चेन्नई : तमिलनाडु के शिवगंगई जिले के 13 गांव 60 से अधिक वर्षों से दीपावली नहीं मना रहे हैं. सिंगमपुनारी के पास मामपट्टी के नेतृत्व में 13 गांवों ने 1954 से दीपावली मनाना बंद कर दिया.
दरअसल, कृषि पर निर्भर इन गांवों में 1954 से पहले दिवाली मनाने के लिए कर्ज लिया जाता था. कर्ज के कारण ग्रामीणों को फसल के समय कठिनाई का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते यह पोंगल उत्सव को भी खराब कर देता है.
इसलिए ग्राम प्रधान पेरिया अंबालाकारर पेरी सेवकन ने दीपावली न मनाने और पोंगल को फसल उत्सव मनाने का निर्णय लिया.
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तब से 60 से अधिक वर्षों तक इन 13 गांवों ने दीपावली उत्सव का बहिष्कार किया. जिसके बाद यहां कई घर समृद्ध और बहतर हो गए हैं. इसके चलते यह गांव किसी भी उत्सव को न मनाने की गांव की परंपरा को बनाए रखे हुए हैं. इन गांवों के लिए दीपावली अन्य दिनों की तरह ही है.