मुबई: आर्यन खान क्रूज ड्रग्स मामले में एक के बाद एक चौकाने वाले बयान सामने आ रहे हैं. आर्यन खान ड्रग्स मामले में मुख्य गवाह होने का दावा करने वाले विजय पगारे ने एनसीबी द्वारा आर्यन खान को फंसा कर पैसे मांगने का आरोप लगाया है. विजय पगारे ने कहा है कि शाहरुख के बेटे आर्यन खान को पैसे की वसूली के लिए एनसीबी के द्वारा गतल ढंग से फंसाया गया है. आर्यन खान इस मामले में दोषी नहीं हैं.
उसने किरण गोसावी पर आर्यन को छोड़ने के लिए 18 करोड़ रुपया का सौदा करने और शाहरुख की मैनेजर पूजा से 50 लाख रुपया एडवांस लेने का भी आरोप लगाया. विजय पगारे के अनुसार किरण गोसावी और मनीष भानुशाली ने आर्यन खान को एनसीबी अधिकारियों के साथ मिलकर ड्रग्स के मामले में फंसाया है. यह पूरा मामला पहले से तैयार प्लान के अनुसार ही था. विजय पगारे ने कहा कि मैने ये बात आर्यन के वकील सतीश मान शिंदे को बताई और आर्यन के निर्दोष होने की बात कही पर उन्होंने मुझ पर भरोसा नहीं किया.
इस मामले में दोनों ने एनसीबी अधिकारियों को भी वसूली की रकम में हिस्सा देने की योजना बनाई थी. लेकिन मामला मीडिया में आने के बाद एनसीबी ने रुपया लौटा दिया और दोनों का प्लान फेल हो गया. उसने यह भी कहा कि दोनों बिजनेसमैन सैम डिसूजा का लगातार नाम ले रहे थे.
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मुंबई पुलिस की एसआईटी को दिए बयान में विजय पगारे ने कहा कि किरण गोसावी और मनीष भानुशाली आर्यन की गिरफ्तारी के बाद से ही लगातार शाहरुख की मैनेजर पूजा ददलानी, सैम डिसूजा और एनसीबी अधिकारियों के संपर्क में थे. मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में एनसीबी अधिकारी समाीर वानखड़े पर शाहरुख खान के बेटे को छोड़ने के लिए पैसे की मांग करने का आरोप महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने लगाया था.
इसके बाद हर दिन मामले में नए-नए खुलासें हो रहे हैं. एनसीबी ने इस मामले की जांच के लिए दिल्ली की टीम को नियुक्त किया है. एनसीबी टीम ने 2 अक्टूबर को ड्रग्स मामले में शाहरुख खान के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.