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हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर, रमाबाई अंबेडकर मैदान के पास बनेगा हेलीपैड

उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग ने जॉय राइड हेलीकॉप्टर सेवा से करार करके पर्यटकों को धार्मिक स्थलों की हवाई सैर करने की योजना तैयार कर ली है. इस योजना को पीपीपी माॅडल पर तैयार किया है. इसकी शुरुआत लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान से होगी.

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Published : Mar 24, 2023, 10:35 PM IST

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.

लखनऊ : राजधानी में लंबे समय से पेंडिंग हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने की अनुमति मिल गई है. जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जाएगी. इस योजना को पीपीपी मॉडल के तहत शुरू की जाएगी. इसके बाद जल्द ही लोग राजधानी लखनऊ की भव्यता आसमान से देख सकेंगे. इसके अलावा पर्यटक लखनऊ के दर्शन करने के साथ ही इस सेवा का लाभ आसपास के धार्मिक स्थलों तक जाने में उठा सकते हैं. पर्यटन विभाग पहले इस सेवा को लखनऊ में शुरू करने वाला था, लेकिन अब जॉय राइड हेलीकॉप्टर सेवा को विस्तारित कर अब इसे धार्मिक स्थलों तक बढ़ा दिया है. इस हेलीकॉप्टर सेवा को पहले तीन प्रमुख धार्मिक स्थल अयोध्या, नैमिषारण्य व श्रावस्ती के लिए शुरू किया जाएगा. जिसके लिए अलग-अलग पैकेज विभाग की ओर से तैयार किए जा रहे हैं.

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.
हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.


लखनऊ में रमाबाई मैदान के पास हेलीपैड के लिए जमीन मिली : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि राजधानी में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विभाग बीते पांच साल से लगातार बेहतर काम कर रहा है. इसी के तहत करीब चार वर्ष पूर्व जॉय राइड हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने का प्लान बनाया गया था. इस योजना के लिए बीते चार साल से हेलीपैड के लिए जगह न मिलने और बाद में कोरोना आ जाने के कारण यह योजना लटक गई थी. प्रमुख सचिव ने बताया कि अब दोबारा इसको अपग्रेड कर शुरू करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए रमाबाई आंबेडकर पार्क के पीछे शहीद पथ के पास हेलीपैड के लिए जमीन ली जा चुकी है और वहां हेलीपैड बनाने की तैयारी चल रही है. यह योजना पीपीपी मॉडल पर चलाई जाएगी. जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता कंपनियों से इसके लिए करार किया जाएगा. ताकि पैकेज और किराया आदि का निर्धारण किया जा सके. उन्होंने बताया कि इस सेवा से पर्यटक न केवल राजधानी की सैर कर सकेंगे बल्कि इसके अलावा इसका लाभ नैमिषारण्य, अयोध्या, दुधवा नेशनल पार्क, श्रावस्ती और कपिलवस्तु पर्यटक स्थलों तक आने जाने का भी मौका मिलेगा. इन स्थलों जगहों पर हेलीपैड बनाने के लिए विभाग को जमीन सरकार की तरफ से मिल चुकी है. जल्द ही हेलीपैड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.
हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि यह योजना उन पर्यटकों के लिए लाभकारी होगी जो एक ही दिन में इन जगहों पर जाने का प्लान बनाते हैं. वहीं बौद्ध स्थल जुड़ने से राजधानी आने वाले बौद्ध धर्म के अनुयायी और पर्यटक इन स्थलों पर एक ही दिन में जाकर वापस आ सकेंगे. इन स्थलों के लिए पैकेज भी तैयार किए जाएंगे, ताकि पर्यटक अपनी पसंद अनुसर पैकेज का चयन कर सकें. जिसका फायदा पर्यटकों और विभाग दोनों को मिल सके. आगे चलकर अन्य स्थलों को भी इस सेवा से जोड़ा जा सकता है. उन्होंने बताया कि आगरा के लिए हेलीपैड सेवा के लिए कंपनी का चयन हो चुका है. इसके अलावा वाराणसी में भी कंपनी के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है. राजधानी लखनऊ में जमीन मिल गई हेलिपैड बनाने का काम शुरू होने जा रहा है.

