ETV Bharat / bharat

डॉक्टरों का कमाल ! मरीज में 'कृत्रिम' प्रजनन अंग का सफल प्रत्यारोपण - बंगाल डॉक्टर चिकित्सा प्रक्रिया प्रजनन अंगों का निर्माण

पश्चिम बंगाल के एक अस्पताल में एक दुर्लभ सर्जरी को अंजाम देकर मरीज को सामान्य जीवन जीने का मौका दिया है. डॉक्टरों ने बांग्लादेशी महिला में कृत्रिम प्रजनन अंगों का सफल प्रत्यारोपण किया, जिससे वह अन्य महिलाओं की तरह यौन जीवन जी सके.

पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल
author img

By

Published : May 25, 2022, 9:19 PM IST

दक्षिण 24 परगना : पश्चिम बंगाल में एक दुर्लभ सर्जरी हुई जिसमें एक बांग्लादेशी महिला में कृत्रिम प्रजनन अंगों का प्रत्यारोपण किया गया है, जिससे उनका भी यौन जीवन अन्य महिलाओं की तरह सामान्य हो. ये कमाल कोलकारा से 50 कि.मी दूर स्थित ग्रामीण उप-मंडल अस्पताल डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने कर दिखाया है. चिकित्सकों का कहना है कि उक्त महिला को जन्म से ही योनि और गर्भाशय नहीं था. इसलिए चिकित्सकों ने इसका निर्माण किया जो ताकि वह एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकें. पिछले एक साल में अस्पताल में इस तरह की यह चौथी सर्जरी है. हालांकि, सर्जरी कुछ दिन पहले की गई थी, लेकिन यह तब सामने आया जब अस्पताल के अधिकारियों ने बुधवार को इस दुर्लभ सर्जरी के बारे में मीडिया के साथ साझा किया.

एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि 15 दिन पहले 21 वर्षीया बांग्लादेशी महिला आउट पेशेंट विभाग में आई थी. उनके आने के बाद सबसे पहले चिकित्सकों ने उनका मुलेरियन एगेनेसिस से निदान किया. उन्होंने बताया कि यह एक दुर्लभ अवस्था है. इसमें मरीज महिला तो होती है, लेकिन प्रजनन अंग नहीं होते हैं. ऐसे में वह मरीज एक सामान्य वैवाहिक जीवन जीने में असर्मथ होती है. इसलिए आम महिलाओं की तरह इस मरीज को भी सामान्य वैवाहिक जीवन दिलाने के लिए चिकित्सकों ने प्रजनन अंगों का निर्माण करने का फैसला किया. एक अन्य चिकित्सक ने बताया कि इस सर्जरी को तकनीकी रूप से वैजिनोप्लास्टी कहा जाता है. यह योनि और गर्भाशय के निर्माण की एक प्रक्रिया होती है. यह एक जटिल सर्जरी है. इस सर्जरी को करने वाली टीम का नेतृत्व महिला और बाल कल्याण विभाग की प्रमुख सोमजीता चक्रवर्ती ने किया, जो इस विषय पर शोध भी कर रही हैं और इस पर अंतरराष्ट्रीय पेपर प्रकाशित कर चुकी है.

मीडिया से बात करते हुए टीम के सदस्य मानस साहा ने कहा, 'यह दुर्लभ बीमारी है और हम पहले भी इस तरह का ऑपरेशन कर चुके हैं. ऑपरेशन बेहद जोखिम भरा है, लेकिन हमने अब तक किए गए सभी चार ऑपरेशनों में शत-प्रतिशत सफलता हासिल की है. हालांकि, डॉक्टरों की राय है कि अगर उसे मां बनना है तो उसे सरोगेसी की मदद लेनी होगी. वहीं, इस बारे में अपना अनुभव साझा करने के लिए महिला मरीज उपलब्ध नहीं थी, लेकिन उनके एक रिश्तेदार ने बताया कि इस सर्जरी के बारे में उन्हें यूट्यूब से पता चला. उन्होंने संबंधी अस्पताल से संपर्क किया और इलाज शुरू किया गया. हालांकि, महिला टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थी, लेकिन उसके रिश्तेदारों के अनुसार, उन्हें यू ट्यूब से इलाज के बारे में पता चला.

