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3600 रुपये में मिल रहा है कंप्यूटर से जानकारी चुराने वाला वायरस

डार्कनेट पर 49 डॉलर के लिए हैकर्स नए मैलवेयर के लिए लाइसेंस खरीद सकते हैं. लॉग-इन क्रेडेंशियल्स को काटने, स्क्रीनशॉट एकत्र करने, कीस्ट्रोक लॉग करने और दुर्भावनापूर्ण फाइलों को निष्पादित करने की क्षमताओं को सक्षम करते हैं. इससे प्रभावित होने वाले लगभग 53 प्रतिशत पीड़ित लोग अमेरिका में रहते हैं, जिसमें मैक और विंडोज दोनों यूजर्स शामिल हैं.

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Published : Jul 22, 2021, 6:39 PM IST

नई दिल्ली : डार्क वेब (dark web) पर सिर्फ 3,600 रुपये से थोड़ा अधिक में उपलब्ध एक मैलवेयर हैकर्स (malware hackers) को मैक और विंडोज यूजर्स (Mac and Windows Users) की जानकारी चुराने में मदद (help stealing information) कर रहा है. चेक प्वाइंट रिसर्च (CPR) ने बताया, एक्सलोडर के रूप में जाना जाने वाला मैलवेयर स्ट्रेन मैक ओ एस यूजर्स की जानकारी (Malware Strain Mac OS Users Information) चुराने के लिए विकसित किया गया है.

डार्कनेट पर 49 डॉलर के लिए हैकर्स नए मैलवेयर के लिए लाइसेंस खरीद सकते हैं. लॉग-इन क्रेडेंशियल्स को काटने, स्क्रीनशॉट एकत्र करने, कीस्ट्रोक लॉग करने और दुर्भावनापूर्ण फाइलों को निष्पादित करने की क्षमताओं को सक्षम करते हैं.

इससे प्रभावित होने वाले लगभग 53 प्रतिशत पीड़ित लोग अमेरिका में रहते हैं, जिसमें मैक और विंडोज दोनों यूजर्स शामिल हैं. 69 देशों के हैकर्स ने विकसित मैलवेयर हासिल करने के लिए अनुरोध किया है.

रिसर्चर ने नोट किया कि गलत तारीके से माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस दस्तावेजों वाले नकली ईमेल के माध्यम से पीड़ितों को मैलवेयर स्ट्रेन डाउनलोड करने के लिए बरगलाया जाता है.

पढ़ें- माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में स्थापित कर सकता है एक बड़ा डेटा सेंटर

चेक प्वाइंट सॉफ्टवेयर में साइबर रिसर्च के प्रमुख यानिव बलमास ने कहा, यह मैलवेयर अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में कहीं अधिक परिपक्व और परिष्कृत है. इसके साथ ही विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम, विशेष रूप से मैकोज कंप्यूटरों का समर्थन करता है. ऐतिहासिक रूप से मैकोज मैलवेयर इतना आम नहीं रहा है. वे आम तौर पर 'स्पाइवेयर' की श्रेणी में आते हैं, जिससे बहुत अधिक नुकसान नहीं होता है, जबकि विंडोज और मैक ओ एस मैलवेयर के बीच अंतर हो सकता है. समय के साथ यह अंतर धीरे-धीरे बंद हो रहा है.

फॉर्मबुक को 2020 में एक्सलोडर में रीब्रांड किया गया है. पिछले छह महीनों में सी पि आर ने एक्सलोडर की गतिविधियों का अध्ययन किया, यह सीखते हुए कि एक्सलोडर विपुल है, न केवल विंडोज, बल्कि सी पि आर के आश्चर्य, मैक उपयोगकर्ताओं को भी टारगेट कर रहा है.

