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Chinese Loan App: उत्तराखंड STF ने 300 करोड़ की ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का किया पर्दाफाश

चाइनीज फर्जी लोन एप से 300 करोड़ से ज्यादा की ठगी मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय गिरोह के भारतीय सरगना अंकुर ढींगरा को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. वहीं, बताया जा रहा है कि इस गिरोह को हांगकांग से 5 चीनी नागरिक संचालित कर रहे हैं.

Chinese Loan App
उत्तराखंड STF
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Published : Jan 11, 2023, 5:02 PM IST

जानकारी देते उत्तराखंड के डीजीपी.

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ (Uttarakhand STF) ने चाइनीज लोन एप (Chinese loan app) के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का पर्दाफाश (International thug gang busted) किया है. एसटीएफ ने गिरोह के भारतीय सरगना अंकुर ढींगरी निवासी मोहन गार्डन उत्तमनगर नई दिल्ली को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. जबकि इस गिरोह के 5 मास्टरमाइंड चीनी नागरिक हैं. जानकारी अनुसार इस गिरोह का संचालन हांगकांग से किया जा रहा है. इस गिरोह ने अब तक 300 करोड़ से अधिक धोखाधड़ी और अवैध वसूली की है.

प्रारंभिक जांच में पाया गया कि चाइनीज फर्जी लोन एप के खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cyber Crime Reporting Portal) में 95 शिकायत दर्ज हो चुकी है. इस अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का संचालन 5 चीनी मास्टरमाइंड करते हैं. बता दें कि उत्तराखंड में चाइनीज फर्जी लोन एप (Chinese fake loan app in Uttarakhand) से संबंधित 247 से अधिक शिकायतें साइबर क्राइम पुलिस (cyber crime police) को मिल चुकी.

उत्तराखंड एसटीएफ ने इस ठग गिरोह का सदस्य अंकुर ढींगरा (thug gang member ankur dhingra) को गुड़गांव से गिरफ्तार किया. एसटीएफ को अनिल ढींगरा से पूछताछ में इस गिरोह की जानकारी मिली. जिससे पता चला कि फर्जी चाइनीज एप के जरिए देशभर में सस्ते लोन का झांसा देकर यह गिरोह पहले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. उसके बाद उनके परिवार के सदस्यों का अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ एडिट कर लाखों करोड़ों रुपए लोन वसूली के नाम पर ठगते थे.

देहरादून के लुनिया मोहल्ला इलाके में एक पति पत्नी से भी इस फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए लगभग 17 लाख रुपए की ठगी की गई. इस गिरोह का इंडियन मास्टरमाइंड अंकुर ढींगरा है, जो नई दिल्ली के मोहन गार्डन उत्तम नगर में रहता है. अभियुक्त के कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड डिस्क और दर्जनों बैंक के एटीएम कार्ड के साथ-साथ डीएल, आरसी, आधार कार्ड, पैन और मेट्रो कार्ड भी बरामद हुए हैं.

डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक देशभर में चाइनीज फर्जी लोन ऐप के जरिए की गई धोखाधड़ी 300 करोड़ से कहीं अधिक की हो सकती है. क्योंकि अभी तक की जांच पड़ताल में इस गिरोह के 15 फर्जी ऐप से 300 करोड़ की अवैध वसूली (Illegal recovery of 300 crores from 15 fake apps) की सबूत सामने आए हैं. यह पूरा गिरोह देशभर में सस्ते लोन एप के झांसे में लोगों के अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ बनाकर मानसिक उत्पीड़न से करोड़ों पर वसूल कर रहा है. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि इस फर्जी आपके 15 ऐप में से 5 ऐप में साइबर अपराध क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में 95 शिकायत दर्ज हो चुकी है.
ये भी पढ़ें: कलियुगी पिता को कोर्ट ने सुनाई 6 साल की सजा, 8 साल की बेटी से किया था रेप का प्रयास

चाइना में बैठे गिरोह के सरगना: इस फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए देशभर में करोड़ों रुपए की अवैध वसूली करने वाले 5 मास्टरमाइंड चीनी नागरिक हैं. उत्तराखंड एसटीएफ ने इन मुख्य आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए विदेश मंत्रालय से पत्राचार कर उनके भारत में आने जाने की जानकारी और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की है. ताकि उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके.

