा, पिछले 36 घंटों में कोई हिंसा नहीं हुई है. उन्होंने अदालत से कहा कि मामले में 214 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पीठ में न्यायमूर्ति आर. भारद्वाज भी शामिल थे. अदालत ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए.
हिंसाग्रस्त जिलों में छिटपुट विरोध-प्रदर्शनों के बीच स्थिति लगभग सामान्य
पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित जिलों में सोमवार को कुछ इलाकों में छिटपुट विरोध-प्रदर्शनों के बीच स्थिति सामान्य है. इन इलाकों में भारी पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा रेलवे पटरियों को जाम करने के बाद सुबह पूर्वी रेलवे के सियालदह-हशनाबाद खंड में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुयी. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पटरियों को जाम करने के लिए टायरों में आग लगा दी थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के पुतले जलाए.
हावड़ा, मुर्शिदाबाद और नदिया जिलों में भी भारी पुलिस बल तैनात दिखा। कुछ क्षेत्रों में अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नदिया के बेथुंदाहरी में हुए दंगे में कथित संलिप्तता के आरोप में कम से कम 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने रविवार को हुई तोड़फोड़ की वारदात में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है.’’
ये भी पढे़ं : Prophet Remarks Row: बंगाल के नदिया में प्रदर्शनकारियों ने लोकल ट्रेन पर किया हमला