सवाई माधोपुर. राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में रणथंभौर नेशनल पार्क से सटे खवा गांव में जंगल में बकरियां चराने गए चरवाहे बाबूलाल गुर्जर पर सोमवार शाम को टाइगर ने हमला कर दिया था, जिसमें उसकी मौत हो गई. घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीणों ने मृतक का शव जंगल से ढूंढा और मंगलवार सुबह कुंडेरा श्यामपुरा मार्ग पर धरने पर बैठ गए. मौके पर पहुंचे राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सहित भाजपा नेता भी धरने पर बैठ गए. किरोड़ी लाल मीणा ने आंदोलन का नेतृत्व करते हुए प्रशासन से वार्ता की, जिसमें 18 लाख रुपए मुआवजा, संविदा पर नौकरी सहित अन्य मांगों पर सहमति बनी. इसके बाद धरना समाप्त हुआ.
इन मांगों पर बनी सहमित : राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इस तरह के हमलों को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है. इस घटना में निर्णय हुआ है कि 5 बीघा जमीन मृतक के परिवार को दी जाएगी. बाबूलाल का श्रमिक कार्ड बना हुआ था, इसके तहत उसके परिवार को 5 लाख रुपए मिलेंगे. डीएफओ ने कहा है कि परिवार को 5 लाख वन विभाग की तरफ से और मृतक के बेटों को संविदा पर नौकरी देंगे, जिन्हें बाद में स्थाई कर दिया जाएगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत इनके लिए मकान बनाया जाएगा और एक डेयरी का बूथ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी भाजपा कार्यकर्ता मिलकर परिवार के लिए 1-1 लाख की सहायता राशि इकट्ठा करके कुल 18 लाख रुपए देंगे.
शव सड़क पर रख दिया धरना : बता दें कि ग्रामीणों ने मृतक चरवाहे के परिजनों को 50 लाख रुपए आर्थिक मुआवजा और मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी. मांगें पूरी नहीं होने तक धरना जारी रखने की चेतावनी दी थी. इस दौरान ग्रामीण पिकअप में शव रखकर सवाई माधोपुर जिला कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हो गए, तभी पुलिस ने ग्रामीणों की गाड़ी को रावल गांव के पास रोक लिया. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच हल्की झड़प भी हुई. इसपर ग्रामीणों ने रावल गांव के पास ही शव को सड़क पर रख दिया और जाम लगाकर धरने पर बैठ गए. इससे सवाई माधोपुर-कुंडेरा श्यामपुरा मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया.
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष भवानी सिंह मीणा सहित कई भाजपा नेता भी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए. किरोड़ी लाल मीणा ने ग्रामीणों की मांग को लेकर पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, रणथंभौर नेशनल पार्क के उपवन संरक्षक मोहित गुप्ता से वार्ता की. इसमें 5 बीघा जमीन, डेयरी बूथ, संविदा पर नोकरी और 18 लाख रुपए बतौर मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर आपस में सहमति बनी. इसके बाद ग्रामीणों ने जाम हटा दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया गया.