ETV Bharat / bharat

VIP number Auction: शिमला में ये VIP नंबर ₹30 लाख में बिका, पिछले साल ऑक्शन में लगी थी 1.12 करोड़ की बोली

author img

By

Published : Jun 18, 2023, 10:44 PM IST

शिमला में नंबर एचपी-99-9999 लेने के लिए इंद्र काल्टा नाम के एक बड़े कारोबारी ने अपनी गाड़ी के लिए 29.98 लाख रुपए की बोली लगाई है. बता दें इसी तरह एक अन्य नंबर HP99-9696 के लिए भी 12000 रुपए की अधिकतम बोली लगाई है.

VIP number Auction
शिमला में यह VIP नंबर ₹30 लाख में बिका

शिमला: पिछले साल कोटखाई में गाड़ी के वीआईपी नंबर के लिए एक करोड़ से अधिक की बोली लगी थी, जिसके बाद यह खबर देशभर में चर्चा का विषय बन गई. अब एक बार फिर से इस वीआईपी नंबर के लिए नए सिरे से बोली लगी है. अब इसकी बोली 29 लाख 98 हजार 500 रुपए में लगी है. यह बोली इंद्र काल्टा ने लगाई है. अगले तीन दिनों के भीतर इस नंबर को लेने के लिए उनको पूरे पैसे जमा करवाने होंगे.

वीआई नंबर के लिए लगी थी एक करोड़ की बोली: दरअसल, पिछले फरवरी माह में शिमला जिला के कोटखाई में यह वीआईपी नंबर HP 99-9999 देशभर में चर्चा में आया था. बताया जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने ऑनलाइन 1.12 करोड़ की बोली इसके लिए लगाई थी. यह बोली पूरे देश में चर्चा की विषय बन गई थी. लेकिन जिस व्यक्ति ने यह बोली लगाई, उसने बाद में यह नंबर नहीं लिया. इस तरह यह बोली फर्जी पाई गई. इसके बाद हिमाचल परिवहन विभाग ने अपने ई-आक्शन सिस्टम में सुधार किया.

नए ई-ऑक्शन सिस्टम के तहत 30% राशि जमा कराना जरूरी: दरअसल, पहले इस तरह की नंबरों की बोली के लिए विभाग कोई एडवांस नहीं लेता था. नए सिस्टम के तहत अब किसी भी नंबर के लिए बोली लगाने से पहले उसके लिए निर्धारित राशि का 30 प्रतिशत हिस्सा जमा कराना जरूरी किया गया है. इसके बाद बोली में नंबर अलॉट करने के बावजूद वह व्यक्ति उसको नहीं लेता है तो, उसकी एडवांस जमा राशि को विभाग वापस नहीं लौटाएगा. यह राशि सरकारी कोष में जमा की जाएगी. इस तरह नए ई-ऑक्शन सिस्टम के तहत ही अब इस नंबर के लिए नए सिरे से बोली लगाई गई. इस वीआईपी नंबर का रिजर्व प्राइस 4500 रुपए निर्धारित किया गया था, इसके बाद इसके लिए अधिकतम बोली इंद्र काल्टा ने 29.98 लाख रुपए की लगाई.

इंद्र काल्टा ने लगाई 29.98 लाख की बोली: बोली लगाने वाले इंद्र काल्टा एक कारोबारी बताए जा रहे हैं. उन्होंने अपनी नई गाड़ी के लिए यह नंबर अब लिया है. अगले तीन दिन में उनको इस बोली के पूरे पैसे जमा करवाने होंगे, तभी यह उनके नाम होगा. अगर वे ऐसा नहीं करते तो परिवहन विभाग इसकी फिर से बोली लगाएगा. इसी तरह कोटखाई में ही एक अन्य नंबर HP99-8900 के लिए 12,000 रुपए को बोली लगी है. इसी तरह एक अन्य नंबर HP99-9696 के लिए भी 12,000 रुपए की अधिकतम बोली लगाई है.

ई- ऑक्शन से 1 करोड़ से ज्यादा कमाई: हाल ही में प्रदेश परिवहन विभाग ने गाड़ियों के पसंदीदा या वीआईपी नंबर देने के लिए नया ई-ऑक्शन सिस्टम लागू किया है. इसके तहत अब नंबरों के लिए बोली लगाने वालों को कुल राशि का 30 फीसदी एडवांस में जमा करवाना है. इस सिस्टम के लागू होने के बाद परिवहन विभाग ने करीब 200 नंबरों की नीलामी की है, जिनसे विभाग को 1 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुका है. इससे पहले HP 12 Q-0008 नंबर 8 लाख 10 हजार रुपए में नीलाम हुआ, जबकि HP12Q-0009 नंबर 5,77,500 रुपए में, HP12Q-0005 नंबर 4,05,500 रुपए और HP17H-0007 नंबर 4,42500 रुपये में नीलाम हो चुका है.

