विशाखापट्टनम : आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 13 लोगों के दो समूहों ने 17 वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया. पीड़िता का उसके प्रेमी और उसके साथी ने यौन उत्पीड़न किया. बाद में 11 आरोपियों ने कथित तौर आरबी बीच पर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. सभी 11 आरोपी फोटोग्राफर हैं. 17 से 19 दिसंबर के बीच यह घटना हुई. पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद मामला सामने आया. पड़ोसी राज्य ओडिशा में उसके पैतृक गांव में उसका पता लगाया गया और उसे विशाखापट्टनम लाया गया. गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया.
झारखंड में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य की तलाश जारी है. पुलिस के मुताबिक, लड़की के पिता की शिकायत पर 18 दिसंबर को फोर्थ टाउन पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था. वह एक सरकारी कर्मचारी के घर में नौकरानी के रूप में काम कर रही थी. मालिक छुट्टी पर गए थे. वह अकेली थी और मालिकों के पालतू जानवरों की देखभाल कर रही थी.
पुलिस ने लड़की को ओडिशा में उसके पैतृक गांव में ढूंढ लिया और उसे विशाखापट्टनम लाया गया. चूंकि पीड़िता सदमे में थी, इसलिए यह बताने में कुछ समय लगा कि क्या हुआ था. पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने 31 दिसंबर को पॉक्सो एक्ट के तहत दो मामले दर्ज किए और जांच शुरू की. पीड़िता के बयान के मुताबिक, वह 17 दिसंबर को अपने बॉयफ्रेंड के साथ आरके बीच पर गई थी. प्रेमी अपने दोस्त को अपने साथ लाया और दोनों ने एक लॉज में उसके साथ बलात्कार किया.
इस बात से सदमे में आकर लड़की आरके बीच पर गई और अपनी जिंदगी खत्म करना चाहती थी. एक समुद्र तट पर फोटोग्राफर ने उसे अकेले देखा और मदद की पेशकश की. वह उसे एक लॉज में ले गया, जहां उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया. कथित तौर पर दो दिनों तक उसका यौन उत्पीड़न किया गया. पीड़िता गिरोह के चंगुल से भागने में सफल रही और अपने पैतृक जिले ओडिशा के कालाहांडी चली गई. इस बीच, आंध्र प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष वासिरेड्डी पद्मा ने विशाखापट्टनम के पुलिस आयुक्त रविशंकर को पत्र लिखकर मामले की जानकारी मांगी है. महिला संगठनों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.
ये भी पढ़ें - राजस्थान के झालावाड़ में महिला से गैंगरेप, बेसुध हालत में सड़क पर पड़ी मिली