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रामदास अठावले की मांग, फेल हो गई उद्भव सरकार, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की जरूरत - हनुमान चालीसा विवाद पर रामदास अठावले

केंद्रीय न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले सोमवार महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. सोमवार को हरियाणा के करनाल पहुंचे अठावले ने महाराष्ट्र के सीएम उद्भव ठाकरे पर राज्य पर शांति बनाए रखने में असफल रहने का आरोप लगाया है.

ramdas athawale
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Published : Apr 25, 2022, 9:35 PM IST

करनाल: केंद्रीय न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार राज्य में शांति बनाए रखने में असफल रही है, इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन (ramdas athawale demanded president rule in maharashtra) लगाना चाहिए. सोमवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के करनाल पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था लैप्स हो चुकी है. इस दौरान उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा और हनुमान चालीसा विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी.

रामदास अठावले ने कहा कि हनुमान चालीसा मुख्यमंत्री के घर के सामने करने का छोटा आंदोलन था. ऐसे में आंदोलनकारियों पर राष्ट्रद्रोह का केस लगाना गलत है. उन्होंने कहा कि पुलिस बीजेपी सांसद किरीट सोमैया की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही, ये हिटलरशाही हो रही है. इस पूरे मामले को लेकर वह गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि अजान का विरोध करना गलत है.

जहांगीरपुरी हिंसा और हनुमान चालीसा विवाद पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने क्या कहा, सुनें उनकी प्रतिक्रिया.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि हम हर धर्म के पक्ष में हैं. समान नागरिक संहिता कानून का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि लोग कई साल से इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं. देश में सबके लिए कानून समान होना चाहिए. दिल्ली जहांगीर पुरी में हुई हिंसा पर अठावले ने कहा कि देश में अशांति फैलाने की काशिश जरूर हुई थी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली में रामनवमी पर जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस में कुछ लोगों ने पथराव किया. हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनकी पार्टी मुस्लिम और मस्जिद की सुरक्षा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि दादागिरी करने वाली भूमिका का हम कड़ा विरोध करते हैं. समाज में शांति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी सबका विकास, सबका साथ की पॉलिसी लाए हैं. हम वातावरण बिगाड़ने की कोशिश नहीं करने देंगे.

क्या है हनुमान चालीसा विवाद? बीजेपी सांसद नवनीत राणा और उनके पति ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. राणा दंपति के इस ऐलान के बाद शनिवार को सुबह से उनके घर के बाहर भारी संख्या में शिवसैनिक जुट गए. उन्होंने दिनभर राणा दंपत्ति के घर के बाहर हंगामा किया. शिवसैनिकों ने राणा दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा कि राणा दंपति ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.

पढ़ें : बॉक्सर बिजेंदर सिंह छोड़ेंगे कांग्रेस का हाथ, थामेंगे आम आदमी पार्टी की झाड़ू

करनाल: केंद्रीय न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार राज्य में शांति बनाए रखने में असफल रही है, इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन (ramdas athawale demanded president rule in maharashtra) लगाना चाहिए. सोमवार को एक कार्यक्रम में पहुंचे हरियाणा के करनाल पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था लैप्स हो चुकी है. इस दौरान उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा और हनुमान चालीसा विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी.

रामदास अठावले ने कहा कि हनुमान चालीसा मुख्यमंत्री के घर के सामने करने का छोटा आंदोलन था. ऐसे में आंदोलनकारियों पर राष्ट्रद्रोह का केस लगाना गलत है. उन्होंने कहा कि पुलिस बीजेपी सांसद किरीट सोमैया की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही, ये हिटलरशाही हो रही है. इस पूरे मामले को लेकर वह गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि अजान का विरोध करना गलत है.

जहांगीरपुरी हिंसा और हनुमान चालीसा विवाद पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने क्या कहा, सुनें उनकी प्रतिक्रिया.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि हम हर धर्म के पक्ष में हैं. समान नागरिक संहिता कानून का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि लोग कई साल से इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं. देश में सबके लिए कानून समान होना चाहिए. दिल्ली जहांगीर पुरी में हुई हिंसा पर अठावले ने कहा कि देश में अशांति फैलाने की काशिश जरूर हुई थी.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली में रामनवमी पर जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस में कुछ लोगों ने पथराव किया. हालांकि उन्होंने साफ किया कि उनकी पार्टी मुस्लिम और मस्जिद की सुरक्षा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि दादागिरी करने वाली भूमिका का हम कड़ा विरोध करते हैं. समाज में शांति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी सबका विकास, सबका साथ की पॉलिसी लाए हैं. हम वातावरण बिगाड़ने की कोशिश नहीं करने देंगे.

क्या है हनुमान चालीसा विवाद? बीजेपी सांसद नवनीत राणा और उनके पति ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. राणा दंपति के इस ऐलान के बाद शनिवार को सुबह से उनके घर के बाहर भारी संख्या में शिवसैनिक जुट गए. उन्होंने दिनभर राणा दंपत्ति के घर के बाहर हंगामा किया. शिवसैनिकों ने राणा दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा कि राणा दंपति ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.

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