उत्तरकाशी: उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. ऐसे में अतिवृष्टि और भूस्खलन के कारण सिल्क्यारा इलाके के पास उत्तरकाशी-गंगोत्री हाईवे बंद हो गया है. वहीं, बीआरओ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और राजमार्ग को खोलने का प्रयास कर रही है. बता दें कि भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाईवे करीब ढाई घंटे बाधित रहा. इस दौरान राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
इस मामले पर उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि भूस्खलन के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बाधित हो गया था. बीआरओ की टीम ने मौके पर पहुंचकर सड़क से मलबा हटा दिया है. जिसके बाद दोनों राजमार्गों को आवाजाही के लिए सुचारू कर दिया गया है. वहीं, जो कार क्षतिग्रस्त हुई है, उसकी जानकारी ली जा रही है.
बता दें कि, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के पूर्वानुमान के तहत आज प्रदेश के नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और पौड़ी जनपदों में कहीं-कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. जिससे देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है.
इनदिनों हाईवे पर आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है. ताजा मामला यमुनोत्री हाईवे का है. जहां सिलक्यारा के पास पहाड़ी से अचानक हुए भूस्खलन के कारण एक कार मलबे की चपेट में आ गई. गनीमत ये रही कि कार सवार किसी तरह से भागकर कर अपनी जान बचाई, नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था.
वहीं, एक ताजा मामला यमुनोत्री हाईवे से सामने आया है. जहां सिलक्यारा के पास पहाड़ी से अचानक हुए भूस्खलन के कारण एक कार मलबे की चपेट में आ गई. गनीमत ये रही कि कार सवार किसी तरह से भागकर कर अपनी जान बचाई, नहीं तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था.
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वहीं, उच्चहिमालयी क्षेत्र में भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई है. ऐसे में जनपद रुद्रप्रयाग स्थित केदारनाथ धाम भी भी पुनर्निर्माण कार्य बीते दो तीन दिन से बंद है. केदारनाथ में भी बीते दिनों से लगातार बारिश जारी है. जिससे पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हुआ है.
उधर, बारिश के कारण बीते दिन टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से चिन्यालीसौड़ पुरानी जोगत रोड ब्लॉक मुख्यालय के पास लगभग सड़क का 10 मीटर हिस्सा झील में समा गया है. सुरक्षा को देखते हुए इस मोटर मार्ग को पुलिस ने आवाजाही के लिए बंद करवा दिया है.