उडुपी (कर्नाटक) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक के लोगों को आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की 'रिवर्स-गियर' वाली सरकार के बजाय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देकर राज्य में 'डबल इंजन' की सरकार चुननी चाहिए.
शाह ने यहां एक सभा को संबोधित करते हुए कि कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कर्नाटक में पिछले चार वर्षों के दौरान 2,26,418 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाएं लेकर आई, जबकि पिछली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने अपने शासन के दौरान राज्य को केवल 99,000 करोड़ रुपये प्रदान किए थे.
उन्होंने कहा कि राज्य में समृद्धि, विकास और शांति सुनिश्चित करने के लिए भाजपा को सत्ता में लाना होगा. शाह ने लोगों से कहा कि वे कांग्रेस पर भरोसा न करें, जिन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए सत्ता में रहते हुए 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' (पीएफआई) का समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया और उसके नेताओं को सलाखों के पीछे डाल दिया.
उन्होंने कहा कि भाजपा की घोषित नीति चरमपंथी गतिविधियों को कतई सहन नहीं करने (जीरो टॉलरेंस) की है, जबकि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान समाज को विभाजित करने का प्रयास किया था.
शाह ने कहा कि कांग्रेस द्वारा जारी किया गया 'गारंटी कार्ड' कर्नाटक में नहीं चलेगा. उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के अस्तित्व की गारंटी नहीं है. शासन के लिए उनके 'गारंटी कार्ड' पर कौन भरोसा करेगा.' उन्होंने कहा, 'भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण की राजनीति और परिवारवाद ही उनकी एकमात्र गारंटी है.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोगों ने चुनाव के दौरान असम, त्रिपुरा, मणिपुर और उत्तर प्रदेश में जारी कांग्रेस की गारंटी योजनाओं को खारिज कर दिया है और कर्नाटक के लोग भी ऐसा ही करेंगे.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा सरकार ने मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर दिया और लिंगायत, वोक्कालिगा, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अनुसूचित जाति (एससी)- अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्गों के लिए कोटा बढ़ाया, क्योंकि पार्टी समानता में विश्वास करती है. शाह ने कहा, 'यहां तक कि आंबेडकर भी धर्म के आधार पर आरक्षण के पक्ष में नहीं थे.'
मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के 10 साल के संप्रग शासन की तुलना किसी भी तरह से मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के नौ साल के विकास कार्यों से नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, 'पूरी दुनिया मोदी की उपलब्धियों को पहचानती है और उन पर गर्व करती है.'
प्रधानमंत्री मोदी को 'जहरीले सांप' की तरह बताने संबंधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि कोई भी मोदी के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बदनाम करने की ऐसी कोशिशों का विरोध होना चाहिए. उन्होंने तटीय क्षेत्र में मछुआरों के लिए सब्सिडी योजनाओं और कोविड-19 महामारी के दौरान उन्हें दिए गए लाभों पर प्रकाश डाला.
शाह ने राज्य में जनता दल (सेक्युलर) के उम्मीदवारों को वोट देने के खिलाफ भी लोगों को आगाह किया. उन्होंने कहा, 'जद (एस) कांग्रेस की 'बी टीम' है और उसे एक वोट देने का मतलब केवल कांग्रेस को वोट देना होगा.'
मंगलुरु में किया रोडशो : वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रचार के तहत शनिवार शाम मंगलुरु शहर में रोडशो किया.
भाजपा कार्यकर्ताओं समेत हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उमड़ पड़े. शाह ने शहर के क्लॉक टावर से गोविंदा पाई सर्किल तक रास्ते में सभी जगहों पर उमड़ी भीड़ का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. रोडशो के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.
शाह का पार्टी कार्यकर्ताओं ने शहर में जोरदार स्वागत किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और राज्य के पार्टी नेताओं के समर्थन में नारे लगाए. उनका स्वागत ढोल-नगाड़ों और पुली कली (टाइगर डांस) से किया गया.
केंद्रीय मंत्री शाह के साथ दक्षिण कन्नड़ के सांसद नलिन कुमार कटील, मंगलुरु दक्षिण के विधायक वेदव्यास कामथ, भाजपा जिला अध्यक्ष सुदर्शन मूदबिद्री और अन्य नेता भी थे. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और 13 मई को मतगणना होगी.
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(पीटीआई-भाषा)