गिरोह के चीनी सरगना के नाम: हांगकांग से भारत में फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए धोखाधड़ी करने वाले 5 चीनी नागरिकों में kuang yongguang उर्फ Bolt (गिरोह का डायरेक्टर), Miao Zhang उर्फ Cicero, Wanzue Li उर्फ Force, He Zhebo उर्फ Leo (डायरेक्टर), Difan Wang उर्फ Scott wang (डायरेक्टर) है.

आरोपी अंकुर ढींगरा ने बताया कि चाइना जाकर वह इस फर्जी लोन कंपनी एप के लोगों से 2019-20 में वह मिला. जिसके बाद उसने भारत में चाइनीज फर्जी लोन एप के जरिए गोरखधंधा शुरू किया. दिल्ली निवासी अंकुर ढींगरा भारत में कमीशन पर काम करता है. अंकुर ने बताया कि भारतीय लोगों के फोन नंबर पर फर्जी कॉल सेंटर से फोन कर लोन देने के नाम पर फंसाया जाता है. इसके बाद लोगों का बैंक खाता, फेसबुक और अन्य तरह के डाटा एकत्र कर उनके फोटो वीडियो को अश्लील तरह से एडिट कर मानसिक शोषण कर लाखों रुपए वसूलते हैं.

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि पिछले साल इसी तरह 15 दिन में धन दोगुना करने वाले चाइनीज पावर बैंक का उत्तराखंड पुलिस ने पर्दाफाश किया था. उसी तर्ज पर यह गिरोह उससे भी बड़े स्तर पर देश में फैला हुआ है. उत्तराखंड पुलिस के इस कार्रवाई के बाद, अब देशभर से इसकी शिकायत अलग-अलग राज्यों की साइबर पुलिस को मिल रही है. ऐसे में आशंका है कि देशभर में सैकड़ों करोड़ की धोखाधड़ी हो सकती है. इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों से भी पत्राचार किया जा रहा है.

जानकारी देते उत्तराखंड के डीजीपी.

देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ (Uttarakhand STF) ने चाइनीज लोन एप (Chinese loan app) के जरिए करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का पर्दाफाश (International thug gang busted) किया है. एसटीएफ ने गिरोह के भारतीय सरगना अंकुर ढींगरी निवासी मोहन गार्डन उत्तमनगर नई दिल्ली को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. जबकि इस गिरोह के 5 मास्टरमाइंड चीनी नागरिक हैं. जानकारी अनुसार इस गिरोह का संचालन हांगकांग से किया जा रहा है. इस गिरोह ने अब तक 300 करोड़ से अधिक धोखाधड़ी और अवैध वसूली की है.

प्रारंभिक जांच में पाया गया कि चाइनीज फर्जी लोन एप के खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (National Cyber Crime Reporting Portal) में 95 शिकायत दर्ज हो चुकी है. इस अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का संचालन 5 चीनी मास्टरमाइंड करते हैं. बता दें कि उत्तराखंड में चाइनीज फर्जी लोन एप (Chinese fake loan app in Uttarakhand) से संबंधित 247 से अधिक शिकायतें साइबर क्राइम पुलिस (cyber crime police) को मिल चुकी.

उत्तराखंड एसटीएफ ने इस ठग गिरोह का सदस्य अंकुर ढींगरा (thug gang member ankur dhingra) को गुड़गांव से गिरफ्तार किया. एसटीएफ को अनिल ढींगरा से पूछताछ में इस गिरोह की जानकारी मिली. जिससे पता चला कि फर्जी चाइनीज एप के जरिए देशभर में सस्ते लोन का झांसा देकर यह गिरोह पहले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. उसके बाद उनके परिवार के सदस्यों का अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ एडिट कर लाखों करोड़ों रुपए लोन वसूली के नाम पर ठगते थे.

