इंदौर (मध्यप्रदेश) : कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के शेष कार्यक्रम में कटौती को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मांग को भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मंगलवार को असंवैधानिक करार दिया. उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख में चुनावों के तकनीकी ज्ञान की कमी है.
गौरतलब है कि बनर्जी ने सोमवार को निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया था कि वह राज्य में पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे. उन्होंने इस सिलसिले में कहा था कि राज्य में आखिरी तीन चरणों का मतदान एक बार में या दो दिन में कराने से कोविड-19 का प्रकोप एक हद तक कम हो जाएगा.
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विजयवर्गीय, भाजपा संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव हैं. चुनावी सरगर्मियों के बीच अपने गृहनगर इंदौर पहुंचे भाजपा महासचिव ने संवाददाताओं से कहा, बनर्जी में (चुनावों के) तकनीकी ज्ञान की कमी है. निर्वाचन आयोग जब एक बार चुनाव कार्यक्रम घोषित कर देता है, तो तमाम चुनावी प्रक्रिया की अवधि पहले से तय होती है और उम्मीदवारों को प्रचार का निर्धारित समय मिलता है.
उन्होंने कहा, आप किसी उम्मीदवार के प्रचार के समय को आखिर कैसे कम कर सकते हैं? चुनाव आयोग इस प्रकार का कोई फैसला कर भी नहीं सकता, क्योंकि यह असंवैधानिक होगा. बनर्जी द्वारा (चुनाव कार्यक्रम में कटौती को लेकर) इस तरह की असंवैधानिक मांग के जरिये जनता की सहानुभूति प्राप्त करना ठीक नहीं है.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के पश्चिम बंगाल में अपनी आगामी चुनावी रैलियां रद्द करने की हालिया घोषणा पर भाजपा महासचिव ने तंज कसा, आखिर उनकी रैलियों में जा कौन रहा है?
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विजयवर्गीय ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल चुनावों में भाजपा मजबूत स्थिति में है और 22 अप्रैल (बृहस्पतिवार) को छठे चरण के मतदान के बाद ही पार्टी को 'आराम से' बहुमत मिल जाएगा. उन्होंने यह दावा भी किया कि सातवें और आठवें चरण के मतदान के बाद राज्य में भाजपा की सीटों का आंकड़ा 200 तक पहुंच जाएगा.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 294 विधानसभा सीटों के चुनाव आठ चरणों में हो रहे हैं. मतदान का आठवां और आखिरी चरण 29 अप्रैल को संपन्न होगा, जबकि वोटों की गिनती दो मई को होगी.