सिलीगुड़ी: भोजन करते समय एक महिला के गले में 3 सेंटीमीटर लंबा लोहे का तार फंस गया. शुरुआत में उसे इसकी जानकारी नहीं हुई, लेकिन जल्द ही महिला को इससे परेशानी होने लगी. जब डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो, उन्होंने महिला की भोजन नली में लोहे का तार फंसा हुआ पाया. जांच के बाद नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने महिला की सर्जरी की और गले में फंसा तार बाहर निकाला.
नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सूत्रों के मुताबिक, इस महिला का नाम अकलामी खातून है, जो उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा के लक्ष्मीपुर गांव की रहने वाली है. बीती 14 अगस्त को, अकलामी खातून भोजन कर रही थी. इस दौरान उन्होंने तीन सेंटीमीटर लंबा लोहे के तार निगल लिया, जो उसकी भोजन नली में फंस गया. इसके बाद वह बीमार पड़ गई. पहले तो सभी को लगा कि उसके गले में हड्डी फंस गयी है.
इसके उपाय में परिजनों से पहले कुछ घरेलू तरकीबें अपनाईं, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन रात तक उन्हें ज्यादा समस्या होने लगी और उनकी हालत खराब होने लगी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां के डॉक्टरों ने उसे बिहार के किशनगंज भेज दिया, लेकिन बुनियादी ढांचे की कमी के कारण वहां के डॉक्टर भी उसके गले से लोहे का तार नहीं निकाल पाए.
जिसके बाद उन्हें उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया गया. महिला को 16 अगस्त को नॉर्थ बंगाल मेडिकल के ईएनटी विभाग में भर्ती कराया गया था. गुरुवार सुबह मुख्य चिकित्सा अधिकारी राधेश्याम महत और उनकी टीम ने एक घंटे की सर्जरी के बाद महिला की भोजन नली में फंसे तार को बाहर निकालने में सफलता हासिल की. ऑपरेशन के बाद महिला की हालत स्थिर है और फिलहाल वह डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगी.