जोधपुर. सूर्य नगरी जोधपुर के 565वें स्थापना दिवस पर मेहरानगढ़ दुर्ग में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मेहरानगढ़ दुर्ग को अभैद्य बताते हुए कहा कि मेहरानगढ़ की तरह ही हिंदुस्तान भी अभेद्य रहना चाहिए. मेहरानगढ़ दुर्ग के मानसई परकोटे के चौक में अयोजित इस कार्यक्रम में मारवाड़ की 19 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जोधपुर का किला अभेद्य रहा है. मां चामुंडा से यही प्रार्थना है कि हिंदुस्तान भी सुरक्षित और अभेद्य रहे. हिंदुस्तान न कभी झुके, न कभी पीछे हटे, सभी सौहार्द प्रेम से रहें. उन्होने पूर्व नरेश गज सिंह और पूरी टीम को साधुवाद दिया. उन्होंने कहा की विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं को सम्मानित करना बेहद महत्वपूर्ण है. मैं यहां मंत्री के रूप में नहीं,बल्कि नागरिक के रूप में उपस्थित हुई हूं.
जस्टिस भाटी ने बताए दायित्वः कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस पुष्पेंद्र सिंह भाटी ने कहा कि संविधान में जनता को अधिकारों के साथ-साथ दायित्व भी दिए हैं. सभी नागरिकों को अपने दायित्वों का भी निर्वहन करना चाहिए. उन्होंने पूर्व नरेश गजसिंह की ओर से प्रतिवर्ष जोधपुर स्थापना दिवस पर आयोजित किए जाने के लिए सम्मान समारोह के लिए उनका अभिनंदन किया. पूर्व नरेश गजसिंह ने सभी अतिथियों का आभार जताते हुए जोधपुर स्थापना दिवस पर सभी को बधाई दी. इस दौरान विधायक सूर्यकांता व्यास भी मौजूद रहीं.
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इनका हुआ सम्मानः समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को राव सीहाजी सम्मान, मिस एनी विसेंट को महाराजा सर प्रताप सिंह सम्मान, समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए रावल किशन सिंह श्रीरानी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल को राव जोधाजी सम्मान दिया गया. वहीं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. रमेश रलिया को महाराजा हनुमंत सिंह सम्मान, सामान्य नागरिक और रक्षा कर्मों के लिए असाधारण बहादुरी के क्षेत्र में रिटायर आईजी मदन सिंह को मेजर दलपत सिंह सम्मान दिया गया.
पारंपरिक कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट और उल्लेखनीय कार्य के लिए अनुपम शाह को कुंवर करनी सिंह जसोल सम्मान, राजस्थानी लोक संगीत और पारंपरिक कालबेलिया नृत्य के क्षेत्र में कालू नाथ कालबेलिया को पदमश्री कोमल कोठारी सम्मान, लोक संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मरणोपरांत स्वर्गीय लीला देवी सोमानी को महाराजा विजय सिंह सम्मान दिया गया. इसी प्रकार धरोहर संरक्षण के क्षेत्र में ओंकार सिंह लखावत को महाराजा मानसिंह सम्मान, प्राकृतिक विरासत और वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में डॉक्टर श्रवण सिंह राठौड़ को महाराजा उम्मेद सिंह सम्मान, महिला सशक्तिकरण में ऐश्वर्या भाटी को राजदादीसा बदन कुंवर भटियाणी सम्मान दिया गया.
अजीज प्रेमजी फाउंडेशन को राजमाता कृष्णा कुमारी सम्मान, रतन सिंह राजपुरोहित को गज सिंह द्वितीय सम्मान प्रदान किया गया. वहीं क्रिकेट में रवि बिश्नोई को युवराज शिवराज सिंह सम्मान, पत्रकारिता के क्षेत्र में मारवाड़ मैगजीन को मुहता नैनसी सम्मान, राजस्थानी भाषा साहित्य को बढ़ावा देने के लिए भंवरलाल सुथार को पदम श्री सीताराम लालस सम्मान, राजस्थानी भाषा काव्य साहित्य क्षेत्र में बीकानेर के हनुमंत किंकर को डॉ नारायण सिंह भाटी मालूंगा सम्मान दिया गया. साथ ही जान बचाने के लिए मरणोपरांत सुरेंद्र सिंह को राजाराम मेघवाल सम्मान से सम्मानित किया गया. आजादी से पहले कानून और न्याय क्षेत्र में योगदान के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता लेखराज मेहता को लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान दिया गया.