अयोध्या: इन दिनों मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में 10 दिवसीय सावन झूला मेला चल रहा है. इस महा उत्सव में अयोध्या के लगभग 5000 से अधिक मंदिरों में झूले पड़ गए हैं. भगवान राम झूले में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. ऐसे में श्री राम जन्मभूमि परिसर के अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला और उनके भाइयों का दिव्य स्वरूप लोगों का मन मोह रहा है.
चांदी के झूले में भगवान रामः उत्सव के प्रतीक सावन माह में चांदी के झूले में विराजमान रामलला झूलन का आनंद ले रहे हैं. वहीं रामलला सरकार की सेवा में प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जा रहा है और उन्हें कजरी गीत और बधाई गीत सुनाए जा रहे हैं. इसी मनोहारी दृश्य से जुड़ा एक वीडियो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अपने सोशल मीडिया पेज पर जारी किया है.
मंदिरों में सज रही गीत-संगीत और नृत्य की महफिलः हर साल धर्म नगरी अयोध्या में सावन के महीने में सावन झूला मेले का आयोजन होता है. जिसमें अयोध्या के सभी मंदिरों में झूले डालकर भगवान को झूला झुलाया जाता है. प्रतिदिन शाम से लेकर देर रात तक मंदिरों में महफिल सजती है. यह उत्सव नाग पंचमी के पर्व से लेकर सावन पूर्णिमा तक विशेष रूप से मनाया जाता है. इस वर्ष भी यह उत्सव बेहद हर्ष और उल्लास से मनाया जा रहा है.
भगवान राम के लग रहा विशेष भोगः राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला को सावन के इस उत्सव में प्रतिदिन विशेष पोशाक और श्रृंगार से अलंकृत किया जा रहा है. वहीं उनकी सेवा में उन्हें नित्य विभिन्न प्रकार के पकवानों का भोग लगाया जा रहा है. रामलला के बाल स्वरूप को ध्यान में रखते हुए उन्हें ऐसे फल और पकवान भोग के लिए प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो आमतौर पर बाल्य काल में बच्चों को प्रिय होते हैं.
भगवान राम अपने तीनो भाइयों संग ले रहे झूलन का आनंदः श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसी से जुड़ा एक वीडियो जारी किया है, जिसमें चांदी के झूले पर विराजमान रामलला झूलन का आनंद ले रहे हैं. वहीं उनकी सेवा में राम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास अनवरत राम लला सरकार को झूला झुला रहे हैं. यह उत्सव 30 अगस्त सावन पूर्णिमा तक मनाया जाएगा.
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