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केएपीपी की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ संचालन किया शुरू, पीएम मोदी ने बताया भारत की बड़ी उपलब्धि - परमाणु विद्युत परियोजना

गुजरात के काकरापार स्थित परमाणु विद्युत परियोजना की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ संचालन शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी है.

Prime Minister Narendra Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 31, 2023, 10:42 PM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गुजरात के काकरापार स्थित परमाणु विद्युत परियोजना (केएपीपी) की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ संचालन शुरू कर दिया है. उन्होंने इसे एक और उपलब्धि बताया और इसके लिए वैज्ञानिकों व इंजीनियरों को बधाई दी. केएपीपी-3 अपनी तरह का 700 मेगावाट क्षमता का प्रथम स्वदेशी दाबित भारी पानी रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) है.

इसे भारतीय वैज्ञानिकों और अभियंताओं द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है. प्रधानमंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि 'भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की. गुजरात में 700 मेगावाट क्षमता वाले पहले सबसे बड़े स्वदेशी काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर दिया है. हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई.'

बता दें कि हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि साल 1947 में दर्ज किए गए 1,362 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमते से लेकर अब तक भारत ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. मार्च 2023 तक के आंकड़े देखें तो तापीय और नवीकरणीय ऊर्जा दोनों में 4,16,059 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया है.

चूंकि भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे में केंद्र सरकार साल 2030 तक 12,455 मेगावाट और 41,300 मेगावाट की ज्वारीय और तरंग ऊर्जा का पता लगाया जाएगा. आपकी जानकारी के बता दें कि भारत में साल 1950 में बिजली का उत्पादन 1,713 मेगावाट था, जो 2022-23 में बढ़कर 15,11,847 मेगावाट पहुंच चुका है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि गुजरात के काकरापार स्थित परमाणु विद्युत परियोजना (केएपीपी) की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ संचालन शुरू कर दिया है. उन्होंने इसे एक और उपलब्धि बताया और इसके लिए वैज्ञानिकों व इंजीनियरों को बधाई दी. केएपीपी-3 अपनी तरह का 700 मेगावाट क्षमता का प्रथम स्वदेशी दाबित भारी पानी रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) है.

इसे भारतीय वैज्ञानिकों और अभियंताओं द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है. प्रधानमंत्री ने सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि 'भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की. गुजरात में 700 मेगावाट क्षमता वाले पहले सबसे बड़े स्वदेशी काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इकाई-3 ने पूरी क्षमता के साथ काम करना शुरू कर दिया है. हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई.'

बता दें कि हाल ही में जानकारी सामने आई थी कि साल 1947 में दर्ज किए गए 1,362 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमते से लेकर अब तक भारत ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. मार्च 2023 तक के आंकड़े देखें तो तापीय और नवीकरणीय ऊर्जा दोनों में 4,16,059 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया गया है.

चूंकि भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे में केंद्र सरकार साल 2030 तक 12,455 मेगावाट और 41,300 मेगावाट की ज्वारीय और तरंग ऊर्जा का पता लगाया जाएगा. आपकी जानकारी के बता दें कि भारत में साल 1950 में बिजली का उत्पादन 1,713 मेगावाट था, जो 2022-23 में बढ़कर 15,11,847 मेगावाट पहुंच चुका है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

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