अमरावती : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को लिखे पत्र में नेता प्रतिपक्ष एन चंद्रबाबू नायडू (Leader of Opposition N Chandrababu Naidu) ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी (CM Y S Jagan Mohan Reddy) की अलोकतांत्रिक सरकार के कारण आंध्र प्रदेश के पांच करोड़ लोग मई 2019 के बाद से अभूतपूर्व और कष्टदायक समय से जूझ रहे हैं. नायडू ने प्रधानमंत्री को संबोधित 10 पन्नों के पत्र में रेड्डी के खिलाफ कई आरोप लगाए. साथ ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को मानसिक रूप से विकृत तक करार दिया.
नायडू ने लिखा, 'रेड्डी द्वारा विकृत दिमाग से किए गए अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों के कारण मई 2019 से आंध्र प्रदेश और पांच करोड़ से अधिक तेलुगु लोग अभूतपूर्व और सबसे कष्टदायक समय का सामना कर रहे हैं.' पत्र को सही ठहराते हुए नायडू ने दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित करने के लिए नेता प्रतिपक्ष के रूप में इसे लोकतंत्र के हित में लिखा है. पत्र में उन्होंने आंध्र प्रदेश में कथित हिंसा, निरंकुशता और अन्य उल्लंघनों पर प्रकाश डालने के लिए कई मामलों का भी जिक्र किया. तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख नायडू ने कहा कि राज्य में संवैधानिक संस्थाओं को कथित तौर पर नष्ट किए जाने और न्यायपालिका एवं केंद्रीय एजेंसियों पर हमले की घटनाएं आम बात हो गई हैं.
बता दें कि हाल ही में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू और पार्टी के 20 अन्य नेताओं पर अन्नामय्या जिले में हाल ही में हुई हिंसा के संबंध में हत्या के प्रयास, दंगा भड़काने और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया गया है. उमपति रेड्डी की शिकायत पर मुदिवेदु थाने में दर्ज प्राथमिकी में चंद्रबाबू नायडू को आरोपी नंबर एक बनाया गया है. वहीं पूर्व मंत्री देवीनेनी उमा, वरिष्ठ नेता अमरनाथ रेड्डी, विधान परिषद सदस्य भूमिरेड्डी रामगोपाल रेड्डी, नल्लारी किशोर, डी. रमेश, जी. नरहरि, एस. चिन्नाबाबू, पी. नानी और अन्य का भी नाम लिया गया.
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(एजेंसी)