दक्षिण 24 परगना : पश्चिम बंगाल में एक दुर्लभ सर्जरी हुई जिसमें एक बांग्लादेशी महिला में कृत्रिम प्रजनन अंगों का प्रत्यारोपण किया गया है, जिससे उनका भी यौन जीवन अन्य महिलाओं की तरह सामान्य हो. ये कमाल कोलकारा से 50 कि.मी दूर स्थित ग्रामीण उप-मंडल अस्पताल डायमंड हार्बर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने कर दिखाया है. चिकित्सकों का कहना है कि उक्त महिला को जन्म से ही योनि और गर्भाशय नहीं था. इसलिए चिकित्सकों ने इसका निर्माण किया जो ताकि वह एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जी सकें. पिछले एक साल में अस्पताल में इस तरह की यह चौथी सर्जरी है. हालांकि, सर्जरी कुछ दिन पहले की गई थी, लेकिन यह तब सामने आया जब अस्पताल के अधिकारियों ने बुधवार को इस दुर्लभ सर्जरी के बारे में मीडिया के साथ साझा किया.

एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि 15 दिन पहले 21 वर्षीया बांग्लादेशी महिला आउट पेशेंट विभाग में आई थी. उनके आने के बाद सबसे पहले चिकित्सकों ने उनका मुलेरियन एगेनेसिस से निदान किया. उन्होंने बताया कि यह एक दुर्लभ अवस्था है. इसमें मरीज महिला तो होती है, लेकिन प्रजनन अंग नहीं होते हैं. ऐसे में वह मरीज एक सामान्य वैवाहिक जीवन जीने में असर्मथ होती है. इसलिए आम महिलाओं की तरह इस मरीज को भी सामान्य वैवाहिक जीवन दिलाने के लिए चिकित्सकों ने प्रजनन अंगों का निर्माण करने का फैसला किया. एक अन्य चिकित्सक ने बताया कि इस सर्जरी को तकनीकी रूप से वैजिनोप्लास्टी कहा जाता है. यह योनि और गर्भाशय के निर्माण की एक प्रक्रिया होती है. यह एक जटिल सर्जरी है. इस सर्जरी को करने वाली टीम का नेतृत्व महिला और बाल कल्याण विभाग की प्रमुख सोमजीता चक्रवर्ती ने किया, जो इस विषय पर शोध भी कर रही हैं और इस पर अंतरराष्ट्रीय पेपर प्रकाशित कर चुकी है.

मीडिया से बात करते हुए टीम के सदस्य मानस साहा ने कहा, 'यह दुर्लभ बीमारी है और हम पहले भी इस तरह का ऑपरेशन कर चुके हैं. ऑपरेशन बेहद जोखिम भरा है, लेकिन हमने अब तक किए गए सभी चार ऑपरेशनों में शत-प्रतिशत सफलता हासिल की है. हालांकि, डॉक्टरों की राय है कि अगर उसे मां बनना है तो उसे सरोगेसी की मदद लेनी होगी. वहीं, इस बारे में अपना अनुभव साझा करने के लिए महिला मरीज उपलब्ध नहीं थी, लेकिन उनके एक रिश्तेदार ने बताया कि इस सर्जरी के बारे में उन्हें यूट्यूब से पता चला. उन्होंने संबंधी अस्पताल से संपर्क किया और इलाज शुरू किया गया. हालांकि, महिला टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थी, लेकिन उसके रिश्तेदारों के अनुसार, उन्हें यू ट्यूब से इलाज के बारे में पता चला.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.