दरभंगाः बिहार के दरभंगा में एक दलित पर चोरी का आरोप लगाकर बेरहमी से रातभर पीटा. पीड़ित युवक राम प्रकाश पासवान दरभंगा जिले के केवटी थाना क्षेत्र के रजौरा गांव का रहने वाला है. उसे गंभीर हालत में DMCH में लया गया जहां से उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वारदात 16 अगस्त की है. जब मधुबनी जिले के रहिका थाना क्षेत्र के हिजरा गांव में युवक के साथ बेरहमी की गई. फिर उसे पेशाब पिलाया गया. दूसरे समुदाय के लोगों ने उसके साथ रातभर हाथ-पैर बांधकर पिटाई की. घायल शख्स की बेटी ने अपने पिता के इस हाल के लिए PFI के सदस्यों पर आरोप लगाया है. वहीं इस मामले में बेटी ने बताया कि उसके पिता की मॉब लिंचिंग (Mob lynching in Madhubani) की गई.
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पिटाई का वीडियो देख खड़े हो जाएंगे रोंगटेः राम प्रकाश की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आरोपियों ने यह वीडियो बना कर खुद ही वायरल कर दिया है. वीडियो में पिटाई देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. यह घटना तब घटी जब राम प्रकाश रात में मधुबनी से अपनी बुआ के गांव से अपने घर लौट रहा था. मामला तब मीडिया के सामने आया जब बजरंग दल के कार्यकर्ता उसके गांव पहुंचे और पूरी स्थिति की जानकारी ली. इसके बाद दरभंगा पुलिस भी हरकत में आई है. घायल का फर्द बयान दर्ज कर मधुबनी के रहिका थाना को भेजा गया है.
''पापा 16 अगस्त की रात अपनी बुआ के घर मधुबनी से लौट रहे थे. इसी दौरान जब वे रहिका थाना क्षेत्र के हिजरा गांव पहुंचे तो किसी ने उन्हें आवाज देकर रोक लिया. उसके बाद बड़ी संख्या में पहले से मौजूद लोग हाथ-पैर बांध दिए और री का आरोप लगाकर पूरी रात लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की. जब गांव के लोगों वहां छुड़ाने गए तो 20 लाख रुपये की मांग की गई. पापा की हालत गंभीर थी इसलिए तत्काल 50 हजार रुपये देकर लोगों ने उन्हें छुड़ा कर लाया'' –पूजा कुमारी, पीड़ित की बेटी
चोरी का झूठा आरोप लगाकर पीटा: घायल राम प्रकाश पासवान की बेटी पूजा कुमारी ने बताया उसके पिता 16 अगस्त की रात अपनी बुआ के घर मधुबनी से लौट रहे थे. इसी दौरान जब वे रहिका थाना क्षेत्र के हिजरा गांव पहुंचे तो किसी ने उन्हें आवाज देकर रोक लिया. उसके बाद बड़ी संख्या में पहले से मौजूद लोगों ने उन्हें बाइक से उतार कर उनके हाथ-पैर बांध दिए. उनके कपड़े भी उतार दिए गए. उसके बाद चोरी का आरोप लगाकर पूरी रात लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की गई. चोरी का झूठा आरोप लगाकर दूसरे समुदाय के लोगों ने उन्हें पीटा. उसने बताया कि जब गांव के लोगों को पता चला तो वे घटनास्थल पर गए. वहां उनके साथ भी मारपीट की गई और राम प्रकाश को छोड़ने के एवज में 20 लाख रुपये की मांग की गई. उसने कहा कि 50 हजार रुपये देकर उसके पिता को छुड़ा कर लाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
''राम प्रकाश पासवान धर्म के काम में लगे रहते हैं. इसलिए दूसरे समुदाय के लोगों की आंखों पर चढ़े हुए थे. उनके साथ मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई थी. उसे पेशाब पिलाई गई. पिटाई की वारदात जिस गांव में हुई है वहां PFI के लोग रहते हैं. अगर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई नहीं की तो बजरंग दल इसको लेकर बड़ा आंदोलन करेगा'' -राजीव प्रकाश मधुकर, पूर्व जिला सचिव, बजरंग दल
माॅब लिंचिंग की कोशिश की गईः पिता की पिटाई को लेकर बात करते हुए पूजा ने आगे बताया कि आरोपी पहले से उन्हें निशाने पर लिए हुए थे. मुहर्रम के दिन ही उन्हें पीटने की तैयारी थी जो असफल रही. वहीं इस मामले में बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक राजीव प्रकाश मधुकर ने कहा कि राम प्रकाश पासवान धर्म के काम में लगे रहते हैं. इसलिए दूसरे समुदाय के लोगों की आंखों पर चढ़े हुए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि पिटाई की वारदात जिस गांव में हुई है वहां पीएफआई के लोग रहते हैं. उन्होंने राम प्रकाश के साथ मधुबनी में मॉब लिंचिंग की कोशिश (Mob lynching in Madhubani) की थी.उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई नहीं की तो बजरंग दल इसको लेकर बड़ा आंदोलन करेगा.
"घायल का फर्द बयान दर्ज कर लिया गया है. यह कहीं से कानून सम्मत नहीं है कि किसी पर आरोप लगाकर लोग कानून हाथ में लें और खुद ही सजा दे दें. दरभंगा पुलिस ने दर्ज फर्द बयान मधुबनी जिले के रहिका थाना को भेज दिया है. मामले की जांच चल रही है''- कृष्ण नंदन कुमार, सदर एसडीपीओ, दरभंगा
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