संक्रमण से बचने के लिए शोधकर्ता मैक और विंडोज दोनों यूजर्स को सलाह देते हैं कि, वे संदिग्ध अटैचमेंट न खोलें, संदिग्ध वेबसाइटों पर जाने से बचें और अपने कंप्यूटर पर दुर्भावनापूर्ण व्यवहार को पहचानने व रोकने में मदद करने के लिए तृतीय-पक्ष सुरक्षा सॉ़फ्टवेयर का उपयोग करें.

(आईएएनएस)

नई दिल्ली : डार्क वेब (dark web) पर सिर्फ 3,600 रुपये से थोड़ा अधिक में उपलब्ध एक मैलवेयर हैकर्स (malware hackers) को मैक और विंडोज यूजर्स (Mac and Windows Users) की जानकारी चुराने में मदद (help stealing information) कर रहा है. चेक प्वाइंट रिसर्च (CPR) ने बताया, एक्सलोडर के रूप में जाना जाने वाला मैलवेयर स्ट्रेन मैक ओ एस यूजर्स की जानकारी (Malware Strain Mac OS Users Information) चुराने के लिए विकसित किया गया है.

डार्कनेट पर 49 डॉलर के लिए हैकर्स नए मैलवेयर के लिए लाइसेंस खरीद सकते हैं. लॉग-इन क्रेडेंशियल्स को काटने, स्क्रीनशॉट एकत्र करने, कीस्ट्रोक लॉग करने और दुर्भावनापूर्ण फाइलों को निष्पादित करने की क्षमताओं को सक्षम करते हैं.

इससे प्रभावित होने वाले लगभग 53 प्रतिशत पीड़ित लोग अमेरिका में रहते हैं, जिसमें मैक और विंडोज दोनों यूजर्स शामिल हैं. 69 देशों के हैकर्स ने विकसित मैलवेयर हासिल करने के लिए अनुरोध किया है.

रिसर्चर ने नोट किया कि गलत तारीके से माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस दस्तावेजों वाले नकली ईमेल के माध्यम से पीड़ितों को मैलवेयर स्ट्रेन डाउनलोड करने के लिए बरगलाया जाता है.

पढ़ें- माइक्रोसॉफ्ट हैदराबाद में स्थापित कर सकता है एक बड़ा डेटा सेंटर

चेक प्वाइंट सॉफ्टवेयर में साइबर रिसर्च के प्रमुख यानिव बलमास ने कहा, यह मैलवेयर अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में कहीं अधिक परिपक्व और परिष्कृत है. इसके साथ ही विभिन्न ऑपरेटिंग सिस्टम, विशेष रूप से मैकोज कंप्यूटरों का समर्थन करता है. ऐतिहासिक रूप से मैकोज मैलवेयर इतना आम नहीं रहा है. वे आम तौर पर 'स्पाइवेयर' की श्रेणी में आते हैं, जिससे बहुत अधिक नुकसान नहीं होता है, जबकि विंडोज और मैक ओ एस मैलवेयर के बीच अंतर हो सकता है. समय के साथ यह अंतर धीरे-धीरे बंद हो रहा है.

फॉर्मबुक को 2020 में एक्सलोडर में रीब्रांड किया गया है. पिछले छह महीनों में सी पि आर ने एक्सलोडर की गतिविधियों का अध्ययन किया, यह सीखते हुए कि एक्सलोडर विपुल है, न केवल विंडोज, बल्कि सी पि आर के आश्चर्य, मैक उपयोगकर्ताओं को भी टारगेट कर रहा है.

संक्रमण से बचने के लिए शोधकर्ता मैक और विंडोज दोनों यूजर्स को सलाह देते हैं कि, वे संदिग्ध अटैचमेंट न खोलें, संदिग्ध वेबसाइटों पर जाने से बचें और अपने कंप्यूटर पर दुर्भावनापूर्ण व्यवहार को पहचानने व रोकने में मदद करने के लिए तृतीय-पक्ष सुरक्षा सॉ़फ्टवेयर का उपयोग करें.

(आईएएनएस)

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