यह भी पढ़ें : राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के बाद कांग्रेस में मंथन, सोनिया-खड़गे रहे मौजूद

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.

लखनऊ : राजधानी में लंबे समय से पेंडिंग हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने की अनुमति मिल गई है. जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जाएगी. इस योजना को पीपीपी मॉडल के तहत शुरू की जाएगी. इसके बाद जल्द ही लोग राजधानी लखनऊ की भव्यता आसमान से देख सकेंगे. इसके अलावा पर्यटक लखनऊ के दर्शन करने के साथ ही इस सेवा का लाभ आसपास के धार्मिक स्थलों तक जाने में उठा सकते हैं. पर्यटन विभाग पहले इस सेवा को लखनऊ में शुरू करने वाला था, लेकिन अब जॉय राइड हेलीकॉप्टर सेवा को विस्तारित कर अब इसे धार्मिक स्थलों तक बढ़ा दिया है. इस हेलीकॉप्टर सेवा को पहले तीन प्रमुख धार्मिक स्थल अयोध्या, नैमिषारण्य व श्रावस्ती के लिए शुरू किया जाएगा. जिसके लिए अलग-अलग पैकेज विभाग की ओर से तैयार किए जा रहे हैं.

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.
हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.


लखनऊ में रमाबाई मैदान के पास हेलीपैड के लिए जमीन मिली : प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि राजधानी में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विभाग बीते पांच साल से लगातार बेहतर काम कर रहा है. इसी के तहत करीब चार वर्ष पूर्व जॉय राइड हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने का प्लान बनाया गया था. इस योजना के लिए बीते चार साल से हेलीपैड के लिए जगह न मिलने और बाद में कोरोना आ जाने के कारण यह योजना लटक गई थी. प्रमुख सचिव ने बताया कि अब दोबारा इसको अपग्रेड कर शुरू करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए रमाबाई आंबेडकर पार्क के पीछे शहीद पथ के पास हेलीपैड के लिए जमीन ली जा चुकी है और वहां हेलीपैड बनाने की तैयारी चल रही है. यह योजना पीपीपी मॉडल पर चलाई जाएगी. जल्द ही हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता कंपनियों से इसके लिए करार किया जाएगा. ताकि पैकेज और किराया आदि का निर्धारण किया जा सके. उन्होंने बताया कि इस सेवा से पर्यटक न केवल राजधानी की सैर कर सकेंगे बल्कि इसके अलावा इसका लाभ नैमिषारण्य, अयोध्या, दुधवा नेशनल पार्क, श्रावस्ती और कपिलवस्तु पर्यटक स्थलों तक आने जाने का भी मौका मिलेगा. इन स्थलों जगहों पर हेलीपैड बनाने के लिए विभाग को जमीन सरकार की तरफ से मिल चुकी है. जल्द ही हेलीपैड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.
हेलीकॉप्टर से कर सकेंगे यूपी के धार्मिक स्थलों की सैर.

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि यह योजना उन पर्यटकों के लिए लाभकारी होगी जो एक ही दिन में इन जगहों पर जाने का प्लान बनाते हैं. वहीं बौद्ध स्थल जुड़ने से राजधानी आने वाले बौद्ध धर्म के अनुयायी और पर्यटक इन स्थलों पर एक ही दिन में जाकर वापस आ सकेंगे. इन स्थलों के लिए पैकेज भी तैयार किए जाएंगे, ताकि पर्यटक अपनी पसंद अनुसर पैकेज का चयन कर सकें. जिसका फायदा पर्यटकों और विभाग दोनों को मिल सके. आगे चलकर अन्य स्थलों को भी इस सेवा से जोड़ा जा सकता है. उन्होंने बताया कि आगरा के लिए हेलीपैड सेवा के लिए कंपनी का चयन हो चुका है. इसके अलावा वाराणसी में भी कंपनी के चयन की प्रक्रिया अंतिम दौर में है. राजधानी लखनऊ में जमीन मिल गई हेलिपैड बनाने का काम शुरू होने जा रहा है.

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