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राजस्थान : निर्माणाधीन मकान की दीवार ढहने से आठ मजदूरों की मौत

राजस्थान जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र में मंगलवार को दीवार ढहने से आठ लोगों की मौत हो गई. घटना के बाद मौके पर राहत कार्य जारी है. जिला कलेक्टर ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी. मामले में पुलिस ने ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है और मालिक की तलाश जारी है.

निर्माणाधीन मकान की दीवार ढही
निर्माणाधीन मकान की दीवार ढही
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Published : Nov 11, 2020, 7:24 AM IST

Updated : Nov 11, 2020, 11:09 AM IST

जयपुर : राजस्थान के जोधपुर के बासनी औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार देर शाम हुए हादसे को जोधपुर जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस हादसे की बारीकी से पड़ताल की जा रही है. नगर निगम और जेडीए के इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया है, जिससे हादसे के कारणों का पता चल सके.

निर्माणाधीन मकान की दीवार ढहने से आठ मजदूरों की मौत

अशोक गहलोत ने जताया दुख
राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि जोधपुर के बासनी फेज द्वितीय में निर्माणाधीन फैक्ट्री की छत गिरने से मजदूरों की मौत की जानकारी अत्यंत दुखद है. जिला कलेक्टर से बात कर घटना की जानकारी ले ली है. फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है. स्थानीय पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद हैं. पीड़ित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध करवा दी गई है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ सरकार पूरी तरीके से खड़ी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हादसे की जांच संभागीय आयुक्त जोधपुर को सौंप दी गई है. प्रत्येक मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया

जोधपुर कलेक्टर ने कहा कि हादसे में कहीं ना कहीं क्रेन ऑपरेटिंग और अन्य कामों में लापरवाही रही है. इसको लेकर जिम्मेदार मालिक और ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है, जिन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा दिया गया है. घायलों को भी मुआवजा राशि दी जाएगी. वर्तमान में पांच घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है. इसके अलावा मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं.

यह है पूरा मामला...
बता दें, बासनी स्थित निर्माणाधीन फैक्ट्री में मंगलवार देर शाम को मैटेलिक छत लगाने का काम चल रहा था. इस दौरान क्रेन से छत का पिलर उलझ गया, जिससे करीब 50 से 60 फीट ऊंची दीवारें धड़ाधड़ गिर गई. इस दौरान मौके पर काम कर रहे 15 से ज्यादा कारीगर और मजदूर दब गए, जिनमें से आठ लोगों की मौत हो गई.

राहत कार्य जारी...

मृतकों में ज्यादातर बाड़मेर और प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं, जो यहां काम कर रहे थे. हादसे की सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर, जिला कलेक्टर और संभाग आयुक्त सहित पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. फिलहाल, पुलिस कर्मियों की ओर से नगर निगम कर्मचारी, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम की मदद से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.

पढ़ें : महाराष्ट्र में पिकअप और बस में भिड़ंत, दो की मौत, आठ घायल

मालिक की तलाश जारी
वहीं, जोधपुर पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद ठेकेदार को पुलिस ने हिरासत में लिया है. साथ ही मालिक की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

जयपुर : राजस्थान के जोधपुर के बासनी औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार देर शाम हुए हादसे को जोधपुर जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इस हादसे की बारीकी से पड़ताल की जा रही है. नगर निगम और जेडीए के इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया है, जिससे हादसे के कारणों का पता चल सके.

निर्माणाधीन मकान की दीवार ढहने से आठ मजदूरों की मौत

अशोक गहलोत ने जताया दुख
राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि जोधपुर के बासनी फेज द्वितीय में निर्माणाधीन फैक्ट्री की छत गिरने से मजदूरों की मौत की जानकारी अत्यंत दुखद है. जिला कलेक्टर से बात कर घटना की जानकारी ले ली है. फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए बचाव कार्य जारी है. स्थानीय पुलिस और प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद हैं. पीड़ित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध करवा दी गई है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ सरकार पूरी तरीके से खड़ी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. हादसे की जांच संभागीय आयुक्त जोधपुर को सौंप दी गई है. प्रत्येक मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दुख जताया

जोधपुर कलेक्टर ने कहा कि हादसे में कहीं ना कहीं क्रेन ऑपरेटिंग और अन्य कामों में लापरवाही रही है. इसको लेकर जिम्मेदार मालिक और ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है, जिन्हें मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा दिया गया है. घायलों को भी मुआवजा राशि दी जाएगी. वर्तमान में पांच घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है. इसके अलावा मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं.

यह है पूरा मामला...
बता दें, बासनी स्थित निर्माणाधीन फैक्ट्री में मंगलवार देर शाम को मैटेलिक छत लगाने का काम चल रहा था. इस दौरान क्रेन से छत का पिलर उलझ गया, जिससे करीब 50 से 60 फीट ऊंची दीवारें धड़ाधड़ गिर गई. इस दौरान मौके पर काम कर रहे 15 से ज्यादा कारीगर और मजदूर दब गए, जिनमें से आठ लोगों की मौत हो गई.

राहत कार्य जारी...

मृतकों में ज्यादातर बाड़मेर और प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले हैं, जो यहां काम कर रहे थे. हादसे की सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर, जिला कलेक्टर और संभाग आयुक्त सहित पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. फिलहाल, पुलिस कर्मियों की ओर से नगर निगम कर्मचारी, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम की मदद से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है.

पढ़ें : महाराष्ट्र में पिकअप और बस में भिड़ंत, दो की मौत, आठ घायल

मालिक की तलाश जारी
वहीं, जोधपुर पुलिस का कहना है कि हादसे के बाद ठेकेदार को पुलिस ने हिरासत में लिया है. साथ ही मालिक की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Nov 11, 2020, 11:09 AM IST
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