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प. बंगाल चुनाव बाद हिंसा : मंगलवार को भी पीड़ित दर्ज करा पाएंगे शिकायतें

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections) के बाद प्रदेश में हुई हिंसा के दौरान कथित मानवाधिकार उल्लंघनों (Human Rights Violation) को लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) द्वारा गठित समिति पीड़ितों से उनका पक्ष जान रही है. समिति के सदस्यों ने फैसला किया है कि वह हितधारकों से मंगलवार को भी बातचीत करेगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

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Published : Jun 28, 2021, 9:08 PM IST

कोलकाता : विगत दो मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाने के बाद प्रदेश में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं. इसमें कई लोगों की मौतें भी हुई. इस प्रकरण में एनएचआरसी ने एक समिति गठित की है जो पीड़ितों से मिल कर उनका पक्ष जान रही है. ताजा घटनाक्रम में शिकायतकर्ताओं की बढ़ती संख्या काे देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा गठित समिति ने तीसरे दिन भी बातचीत करने का फैसला किया है. समिति ने कहा कि काफी संख्या में लोगों द्वारा मामला दर्ज कराने के लिए आने के कारण यह फैसला किया गया है.

आपकाे बता दें कि बंगाल के दौरे पर आए एनएचआरसी की समिति द्वारा रविवार से दो दिनों तक विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत करने का कार्यक्रम था, जो अब तीसरे दिन भी होगा. अधिकारी ने सोमवार को कहा कि आज काफी संख्या में लोग आए. कल (मंगलवार को) भी बातचीत करने का फैसला किया गया है.

हाईकोर्ट के निर्देश पर समिति का गठन
आयोग के अध्यक्ष ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर यह समिति गठित की थी. अदालत ने चुनाव बाद हिंसा के दौरान हुए मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों की जांच के लिए इसका गठन किया था. अधिकारी ने बताया कि समिति इस मुद्दे पर मंगलवार को पश्चिम बंगाल राज्य मानवाधिकार आयोग कार्यालय, साल्ट लेक में शिकायतें प्राप्त करेगी.

समिति के सदस्यों ने साल्ट लेक में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्टाफ ऑफिसर मेस में सोमवार तक पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें ली. एनएचआरसी अधिकारी के मुताबिक समिति और आयोग के कई दल राज्य के विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं तथा आरोपों की जांच कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें :बंगाल में चुनावी हिंसा के विरोध में BJP का देशव्यापी धरना

उच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 18 जून को निर्देश दिया था कि समिति आगे उठाये जाने वाले कदमों के बारे में भी सुझाव देगी, ताकि कथित पीड़ित अपने घरों में शांतिपूर्वक रह सकें तथा अपना रोजगार या कारोबार कर सकें.

(पीटीआई-भाषा)

कोलकाता : विगत दो मई को पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाने के बाद प्रदेश में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुईं. इसमें कई लोगों की मौतें भी हुई. इस प्रकरण में एनएचआरसी ने एक समिति गठित की है जो पीड़ितों से मिल कर उनका पक्ष जान रही है. ताजा घटनाक्रम में शिकायतकर्ताओं की बढ़ती संख्या काे देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा गठित समिति ने तीसरे दिन भी बातचीत करने का फैसला किया है. समिति ने कहा कि काफी संख्या में लोगों द्वारा मामला दर्ज कराने के लिए आने के कारण यह फैसला किया गया है.

आपकाे बता दें कि बंगाल के दौरे पर आए एनएचआरसी की समिति द्वारा रविवार से दो दिनों तक विभिन्न हितधारकों के साथ बातचीत करने का कार्यक्रम था, जो अब तीसरे दिन भी होगा. अधिकारी ने सोमवार को कहा कि आज काफी संख्या में लोग आए. कल (मंगलवार को) भी बातचीत करने का फैसला किया गया है.

हाईकोर्ट के निर्देश पर समिति का गठन
आयोग के अध्यक्ष ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर यह समिति गठित की थी. अदालत ने चुनाव बाद हिंसा के दौरान हुए मानवाधिकार उल्लंघनों के आरोपों की जांच के लिए इसका गठन किया था. अधिकारी ने बताया कि समिति इस मुद्दे पर मंगलवार को पश्चिम बंगाल राज्य मानवाधिकार आयोग कार्यालय, साल्ट लेक में शिकायतें प्राप्त करेगी.

समिति के सदस्यों ने साल्ट लेक में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के स्टाफ ऑफिसर मेस में सोमवार तक पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें ली. एनएचआरसी अधिकारी के मुताबिक समिति और आयोग के कई दल राज्य के विभिन्न स्थानों का दौरा कर रहे हैं तथा आरोपों की जांच कर रहे हैं.

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उच्च न्यायालय के पांच न्यायाधीशों की पीठ ने 18 जून को निर्देश दिया था कि समिति आगे उठाये जाने वाले कदमों के बारे में भी सुझाव देगी, ताकि कथित पीड़ित अपने घरों में शांतिपूर्वक रह सकें तथा अपना रोजगार या कारोबार कर सकें.

(पीटीआई-भाषा)

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