नई दिल्ली : राम मंदिर निर्माण के लिए शुरू किया गया विश्व हिन्दू परिषद का निधि समर्पण अभियान शनिवार को पूरा हो चुका है. सूत्रों की मानें तो विहिप ने अपने 44 दिन चले अभियान के जरिए अनुमानित 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा एकत्रित किए हैं.
हालांकि विहिप की तरफ से इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है कि अब तक कितनी राशि जुटा ली गई है.
रविवार को विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने जारी वक्तवय में कहा है कि निधि समर्पण अभियान विश्व के सबसे बड़े अभियानों में शुमार है, जिसमें विहिप के 40 लाख से ज्यादा कार्यकर्ता 10 लाख टोलियां बना कर करोड़ों लोगों तक पहुंचे हैं.
यह एक ऐसा अभियान रहा है जिसमें देश के राष्ट्रपति से लेकर सामान्य निर्धन व्यक्ति ने भी अपना योगदान दिया.
आलोक कुमार ने कहा है कि निधि समर्पण अभियान से संबंधित आंकड़ों को जल्द सार्वजनिक किया जाएगा.
बता दें कि विहिप द्वारा अभियान शुरू होने से पहले कहा गया था कि इस अभियान में वह देश भर में 55 करोड़ लोगों तक पहुंचेंगे, जिसमें 11 करोड़ परिवार और 5 लाख गांव शामिल होंगे.
अभियान के समापन के बाद आंकड़ों को संकलित करने में 15 दिन का समय लग सकता है जिसके बाद यह घोषित किया जाएगा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कुल कितने लोगों द्वारा कितनी राशि दान में दी गई है.
समर्पण अभियान में एकत्रित धन राशि को तीन बैंकों में जमा कराया गया है जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा शामिल हैं. राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा दान देने वालों का विवरण, संबंधित रसीद के साथ कूपन संख्या इत्यादि एक एप के माध्य्म से अपडेट किया जा रहा है. इस एप को विशेष रूप इसी विवरण के लिए बनाया गया है.
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विहिप द्वारा कहा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा एकत्रित करने की प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी रखा गया और अभियान सफल भी रहा है.