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प.बंगाल : ईंधन पर वैट और शराब की कीमतों के मुद्दे पर हंगामा, विस से भाजपा का वॉकआउट

शराब की कीमतों में कमी को लेकर पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा (Ruckus in wb assembly) देखा गया. विपक्षी दल भाजपा ने ईंधन पर वैट व अन्य करों को लेकर सरकार का विरोध किया. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने भाजपा का स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया जिसके बाद भाजपा विधायकों ने सदन से बहिर्गमन (BJP legislators walk out) किया.

bengal BJP
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Published : Nov 17, 2021, 10:29 PM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में शराब की कीमतों को लेकर हंगामा (Ruckus in WB assembly) हुआ और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया. विपक्षी दलों ने ईंधन पर करों की अनदेखी करते हुए शराब पर शुल्क में कमी सहित कई मुद्दों को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किये थे.

बुधवार को स्थगन प्रस्तावों में से एक को पढ़ते हुए, भाजपा के आसनसोल दक्षिण क्षेत्र से विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि राज्य में शराब पर शुल्क कम कर दिया गया है, लेकिन सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी नहीं की है. सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक शंकर घोष ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किया. राज्य में बेरोजगारी की स्थिति को लेकर एक और प्रस्ताव पेश किया गया.

विधानसभा अध्यक्ष ने जैसे ही स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने से इनकार किया, भाजपा विधायकों ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामे के बीच वे सदन से बाहर चले गए.

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सदन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार शराब की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की कमी करके राज्य के युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के कई परिवारों को बर्बाद कर देगा.

यह भी पढ़ें- नुसरत जहां और निखिल जैन की शादी कानून रूप से वैध नहीं : अदालत

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ईंधन पर वैट तुरंत कम करना चाहिए क्योंकि वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. उन्होंने दावा किया कि राज्य में बेरोजगारी की स्थिति खतरनाक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग से संबंधित लोगों को नौकरी नहीं दे रही है.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में शराब की कीमतों को लेकर हंगामा (Ruckus in WB assembly) हुआ और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया. विपक्षी दलों ने ईंधन पर करों की अनदेखी करते हुए शराब पर शुल्क में कमी सहित कई मुद्दों को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किये थे.

बुधवार को स्थगन प्रस्तावों में से एक को पढ़ते हुए, भाजपा के आसनसोल दक्षिण क्षेत्र से विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि राज्य में शराब पर शुल्क कम कर दिया गया है, लेकिन सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी नहीं की है. सिलीगुड़ी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक शंकर घोष ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर स्थगन प्रस्ताव पेश किया. राज्य में बेरोजगारी की स्थिति को लेकर एक और प्रस्ताव पेश किया गया.

विधानसभा अध्यक्ष ने जैसे ही स्थगन प्रस्तावों को स्वीकार करने से इनकार किया, भाजपा विधायकों ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामे के बीच वे सदन से बाहर चले गए.

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सदन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार शराब की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की कमी करके राज्य के युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य के कई परिवारों को बर्बाद कर देगा.

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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ईंधन पर वैट तुरंत कम करना चाहिए क्योंकि वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं. उन्होंने दावा किया कि राज्य में बेरोजगारी की स्थिति खतरनाक है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग से संबंधित लोगों को नौकरी नहीं दे रही है.

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