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आंसुओं के सैलाब के बीच अनंत यात्रा पर निकले वीरभद्र सिंह, अंतिम संस्कार में उमड़े हजारों लोग - अस्त हुआ हिमाचल की राजनीति का तारा

पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह रामपुर बुशहर के जोबनी घाट में पंचतत्व में विलीन हो गए. पैतृक घर रामपुर बुशहर में राजा वीरभद्र सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वीरभद्र सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश से काफी लोग पहुंचे थे.

पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि
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Published : Jul 10, 2021, 10:23 PM IST

रामपुर : पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह (Former cm Virbhadra Singh ) का पार्थिव शरीर रामपुर बुशहर (Rampur Bushhar) के जोबनी घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. पैतृक घर रामपुर बुशहर में राजा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार (funeral) किया गया. उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. पूरे पारंपरिक विधि-विधान के साथ राजा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार किया गया. पदम पैलेस से श्मशान घाट तक पूरे रास्ते में लोग मकान की छतों से पुष्पवर्षा कर रहे थे. हजारों की संख्या में लोग राजा वीरभद्र सिंह के दर्शन के लिए पहुंचे थे.

राजा वीरभद्र सिंह के लिए बनाया गया खास बमाण

वीरभद्र सिंह के शव तिरंगे से लिपटा था. राजकीय सम्मान के साथ पुलिस जवानों ने उन्हें सलामी दी. एक खास तरह के बमाण में उनका शव पदम पैलेस से श्मशाम घाट लाया गया. शेरों के 12 मुखी इस बमाण को बनाने में कारीगरों को दो दिन का वक्त लगा. बमाण पर खासतौर पर नक्‍काशी कर इसे सजाया गया. वीरभद्र सिंह का जोगणी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया.

ये भी पढ़ें: विधि-विधान के साथ मंत्रोच्चारण के बीच विक्रमादित्य सिंह का हुआ राजतिलक

जन नेता की मौत ने मानों पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया. वहीं, बात पक्ष की हो या विपक्ष की दोनों ही पार्टी के नेता वीरभद्र सिंह के पार्थिक शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहें. पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के अंतिम सफर में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, वन मंत्री राकेश पठानीय, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और कांग्रेस के सुधीर शर्मा, कौल सिंह ठाकुर, मोहन लाल बरागटा, राजेन्द्र राणा, मुकेश अग्निहोत्री, रोहित ठाकुर सभी दिग्गज नेता शामिल हुए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और पवन बंसल भी रामपुर पदम पैलेस पहुंचे और पूर्व सीएम को अंतिम श्रद्धांजलि भेंट की.

राजा वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर कल दोपहर करीब 3 बजे शिमला से रामपुर बुशहर के लिए रवाना किया गया था. जन नेता के अंतिम दर्शन के लिए पदम पैलेस रामपुर में जन सैलाब उमड़ा. महिलाएं सिसक सिसक कर रोते हुए नजर आईं. पार्थिव शरीर के रामपुर पहुंचते ही जोरो से शेर आया शेर आया के नारे लगने लगे. लोगों की आखें नम थीं.

इससे पहले शुक्रवार को वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रिज मैदान पर रखा गया था. जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया. बाद में कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी ने भी दिग्गज नेता के पार्थिव देह की परिक्रमा कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

रामपुर : पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह (Former cm Virbhadra Singh ) का पार्थिव शरीर रामपुर बुशहर (Rampur Bushhar) के जोबनी घाट में पंचतत्व में विलीन हो गया. पैतृक घर रामपुर बुशहर में राजा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार (funeral) किया गया. उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने उनकी पार्थिव देह को मुखाग्नि दी. पूरे पारंपरिक विधि-विधान के साथ राजा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार किया गया. पदम पैलेस से श्मशान घाट तक पूरे रास्ते में लोग मकान की छतों से पुष्पवर्षा कर रहे थे. हजारों की संख्या में लोग राजा वीरभद्र सिंह के दर्शन के लिए पहुंचे थे.

राजा वीरभद्र सिंह के लिए बनाया गया खास बमाण

वीरभद्र सिंह के शव तिरंगे से लिपटा था. राजकीय सम्मान के साथ पुलिस जवानों ने उन्हें सलामी दी. एक खास तरह के बमाण में उनका शव पदम पैलेस से श्मशाम घाट लाया गया. शेरों के 12 मुखी इस बमाण को बनाने में कारीगरों को दो दिन का वक्त लगा. बमाण पर खासतौर पर नक्‍काशी कर इसे सजाया गया. वीरभद्र सिंह का जोगणी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया.

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जन नेता की मौत ने मानों पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया. वहीं, बात पक्ष की हो या विपक्ष की दोनों ही पार्टी के नेता वीरभद्र सिंह के पार्थिक शरीर को श्रद्धांजलि देने के लिए मौजूद रहें. पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के अंतिम सफर में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, वन मंत्री राकेश पठानीय, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और कांग्रेस के सुधीर शर्मा, कौल सिंह ठाकुर, मोहन लाल बरागटा, राजेन्द्र राणा, मुकेश अग्निहोत्री, रोहित ठाकुर सभी दिग्गज नेता शामिल हुए. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और पवन बंसल भी रामपुर पदम पैलेस पहुंचे और पूर्व सीएम को अंतिम श्रद्धांजलि भेंट की.

राजा वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर कल दोपहर करीब 3 बजे शिमला से रामपुर बुशहर के लिए रवाना किया गया था. जन नेता के अंतिम दर्शन के लिए पदम पैलेस रामपुर में जन सैलाब उमड़ा. महिलाएं सिसक सिसक कर रोते हुए नजर आईं. पार्थिव शरीर के रामपुर पहुंचते ही जोरो से शेर आया शेर आया के नारे लगने लगे. लोगों की आखें नम थीं.

इससे पहले शुक्रवार को वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रिज मैदान पर रखा गया था. जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी रिज मैदान पर पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया. बाद में कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी ने भी दिग्गज नेता के पार्थिव देह की परिक्रमा कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

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