हैदराबाद : हमारी पृथ्वी के चारों ओर ग्रीन हाउस गैस की एक परत बनी हुई है. ये गैस कम्पाउडस का एक समूह होता है जो कि पृथ्वी को गर्म रखता है. इन गैस की सूची में कार्बन डाइऑक्साइड(CO2),मीथेन (CH4),नाइट्रस ऑक्साइड (N2O), फ्लोरिनेटेड गैस और जल वाष्प (water vapour) शामिल हैं.
सल्फर हेक्साफ्लोराइड एक प्रकार की फ्लोरिनेटेड गैस हैं जो बेहद शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस में आती हैं. यह गैस विभिन्न औद्योगिक प्रक्रियाओं से उत्सर्जित होती हैं. लेकिन ग्लोबल वार्मिंग के चलते इसको बदलना समय की जरूरत बनता जा रहा है. इस रिपोर्ट में विस्तार से जानते हैं इसे बदलने की वजह और इसके विकल्प:-
सल्फर हेक्साफ्लोराइड क्या है: SF6 एक ग्लोबल वार्मिंग पोटेंशिअल (GWP) है, जो CO2 की तुलना में 23,500 गुना अधिक है, और वायुमंडल में यह 3,200 वर्षों तक रह सकती है . इसका उपयोग इलेक्ट्रिकल स्विचगियर (electrical switchgear) को इन्सुलेट करने के लिए किया जाता है. इसलिए बिजली की वैश्विक मांग के साथ इसका उपयोग भी बढ़ेगा.
डिजिटल प्रौद्योगिकी के तेजी से प्रसार और एनर्जी ट्रांसीशन को लेकर विद्युतीकरण ने केवल बिजली पर हमारी वैश्विक निर्भरता में वृद्धि की है, इससे 2020 से 2050 तक वैश्विक मांग में 50% की वृद्धि होगी.
सल्फर हेक्साफ्लोराइड हमारी जलवायु के लिए कितनी घातक है
- SF6 का एक कण- Co2 के 23,500 कण के बराबर है.
- हमारे द्वारा लीक किया गया हर नया कण पृथ्वी को गर्म करने वाला एक मोटी वायुमंडलीय की परत बनाता है.
- वायुमंडल में SF6 का जीवनकाल 3200 साल है- अगर SF6 मिस्र के महान पिरामिडों के निर्माण के समय में थे, तो यह अभी भी वायुमंडल में होगा.
- हमें अब SF6 को नए बिजली वितरण उपकरण में बदलना होगा. ताकि 2090 तक हम अपने वातावरण में SF6 जोड़ना बंद कर सकें.
पहले किए गए उपाए
- 2014 में यूरोपीय संघ ने SF6 को चरणबद्ध करने की कोशिश की, लेकिन उस समय सबसे आवश्यक स्विचगियर उपकरण के लिए कोई व्यवहार्य विकल्प मौजूद नहीं था, जो हमारे बिजली ग्रिड में कटौती को रोकता.
विकल्प
- हमें नई बिजली वितरण प्रणाली की आवश्यकता है- और स्थापित किए गए नए SF6 स्विचगीयर में 75% वृद्धि होने का पुर्वनुमान है. माना जा रहा है कि इसकी उम्र 30 से 40 साल होगी. स्थिति नवीकृत पर ध्यान केंद्रित करने की मांग कर रही है.
- भले ही SF6 ग्लोबल वार्मिंग के लिए सबसे बड़ी योगदानकर्ता नहीं हो, लेकिन सबसे शक्तिशाली ग्लोबल वार्मिंग पोटेंशिअल है और यह एकमात्र गैस है, जिसे वायुमंडल से मिटाया नहीं जा सकता है.
- 2014 के बाद से, कई जलवायु-अनुकूल (climate-friendly) SF6 प्रतिस्थापन उभरे हैं, जिनमें (global warming potential) वाला गैस मिश्रण भी शामिल है.
- मौजूदा SF6 प्रतिस्थापन और उसके विकास म देखते हुए, 2025 तक हम हर तरह के बिजली वितरण के लिए एक विकल्प ढूंढने की उम्मीद करते हैं.
- लॉजिस्टिक शब्दों में कहें तो कारोबार में स्विचगियर में SF6 को बदलना अपेक्षाकृत सरल होगा, इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्टेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर, सोलर एनर्जी सिस्टम और यहां तक कि फैक्ट्री में भी इसे आसानी से बदला जा सकता है.