नई दिल्ली : सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम (Binoy Viswam) ने कहा है कि 'हम संसद का सम्मान करते हैं, वे संसद का सम्मान नहीं करेंगे, हम चर्चा का सम्मान करते हैं, वे चर्चा का सम्मान नहीं करेंगे. हम सच्चाई को बनाए रखना चाहते हैं लेकिन वे सच्चाई को बनाए रखना नहीं चाहते हैं बल्कि वे सच्चाई को छिपाना चाहते हैं.'
बुधवार को ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान बिनॉय विश्वम ने कहा कि सरकार पेगासस पर चर्चा के लिए तैयार हो, विपक्ष पूरा सहयोग करेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या 14 विपक्षी दलों की बैठक अगले लोकसभा चुनाव के लिए एक बड़ा संदेश है, बिनॉय विश्वम ने कहा, 'इस तरह का बयान देना बहुत अपरिपक्व हो सकता है लेकिन यह एक बहुत अच्छी और आशाजनक शुरुआत है.'
संसद में हंगामे को लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस सांसद डॉ. सैयद नसीर हुसैन से भी बात की. उन्होंने कहा, 'यह देश की आंतरिक सुरक्षा का मामला है, यह निजता के अधिकार का मामला है, यह सही स्वतंत्रता का मामला है, यह मामला है भाषण और अभिव्यक्ति का अधिकार का.' हुसैन ने कहा कि सरकार हम पर जासूसी कर रही है और हमें डराने की कोशिश कर रही है, अगर सरकार इस मुद्दे पर चर्चा नहीं करेगी तो हम संसद को काम नहीं करने देंगे.
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पेगासस प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि यह सरकार संसद को ठीक से नहीं चलने दे रही है. अगर वे देश की सुरक्षा पर चर्चा नहीं करेंगे, जब देश की सुरक्षा दांव पर है तो और क्या मुद्दा रह जाता है. चर्चा केवल चार घंटे की थी लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं होने दिया और संसद के सात दिन बाधित हुआ.
उन्होंने आगे कहा कि हम आम आदमी के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं लेकिन वे दिवालियापन और खाद्य संशोधन विधेयक जैसे विधेयक लाना चाहते हैं जो संसद से पारित हो जाता है. रामगोपाल यादव ने कहा कि इन विधेयकों के पारित होने पर उद्योगपतियों पर 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक बट्टे खाते में (write-off) डाल दिया जाएगा.