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EVM मामला: निर्वाचन कार्य से हटाए गए वाराणसी के एडीएम, बरेली के एसडीएम - वाराणसी के एडीएम, बरेली के एसडीएम

वाराणसी के ईवीएम मामले में जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को निर्वाचन कार्यों से अवमुक्त कर दिया (ADM Nalini Kant Singh relieved from election work) गया है. वहीं, बहेड़ी में मतगणना स्थल पर कूड़े की गाड़ी में पोस्टल बैलेट मिलने को लेकर हंगामे (Uproar over getting postal ballot in garbage cart) के बाद चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की.

EVM मामला
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Published : Mar 9, 2022, 9:20 PM IST

Updated : Mar 9, 2022, 10:16 PM IST

वाराणसी/बरेली : उत्तर प्रदेश में ईवीएम बदलने के मामले को लेकर जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को निर्वाचन कार्यों से अवमुक्त कर दिया गया है. नलिनी कांत सिंह को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया था. कौशल राज शर्मा ने बताया कि ईवीएम प्रभारी अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को ईवीएम परिवहन में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निर्वाचन कार्य से हटा दिया (ADM Nalini Kant Singh relieved from election work) गया है.

अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह की जगह पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को ईवीएम प्रभारी बनाया गया है. उन्होंने आगे बताया कि नलिनी कांत सिंह ने जिला निर्वाचन अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी को बगैर सूचित किये वेयरहाउस से ईवीएम निकलवाए थे. इसके कारण उन्हें जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.

चुनाव आयोग ने एडीएम के खिलाफ कार्रवाई का दिया आदेश
अब चुनाव आयोग ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी को वाराणसी के एडीएम एनके सिंह के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है, जिन पर ईवीएम के परिवहन में नियमों के उल्लंघन पर आरोप लगाया गया है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि एडीएम की ओर से चूक यह रही थी कि उन्होंने राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को मूवमेंट के बारे में सूचित नहीं किया था.

दरअसल चुनाव आयोग ने माना है कि ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया और नोडल अधिकारी की ओर से लापरवाही कई गई है. इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है. हालांकि, आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि इन मशीनों को विशेष रूप से केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए निर्धारित और अलग किया गया था और इनका मतदान ईवीएम से कोई संबंध नहीं है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि यह दोहराया जाता है कि तीन स्तरीय सुरक्षित स्ट्रांग रूम से कोई भी मतदान मशीन नहीं निकाली जा सकती है.

बरेली में बहेड़ी की एसडीएम को हटाया गया

वहीं, बरेली जिले के बहेड़ी में मतगणना स्थल पर कूड़े की गाड़ी में पोस्टल बैलेट मिलने को लेकर हंगामे (Uproar over getting postal ballot in garbage cart) के बाद चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की. जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम ने बुधवार को बहेड़ी की एसडीएम पारुल तरार को हटा दिया. इससे पहले बरेली में मंगलवार को मतगणना स्थल पर बहेड़ी नगरपालिका की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तीन संदूकों को पकड़ा था, जिसमें सादा बैलट पेपर और चुनाव सामग्री थी.

पढ़ें : EVM बदलने को लेकर सपा कार्यकर्ता मुस्तैद, पुलिस से तीखी नोकझोंक

इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था. जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के नेताओं को शांत कराया था और मामले की जांच के आदेश दिए थे. लापरवाही बरतने पर दो अधिकारियों पर गाज गिरी. दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई जिलाधिकारी ने अपने स्तर से की. बुधवार को जिला प्रशासन ने आरओ और बहेड़ी की एसडीएम पारुल तरार को हटा दिया. जिला निर्वाचन अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि मामले में पारुल की लापरवाही पायी गयी, इसलिए उन्हें तुरंत हटा दिया गया. उनकी जगह राजेश चंद्र को तैनात किया गया है.

