लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश के 9 जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के तहत सोमवार यानी 7 फरवरी को मतदान होगा. रविवार को चुनाव आयोग ने 9 जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान की सभी तैयारियों के पूरे होने का दावा किया है. चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला (Chief Electoral Officer Ajay Kumar Shukla) ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों में पैरा मिलिट्री फोर्सेज की निगरानी में निष्पक्ष और पारदर्शिता के साथ मतदान की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि 383-चकिया (अजा) (जनपद-चंदौली) और 401-राबटर्सगंज (जनपद-सोनभद्र) और 403-दुद्धी (अ.ज.जा.) (जनपद-सोनभद्र) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगा. शेष 51 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा.उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की ओर से निष्पक्ष, सुरक्षित और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक इंतजाम और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है. कोविड-19 को देखते हुए मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैंड सैनिटाइजर, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की व्यवस्था की गई है.
सातवें चरण के मतदान में 2.06 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 1.09 करोड़ पुरुष, 97.08 लाख महिला तथा 1027 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं. इस चरण में कुल 54 विधानसभा क्षेत्रों में 613 प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें 75 महिला प्रत्याशी हैं. इस चरण के चुनाव में कुल 23,614 मतदेय स्थल और 12,210 मतदान केंद्र हैं. मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 52 सामान्य प्रेक्षक, 9 पुलिस प्रेक्षक और 17 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं.
उक्त के अतिरिक्त 1621 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 195 जोनल मजिस्ट्रेट, 222 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2796 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक, एक वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 2 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं जो कि क्षेत्र में रहकर संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया का पर्यवेक्षण करेंगे. मतदान की मॉनीटरिंग के लिए प्रत्येक जनपद के 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग तीनोें स्तर पर किया जाएगा.
चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने हेतु पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है. प्रत्येक मतदान केंद्र पर अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है. ईवीएम के स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अर्द्ध सैनिक बलों को दी गई है. चुनाव प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए 5510 भारी वाहन, 4521 हल्के वाहन और 104058 मतदान कमर्चारी लगाए गए हैं.
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चुनाव में सभी 23,614 मतदेय स्थलों के लिए मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम और वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई है. सभी जनपदों में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कमर्चारियों की व्यवस्था की गई है जिससे कि ईवीएम अथवा वीवीपैट में किसी समस्या के स्थिति में तत्काल उसका निराकरण कराया जा सके. इस चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केन्द्र और 81 महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाये गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने मतदाताओं से अपने मताधिकार का उपयोग करते हुए मतदान किए जाने की अपील की है.