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जून में मिलाजुला रहेगा पूरे देश में मौसम का मिजाज - punjab weather news

भारत के लिए मौसम के लिहाज से जून एक सामान्य महीना है. आधे देश ने पहले ही मानसून की शुरुआत का आनंद लेना शुरू कर दिया है, जबकि आधा हिस्सा धूप से राहत के लिए बारिश के आने का इंतजार कर रहा है. इस महीने के लिए मंगलवार को जारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूवार्नुमान के अनुसार, जून 2022 कोई अपवाद नहीं होगा.

भारत के लिए जून में मिलाजुला रहेगा मौसम का मिजाज
भारत के लिए जून में मिलाजुला रहेगा मौसम का मिजाज
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Published : Jun 1, 2022, 7:10 AM IST

नई दिल्ली: भारत के लिए मौसम के लिहाज से जून एक सामान्य महीना है. आधे देश ने पहले ही मानसून की शुरुआत का आनंद लेना शुरू कर दिया है, जबकि आधा हिस्सा धूप से राहत के लिए बारिश के आने का इंतजार कर रहा है. इस महीने के लिए मंगलवार को जारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूवार्नुमान के अनुसार, जून 2022 कोई अपवाद नहीं होगा. एक ओर प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत में समय से पहले मानसूनी बारिश होने लगी है. दूसरी ओर, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अभी भी गर्मी है और कभी-कभार मानसून-पूर्व बारिश होती है.

आईएमडी के महानिदेशक (मौसम विज्ञान), मृत्युंजय महापात्र ने जून के मौसम की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि दक्षिण प्रायद्वीप के उत्तरी भागों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. सामान्य से नीचे पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी हिस्सों में बारिश होने की संभावना है.

पढ़ें: पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में बारिश की संभावना

जून 2022 के दौरान देशभर में औसत बारिश सामान्य (एलपीए का 92- 108 प्रतिशत) होने की संभावना है. 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर जून के दौरान देशभर में बारिश का एलपीए लगभग 165.4 मिमी है. महापात्र ने तापमान के बारे में कहा, उत्तर- पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है, जहां सामान्य से अधिक तापमान की संभावना है. उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है.

देश में सामान्य मानसून की उम्मीद: आईएमडी : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को घोषणा कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार सामान्य रहेगा. जिसके चलते मात्रात्मक रूप से यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 103 प्रतिशत होगा. इस साल सामान्य मानसून एलपीए में रहेगा. जिससे 96 से 104 प्रतिशत बारिश की संभावना है. आईएमडी ने इस अप्रैल में नया एलपीए पेश किया था, जो 1971-2020 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम की बारिश के आंकड़ों पर आधारित है. फिलहाल, एलपीए 87 सेमी या 870 मिमी है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मानसून का मौसम (जून से सितंबर) एलपीए का 103 प्रतिशत होने की संभावना है. मानसून की बारिश मध्य और दक्षिणी भारत में सामान्य से अच्छा रहेगा, जबकि उत्तर पश्चिमी के साथ पूर्वोत्तर में मानसून सामान्य रहेगा. आईएमडी ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लिए 106 प्रतिशत से अधिक यानी सामान्य से अधिक बारिश का पूवार्नुमान जारी किया है.

नई दिल्ली: भारत के लिए मौसम के लिहाज से जून एक सामान्य महीना है. आधे देश ने पहले ही मानसून की शुरुआत का आनंद लेना शुरू कर दिया है, जबकि आधा हिस्सा धूप से राहत के लिए बारिश के आने का इंतजार कर रहा है. इस महीने के लिए मंगलवार को जारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूवार्नुमान के अनुसार, जून 2022 कोई अपवाद नहीं होगा. एक ओर प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत में समय से पहले मानसूनी बारिश होने लगी है. दूसरी ओर, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अभी भी गर्मी है और कभी-कभार मानसून-पूर्व बारिश होती है.

आईएमडी के महानिदेशक (मौसम विज्ञान), मृत्युंजय महापात्र ने जून के मौसम की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि दक्षिण प्रायद्वीप के उत्तरी भागों, पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. सामान्य से नीचे पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के दक्षिणी हिस्सों में बारिश होने की संभावना है.

पढ़ें: पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में बारिश की संभावना

जून 2022 के दौरान देशभर में औसत बारिश सामान्य (एलपीए का 92- 108 प्रतिशत) होने की संभावना है. 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर जून के दौरान देशभर में बारिश का एलपीए लगभग 165.4 मिमी है. महापात्र ने तापमान के बारे में कहा, उत्तर- पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है, जहां सामान्य से अधिक तापमान की संभावना है. उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है.

देश में सामान्य मानसून की उम्मीद: आईएमडी : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को घोषणा कि देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार सामान्य रहेगा. जिसके चलते मात्रात्मक रूप से यह लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 103 प्रतिशत होगा. इस साल सामान्य मानसून एलपीए में रहेगा. जिससे 96 से 104 प्रतिशत बारिश की संभावना है. आईएमडी ने इस अप्रैल में नया एलपीए पेश किया था, जो 1971-2020 के दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम की बारिश के आंकड़ों पर आधारित है. फिलहाल, एलपीए 87 सेमी या 870 मिमी है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में मानसून का मौसम (जून से सितंबर) एलपीए का 103 प्रतिशत होने की संभावना है. मानसून की बारिश मध्य और दक्षिणी भारत में सामान्य से अच्छा रहेगा, जबकि उत्तर पश्चिमी के साथ पूर्वोत्तर में मानसून सामान्य रहेगा. आईएमडी ने राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के लिए 106 प्रतिशत से अधिक यानी सामान्य से अधिक बारिश का पूवार्नुमान जारी किया है.

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