देहरादून: उत्तराखंड में पुलिस का अभियान रंग लाता हुआ दिखाई दे रहा है. स्थिति यह है कि पिछले 6 महीने में ही पुलिस के हत्थे 4500 से ज्यादा संदिग्ध लग चुके हैं. अपने अभियान के जरिए पुलिस ने सरकार को 95 लाख से ज्यादा का राजस्व पेनल्टी के जरिए भी कमा कर दिया है. खास बात यह है कि इस अभियान के तहत सबसे ज्यादा काम देहरादून और उधम सिंह नगर पुलिस की तरफ से किया गया है.
उत्तराखंड पुलिस का सत्यापन अभियान: उत्तराखंड में 4914 ऐसे संदिग्धों की पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली है जो राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस पूछताछ के दौरान अपनी पहचान छुपाने या गलत जानकारी देने की कोशिश कर रहे थे. दरअसल राज्य में पुलिस विभाग इन दिनों सत्यापन अभियान को बड़े स्तर पर चला रहा है. इस अभियान के तहत राज्य भर में विभिन्न थानों और चौकियों को भी अपने स्तर पर लोगों के सत्यापन की जिम्मेदारी दी गई है. खास बात यह है कि पिछले 6 महीने के दौरान ही पुलिस की तरफ से करीब 181,964 लोगों का सत्यापन किया गया है. इस दौरान पुलिस को ऐसे कई संदिग्ध भी मिले हैं, जिन पर विभिन्न तरह की कार्रवाई भी की गई है. आंकड़ों के रूप में देखें तो पुलिस के अभियान में यह बातें रही बेहद खास.
पिछले 6 महीने में हुईं 4 हजार से ज्यादा गिरफ्तारियां
प्रदेश में कुल 4914 संदिग्ध लोगों की पुलिस ने 6 महीने में की गिरफ्तारी
अभियान को चलाने के लिए राज्य भर में गठित की गई कुल 2013 टीमें
देहरादून और उधम सिंह नगर में पुलिस ने की सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां
उधम सिंह नगर में 2834 तो देहरादून में 1376 संदिग्ध लोगों को किया गिरफ्तार
सत्यापन के दौरान 9,541,460 रुपए पेनल्टी के जरिए पुलिस ने राजस्व पाया
कुल करीब 26,000 लोगों पर लगाई गई पेनल्टी
हरिद्वार जिले में तीसरे नंबर पर 622 संदिग्धों की हुई गिरफ्तारी
संदिग्धों की पहचान के लिए चल रहा अभियान: प्रदेश भर में लोगों की पहचान करने और संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए पुलिस अभियान चला रही है. इसके तहत न केवल किरायेदारों के सत्यापन किए जा रहा है, बल्कि राज्य में काम करने वाले मजदूरों. रेड़ी, ठेली चलाने वाले और विभिन्न पर्यटक स्थलों पर पहुंचने वाले लोगों की भी पहचान की जा रही है. सत्यापन का यह अभियान पिछले 6 महीने से चल रहा है. पुलिस मुख्यालय के स्तर पर दिए गए निर्देशों के क्रम में संदिग्ध पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. इस दौरान फ्लैग मार्च निकालकर भी पुलिस कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने और बड़ी संख्या में सत्यापन के कार्य को करने का काम भी कर रही है.
6 महीने में पुलिस ने 130 बार किया फ्लैग मार्च: सत्यापन के इस काम को करने के लिए करीब 6 महीने में 130 बार पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालने का काम किया है. राज्य भर के 65,174 मजदूरों का सत्यापन हो चुका है. इसी तरह 36,654 ठेली चलाने वालों और 57,186 किरायेदारों का भी सत्यापन हो चुका है. उधर विभिन्न स्थलों पर घूमने वाले 22,953 लोगों का भी सत्यापन किया गया है.
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ADGP वी मुरुगेशन क्या कहते हैं:
"इस मामले को लेकर पुलिस लगातार सत्यापन का कार्य आगे बढ़ा रही है. वहीं पुलिस मुख्यालय ने भी राज्य भर में सत्यापन के अभियान को जारी रखने के निर्देश दिए हैं. अपर पुलिस महानिदेशक वी मुरुगेशन ने बताया कि पुलिस के स्तर पर सभी संदिग्ध मिलने वाले लोगों की गिरफ्तारियों से लेकर उन पर पेनल्टी लगाने का काम किया गया है. इसका लाभ राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर रखने के लिए मिल रहा है."