लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदन के तीसरे दिन की कार्यवाही जारी है. सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव आज तीसरे दिन भी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि विकास नहीं बल्कि सरकार सांप्रदायिकता को आगे बढ़ा रही है. बता दें कि सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित हैं. कल भी सीएम योगी और अखिलेश यादव के बीच नोंकझोंक हुई थी.
सत्र की शुरुआत में सपा विधायक ने कोरोना के दौरान प्रतिष्ठानों के बिजली बिलों की माफी को लेकर सवाल किए. वहीं कोरोना के समय विदेशी फ्लाइट्स को समय पर न रोके जानें को लेकर भी सवाल उठाया. बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानमंडल के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया था, विपक्ष की तरफ से राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान काफी शोर-शराबा और हंगामा हुआ था. दूसरे दिन भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी गई.
आज तीसरे दिन सदन की कार्यवाही में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा होगी और प्रश्नकाल के अंतर्गत सदन के सदस्य जनहित की समस्याओं को लेकर सवाल पूछेंगे. इसके अलावा सदन में अन्य कामकाज निपटाया जाएगा. बजट सत्र के चौथे दिन 26 मई को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य सरकार अपना बजट पेश करेगी. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना करीब 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का बजट पेश करेंगे.
दूसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा प्रश्नकाल और निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया था. सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने विचार रखे थे नेता प्रतिपक्ष के तमाम आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया था.मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने विधानसभा में कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया था. उन्होंने कहा कि जीरो टॉलरेंस बात करने वाली सरकार और कोई कल्पना नहीं कर सकता कि ये वही यूपी है, यहां जीरो टॉलरेंस की बात हो रही है. उन्होंने 19 साल की युवती से हुई दुष्कर्म की घटना का जिक्र किया. इसका जवाब खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने खड़े होकर दिया था.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी विधानसभा 2022 के चुनाव में भी कुछ लोगों ने हरकत की थी. कुछ लोगों ने गर्मी दिखाने की बात की और गर्मी शांत हो गई है. पुलिस ने कुछ घंटों के अंदर मामला शांत किया. पहले की सरकार में 700 से ज्यादा अधिक दंगे हुए थे. उन्होंने कहा कि 2017 से 22 के बीच में कोई दंगा नहीं हुआ है. अनावश्यक शोरगुल खत्म हो इस पर हमने काम किया है. एक लाख से ज्यादा माइक हटे या फिर आवाज कम हुई है. पहले हर चीज राजनीति के चश्मे से देखी जाती थी. अलविदा की नमाज भी इस बार सड़क पर नहीं हुई. सभी त्यौहार शांतिपूर्ण मनाए गए हैं.
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