देहरादून: कांग्रेस आए दिन पोस्टल बैलट को लेकर सवाल खड़े करती आ रही है. साथ ही पोस्टल बैलट प्रक्रिया को लेकर भी निर्वाचन आयोग को कई बार संज्ञान लेने की अपील कर चुके हैं. उत्तराखंड में पोस्टल बैलट को लेकर कांग्रेस कई तरह के आरोप लगाती रही है और इसको लेकर निर्वाचन आयोग में भी कांग्रेस की तरफ से शिकायत कर दी गई है. खास बात यह है कि अब प्रदेश कांग्रेस ने फैसला किया है कि यदि आयोग की तरफ से पोस्टल बैलट में हुई गड़बड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह कोर्ट की भी शरण ले सकती है.
उत्तराखंड में भारतीय सेना में शामिल जवानों और अधिकारियों के पोस्टल बैलट को लेकर कांग्रेस सवाल खड़े कर रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की विभिन्न विधानसभा सीटों में कई ऐसे जवान हैं, जो रिटायर हो चुके हैं. लेकिन उनके भी पोस्टल बैलट के जरिए वोट भेजे गए हैं. यही नहीं कुछ दिवंगत हो चुके पूर्व सैनिकों के भी पोस्टल बैलट भेजे गए हैं. कांग्रेस के इस तरह के गंभीर आरोपों को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने खुद आयोग में इसकी शिकायत भी की है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष तो यहां तक कह चुके हैं कि यदि किसी सीट पर पोस्टल बैलट से जीत होती है तो ऐसी स्थिति में उस पर सवाल खड़े होना तय हैं. इस मामले पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी कहते हैं कि प्रदेश में जिस तरह पोस्टल बैलट में गड़बड़ी हुई है, उसको लेकर फिलहाल तो पार्टी आयोग से मामले में कार्रवाई की उम्मीद लगा रही है. लेकिन यदि पोस्टल बैलट पर हुई गलत वोटिंग को लेकर आयोग की तरफ से कुछ नहीं किया जाता तो ऐसी स्थिति में कांग्रेस कोर्ट की शरण लेने के लिए भी तैयार है.