वाराणसी : भारत सरकार ने जनसंख्या को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में जनसंख्या वृद्धि दर प्रति जोड़े पर 2 बताई गई है. दो होने का मतलब है की आज हमारी संख्या 140 करोड़ है, जो 10-20 साल बाद भी यही रहेगी, बढ़ेगी नहीं. देश के आर्थिक विकास के लिए जनसंख्या की स्थिरता अच्छी बात है, लेकिन चिंताजनक पहलू है कि देश की जनसंख्या वृद्धि दर 2 है, तो उसमें हिंदू की जनसंख्या वृद्धि दर लगभग 1.8 फीसदी है. जिसका मतलब है कि दो हिंदू 1.75 फीसदी बच्चा करेंगे. ये बातें विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कही.
उन्होंने कहा कि सरकार को अब जनसंख्या नियंत्रण पर जल्द से जल्द कानून बनाने की जरूरत है. इस आंकड़े के मुताबिक पहली बार हिंदू की जनसंख्या हजारों साल के बाद घटनी शुरू हो जाएगी. तोगड़िया ने जनसंख्या के विषय में बताया कि 1980 में 70 करोड़ हिंदुओं की जनसंख्या थी. वर्तमान में 100 करोड़ हो गई है. अब वह उल्टा होगा 100 करोड़ से घटकर 90, 80, 70 और 60 तक जाएगा. पिछले 20 सालों में यूरोप में क्रिश्चियन की जनसंख्या कम हो रही है. हमारे इतिहास में पहली बार घटने का दौर आ रहा है. देश की जनसंख्या वृद्धि दर 2 फीसदी है. लेकिन वहीं मुसलमानों की जनसंख्या दर 2.5 फीसदी है. मुसलमानों की जनसंख्या बढ़ती रहेगी. हिंदुओं का अल्पसंख्यक होने का खतरा पहले की तरह अब बहुत बढ़ गया है.
डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया ने बताया कि उनका अगला लक्ष्य सभी को रोजगार उपलब्ध कराना है. इसके लिए ब्लॉक स्तर पर पांच-पांच लोगों की टीम बनाई जाएंगी. जिन्हें ऑनलाइन सामान वितरित किया जाएगा, जिसका लाभ मिलेगा. जिससे देश में बढ़ रही बेरोजगारी पर लगाम लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन में जो बड़ी कंपनियां हैं, सिर्फ उनको ही फायदा हो रहा है. जिस पर सरकार को अंकुश लगाने की जरूरत है. हमारे खुदरा व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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