देहरादून के लुनिया मोहल्ला इलाके में एक पति पत्नी से भी इस फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए लगभग 17 लाख रुपए की ठगी की गई. इस गिरोह का इंडियन मास्टरमाइंड अंकुर ढींगरा है, जो नई दिल्ली के मोहन गार्डन उत्तम नगर में रहता है. अभियुक्त के कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड डिस्क और दर्जनों बैंक के एटीएम कार्ड के साथ-साथ डीएल, आरसी, आधार कार्ड, पैन और मेट्रो कार्ड भी बरामद हुए हैं.

डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक देशभर में चाइनीज फर्जी लोन ऐप के जरिए की गई धोखाधड़ी 300 करोड़ से कहीं अधिक की हो सकती है. क्योंकि अभी तक की जांच पड़ताल में इस गिरोह के 15 फर्जी ऐप से 300 करोड़ की अवैध वसूली (Illegal recovery of 300 crores from 15 fake apps) की सबूत सामने आए हैं. यह पूरा गिरोह देशभर में सस्ते लोन एप के झांसे में लोगों के अश्लील वीडियो और फोटोग्राफ बनाकर मानसिक उत्पीड़न से करोड़ों पर वसूल कर रहा है. प्रारंभिक जांच में पाया गया कि इस फर्जी आपके 15 ऐप में से 5 ऐप में साइबर अपराध क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में 95 शिकायत दर्ज हो चुकी है.
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चाइना में बैठे गिरोह के सरगना: इस फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए देशभर में करोड़ों रुपए की अवैध वसूली करने वाले 5 मास्टरमाइंड चीनी नागरिक हैं. उत्तराखंड एसटीएफ ने इन मुख्य आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए विदेश मंत्रालय से पत्राचार कर उनके भारत में आने जाने की जानकारी और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की है. ताकि उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा सके.

गिरोह के चीनी सरगना के नाम: हांगकांग से भारत में फर्जी चाइनीज लोन एप के जरिए धोखाधड़ी करने वाले 5 चीनी नागरिकों में kuang yongguang उर्फ Bolt (गिरोह का डायरेक्टर), Miao Zhang उर्फ Cicero, Wanzue Li उर्फ Force, He Zhebo उर्फ Leo (डायरेक्टर), Difan Wang उर्फ Scott wang (डायरेक्टर) है.

आरोपी अंकुर ढींगरा ने बताया कि चाइना जाकर वह इस फर्जी लोन कंपनी एप के लोगों से 2019-20 में वह मिला. जिसके बाद उसने भारत में चाइनीज फर्जी लोन एप के जरिए गोरखधंधा शुरू किया. दिल्ली निवासी अंकुर ढींगरा भारत में कमीशन पर काम करता है. अंकुर ने बताया कि भारतीय लोगों के फोन नंबर पर फर्जी कॉल सेंटर से फोन कर लोन देने के नाम पर फंसाया जाता है. इसके बाद लोगों का बैंक खाता, फेसबुक और अन्य तरह के डाटा एकत्र कर उनके फोटो वीडियो को अश्लील तरह से एडिट कर मानसिक शोषण कर लाखों रुपए वसूलते हैं.

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि पिछले साल इसी तरह 15 दिन में धन दोगुना करने वाले चाइनीज पावर बैंक का उत्तराखंड पुलिस ने पर्दाफाश किया था. उसी तर्ज पर यह गिरोह उससे भी बड़े स्तर पर देश में फैला हुआ है. उत्तराखंड पुलिस के इस कार्रवाई के बाद, अब देशभर से इसकी शिकायत अलग-अलग राज्यों की साइबर पुलिस को मिल रही है. ऐसे में आशंका है कि देशभर में सैकड़ों करोड़ की धोखाधड़ी हो सकती है. इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों से भी पत्राचार किया जा रहा है.

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