नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद का कहना है की राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाकर कांग्रेस अपनी संस्कृति दिखा रही है. राहुल गांधी पहले ही राम के अस्तित्व को नकार चुके हैं. कभी सनातन का विरोध तो कभी हिंदुत्व पर प्रहार, ये है कांग्रेस की खुद की संस्कृति और आज वो बीजेपी और संघ पर संस्कृति को लेकर प्रहार कर रहे हैं. वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि राहुल गांधी जिनके दादा की मजार आज भी उनका इंतजार कर रही कि उनके पोते आएंगे. उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू ने तो 1954 में ही कह दिया था की उन्हें पंडित ना कहा जाए.
वीएचपी ने आरोप लगाया की राहुल कोर्ट के ऊपर जनेऊ पहनकर हिंदू होने का ढोंग करते हैं. वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि ये श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम था और वहां पहुंचकर लोग श्री राम के शरण में जाकर कुछ पा लेते. मगर कांग्रेस राम से विरोध कर राम भक्ति की बात करती है, शिव भक्ति की बात करती है ये कहां उचित है. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा में ना जाकर शिव मंदिर में जाने की बात कर रहे, खुद शिव ने कहा है कि राम का विरोध कर शिवभक्ति नहीं की जा सकती. उन्होंने आरोप लगाया की राम और शिव का विरोध कर कांग्रेस अपनी संस्कृति दिखा रही है.
नाम ना लेते हुए उन्होंने एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोलते हुए कहा कि ये जो कुनबा है ये राम का विरोध ही नहीं बल्कि पूरे सनातन को नेस्तनाबूत करना चाहता है. उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक वर्ग हो चाहे वो मुस्लिम भाई बहन हों या ईसाई या सिख सभी समुदाय के लोग यहां पहुंच रहे हैं. मगर कुछ नेता ऐसी बयानबाजी कर उन्हे भड़काने की कोशिश करते रहते हैं. उकसावे की राजनीति करना इनकी नियति है. इस प्राण प्रतिष्ठा में हर धर्म और पंथ के लोग आ रहे हैं. राजनेता भले उकसाते की राजनीति करें मगर आमजन को इससे कोई लेना देना नहीं है.
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