बरेली में मंगलवार को कूड़े की गाड़ी में सादा बैलट पेपर और चुनाव सामग्री मिलने के मामले में जिला अधिकारी ने लापरवाही बरतने के आरोप में दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की. इसमें डिप्टी डीओ का कार्य संभाल रहे बीके सिंह को डिप्टी डीओ के जिम्मेदारी से हटा दिया गया, जबकि एसडीएम बहेड़ी/आरओ को उनके पद से हटाकर दूसरे एसडीएम को बहेड़ी एसडीएम बनाया गया.

वाराणसी/बरेली : उत्तर प्रदेश में ईवीएम बदलने के मामले को लेकर जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को निर्वाचन कार्यों से अवमुक्त कर दिया गया है. नलिनी कांत सिंह को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया था. कौशल राज शर्मा ने बताया कि ईवीएम प्रभारी अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को ईवीएम परिवहन में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निर्वाचन कार्य से हटा दिया (ADM Nalini Kant Singh relieved from election work) गया है.

अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह की जगह पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को ईवीएम प्रभारी बनाया गया है. उन्होंने आगे बताया कि नलिनी कांत सिंह ने जिला निर्वाचन अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी को बगैर सूचित किये वेयरहाउस से ईवीएम निकलवाए थे. इसके कारण उन्हें जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.

चुनाव आयोग ने एडीएम के खिलाफ कार्रवाई का दिया आदेश
अब चुनाव आयोग ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी को वाराणसी के एडीएम एनके सिंह के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है, जिन पर ईवीएम के परिवहन में नियमों के उल्लंघन पर आरोप लगाया गया है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि एडीएम की ओर से चूक यह रही थी कि उन्होंने राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को मूवमेंट के बारे में सूचित नहीं किया था.

दरअसल चुनाव आयोग ने माना है कि ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन में प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया और नोडल अधिकारी की ओर से लापरवाही कई गई है. इसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की है. हालांकि, आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि इन मशीनों को विशेष रूप से केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए निर्धारित और अलग किया गया था और इनका मतदान ईवीएम से कोई संबंध नहीं है. चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि यह दोहराया जाता है कि तीन स्तरीय सुरक्षित स्ट्रांग रूम से कोई भी मतदान मशीन नहीं निकाली जा सकती है.

बरेली में बहेड़ी की एसडीएम को हटाया गया

वहीं, बरेली जिले के बहेड़ी में मतगणना स्थल पर कूड़े की गाड़ी में पोस्टल बैलेट मिलने को लेकर हंगामे (Uproar over getting postal ballot in garbage cart) के बाद चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की. जिला निर्वाचन अधिकारी और डीएम ने बुधवार को बहेड़ी की एसडीएम पारुल तरार को हटा दिया. इससे पहले बरेली में मंगलवार को मतगणना स्थल पर बहेड़ी नगरपालिका की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तीन संदूकों को पकड़ा था, जिसमें सादा बैलट पेपर और चुनाव सामग्री थी.

पढ़ें : EVM बदलने को लेकर सपा कार्यकर्ता मुस्तैद, पुलिस से तीखी नोकझोंक

इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था. जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के नेताओं को शांत कराया था और मामले की जांच के आदेश दिए थे. लापरवाही बरतने पर दो अधिकारियों पर गाज गिरी. दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई जिलाधिकारी ने अपने स्तर से की. बुधवार को जिला प्रशासन ने आरओ और बहेड़ी की एसडीएम पारुल तरार को हटा दिया. जिला निर्वाचन अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि मामले में पारुल की लापरवाही पायी गयी, इसलिए उन्हें तुरंत हटा दिया गया. उनकी जगह राजेश चंद्र को तैनात किया गया है.

बरेली में मंगलवार को कूड़े की गाड़ी में सादा बैलट पेपर और चुनाव सामग्री मिलने के मामले में जिला अधिकारी ने लापरवाही बरतने के आरोप में दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की. इसमें डिप्टी डीओ का कार्य संभाल रहे बीके सिंह को डिप्टी डीओ के जिम्मेदारी से हटा दिया गया, जबकि एसडीएम बहेड़ी/आरओ को उनके पद से हटाकर दूसरे एसडीएम को बहेड़ी एसडीएम बनाया गया.

Last Updated : Mar 9, 2022, 10:16 PM IST
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