कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला. कुछ महीनों से राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहे मणिपुर गतिरोध के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना उन्हें सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया. ममता बनर्जी ने शुक्रवार को यहां शहीद दिवस समारोह के मंच से भाजपा पर तीखा हमला बोला.
ममता ने कहा कि 'हम बंगाल की ओर से, भारत की ओर से मणिपुर के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हैं.' मंच संभालते ही उन्होंने मणिपुर मुद्दे को लेकर केंद्र पर हमला बोला. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने विपक्षी भारत के नवगठित गठबंधन के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मणिपुर जाने की इच्छा भी व्यक्त की. उन्होंने कहा, 'आपने (भाजपा) 'बेटी बचाओ' का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है?' (Beti Bachao Beti Padhao slogan)
उन्होंने अपने अनोखे अंदाज में कहा, 'हम मणिपुर के लोगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं. आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है. बिलकिस बानो मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया. पहलवान के मामले में (बृज भूषण सिंह) को भी जमानत मिल गई...आने वाले चुनाव में देश की महिलाएं आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी.'
ममता ने कहा कि 'महिलाएं हमारी मां हैं, हमारी बहनें हैं... वे हमारी दुर्गा हैं, हमारी काली हैं, हमारी सती हैं, हमारी सावित्री हैं.' नए विपक्षी गठबंधन इंडिया का प्रचार करते हुए ममता ने कहा, 'इंडिया जीतेगा, बीजेपी हारेगा.'
उन्होंने 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी शिखर सम्मेलन में मौजूद सभी 26 राजनीतिक संगठनों को बधाई दी. ममता ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर 'दिल्ली चलो आंदोलन' का भी आह्वान किया.
ममता बोलीं, हमें कुर्सी नहीं चाहिए : विपक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले नेता को लेकर भाजपा की व्यापक आलोचना के बीच ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि 'हमें कुर्सी नहीं चाहिए. हम सत्ता के पीछे नहीं हैं. हम चाहते हैं कि बीजेपी सत्ता से बाहर हो. उन्हें अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अब उनके जाने का समय हो गया है.'
ममता ने कहा कि 'इंडिया लड़ेगा. तृणमूल झंडा थामेगी और एक सिपाही की तरह लड़ेगी. इंडिया को जीतना ही होगा. बीजेपी हारेगी. इंडिया जीतेगा. मोदी हार जाएंगे. इसके अलावा हमारा कोई नारा नहीं है.'
मुख्यमंत्री का यह बयान बीजेपी नेता अमित मालवीय द्वारा विपक्ष के नेतृत्व पर सवाल उठाने के कुछ दिनों बाद आया है. भाजपा ने यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री पद के इतने दावेदार हैं कि विपक्ष को सात दिनों के लिए सात प्रधानमंत्री बनाने पड़ेंगे.
राजनीतिक विशेषज्ञों की राय है कि कांग्रेस के इस घोषणा के बाद कि वे प्रधानमंत्री की दौड़ में नहीं हैं, तृणमूल कांग्रेस भी यह स्पष्ट कर देना चाहती है कि प्रधानमंत्री का पद विपक्षी एकता में विभाजन का कारण नहीं बनेगा.
पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया कि मुख्यमंत्री इतनी सतर्क थीं कि उन्होंने मंच पर मौजूद सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा था कि वे कोई नारा न लगाएं और न ही उन्हें अगले प्रधानमंत्री के रूप में पेश करें. दिलचस्प बात यह है कि एक लाख से अधिक की भीड़ में उन्हें अगले प्रधानमंत्री के रूप में पेश करने वाला एक भी नारा नहीं था.