नए सिस्टम के तहत अब सोमवार से शनिवार तक वाहनों के नंबरों के लिए बोलियां लगाई जा रही हैं. रविवार को पांच बजे इसका परिणाम भी जारी कर दिए जाते हैं. इस तरह अब नए सिस्टम के तहत एडवांस में 30 फीसदी राशि जमा करवाने से अब फर्जी बोली लगाने वालों पर अंकुश लग रहा है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल जेई सिविल भर्ती पेपर लीक मामला, विजिलेंस ने 4 आरोपियों के खिलाफ किया मामला दर्ज

शिमला: पिछले साल कोटखाई में गाड़ी के वीआईपी नंबर के लिए एक करोड़ से अधिक की बोली लगी थी, जिसके बाद यह खबर देशभर में चर्चा का विषय बन गई. अब एक बार फिर से इस वीआईपी नंबर के लिए नए सिरे से बोली लगी है. अब इसकी बोली 29 लाख 98 हजार 500 रुपए में लगी है. यह बोली इंद्र काल्टा ने लगाई है. अगले तीन दिनों के भीतर इस नंबर को लेने के लिए उनको पूरे पैसे जमा करवाने होंगे.

वीआई नंबर के लिए लगी थी एक करोड़ की बोली: दरअसल, पिछले फरवरी माह में शिमला जिला के कोटखाई में यह वीआईपी नंबर HP 99-9999 देशभर में चर्चा में आया था. बताया जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने ऑनलाइन 1.12 करोड़ की बोली इसके लिए लगाई थी. यह बोली पूरे देश में चर्चा की विषय बन गई थी. लेकिन जिस व्यक्ति ने यह बोली लगाई, उसने बाद में यह नंबर नहीं लिया. इस तरह यह बोली फर्जी पाई गई. इसके बाद हिमाचल परिवहन विभाग ने अपने ई-आक्शन सिस्टम में सुधार किया.

नए ई-ऑक्शन सिस्टम के तहत 30% राशि जमा कराना जरूरी: दरअसल, पहले इस तरह की नंबरों की बोली के लिए विभाग कोई एडवांस नहीं लेता था. नए सिस्टम के तहत अब किसी भी नंबर के लिए बोली लगाने से पहले उसके लिए निर्धारित राशि का 30 प्रतिशत हिस्सा जमा कराना जरूरी किया गया है. इसके बाद बोली में नंबर अलॉट करने के बावजूद वह व्यक्ति उसको नहीं लेता है तो, उसकी एडवांस जमा राशि को विभाग वापस नहीं लौटाएगा. यह राशि सरकारी कोष में जमा की जाएगी. इस तरह नए ई-ऑक्शन सिस्टम के तहत ही अब इस नंबर के लिए नए सिरे से बोली लगाई गई. इस वीआईपी नंबर का रिजर्व प्राइस 4500 रुपए निर्धारित किया गया था, इसके बाद इसके लिए अधिकतम बोली इंद्र काल्टा ने 29.98 लाख रुपए की लगाई.

इंद्र काल्टा ने लगाई 29.98 लाख की बोली: बोली लगाने वाले इंद्र काल्टा एक कारोबारी बताए जा रहे हैं. उन्होंने अपनी नई गाड़ी के लिए यह नंबर अब लिया है. अगले तीन दिन में उनको इस बोली के पूरे पैसे जमा करवाने होंगे, तभी यह उनके नाम होगा. अगर वे ऐसा नहीं करते तो परिवहन विभाग इसकी फिर से बोली लगाएगा. इसी तरह कोटखाई में ही एक अन्य नंबर HP99-8900 के लिए 12,000 रुपए को बोली लगी है. इसी तरह एक अन्य नंबर HP99-9696 के लिए भी 12,000 रुपए की अधिकतम बोली लगाई है.

ई- ऑक्शन से 1 करोड़ से ज्यादा कमाई: हाल ही में प्रदेश परिवहन विभाग ने गाड़ियों के पसंदीदा या वीआईपी नंबर देने के लिए नया ई-ऑक्शन सिस्टम लागू किया है. इसके तहत अब नंबरों के लिए बोली लगाने वालों को कुल राशि का 30 फीसदी एडवांस में जमा करवाना है. इस सिस्टम के लागू होने के बाद परिवहन विभाग ने करीब 200 नंबरों की नीलामी की है, जिनसे विभाग को 1 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर चुका है. इससे पहले HP 12 Q-0008 नंबर 8 लाख 10 हजार रुपए में नीलाम हुआ, जबकि HP12Q-0009 नंबर 5,77,500 रुपए में, HP12Q-0005 नंबर 4,05,500 रुपए और HP17H-0007 नंबर 4,42500 रुपये में नीलाम हो चुका है.

नए सिस्टम के तहत अब सोमवार से शनिवार तक वाहनों के नंबरों के लिए बोलियां लगाई जा रही हैं. रविवार को पांच बजे इसका परिणाम भी जारी कर दिए जाते हैं. इस तरह अब नए सिस्टम के तहत एडवांस में 30 फीसदी राशि जमा करवाने से अब फर्जी बोली लगाने वालों पर अंकुश लग रहा है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल जेई सिविल भर्ती पेपर लीक मामला, विजिलेंस ने 4 आरोपियों के खिलाफ किया मामला दर्ज

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.