सांबा/जम्मू : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (Union Minister Jitendra Singh) और नेशनल कान्फ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में शहीद हुए पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के लिए शनिवार को आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में शामिल हुए (special prayers for fallen jawans).
बुधवानी में जगन्नाथ मंदिर के प्रांगण में संत बाल योगेश्वर दास महाराज द्वारा आयोजित 39वें 'अति महाविष्णु यज्ञ' के आयोजन स्थल पर अब्दुल्ला सबसे पहले पहुंचने वाले लोगों में शामिल थे. उन्होंने भारत को मजबूत बनाने के लिए एकता की आवश्यकता पर बल दिया.
अब्दुल्ला के बाद, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह भी वहां पहुंचे और प्रार्थना सभा में शामिल हुए. प्रार्थना सभा में उन सुरक्षाकर्मियों के 100 से अधिक परिवार के सदस्य शामिल हुए, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया. यह 11 दिवसीय 'महाविष्णु यज्ञ' 26 जनवरी को शुरू हुआ था और शहीद कर्मियों के परिजनों की सुविधा के लिए विशाल परिसर के अंदर कुल 108 हवन कुंड स्थापित किए गए हैं.
अब्दुल्ला ने पत्रकारों से कहा, 'गुरुजी शहीदों के परिवारों के दर्द को दूर करने के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. सरकार परिवारों को वित्तीय सहायता और अन्य सहायता प्रदान कर सकती है.'
उन्होंने कहा, 'हमें शांति और भाईचारा बनाए रखना है क्योंकि विविधता में एकता ही भारत की ताकत है. गुरुजी बिना किसी भेदभाव के सभी से प्रेम करते हैं और हमें अपने देश को प्रेम का धाम बनाने के लिए सही मायनों में उनका अनुसरण करने की आवश्यकता है.'
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की असली क्षमता हमारी एकता में निहित है. जम्मू में हमारे लोगों का रोजमर्रा का जीवन ऐसे उदाहरण पेश करता है जो भारत के विचार को जीवंत करते हैं और मानवता में हमारे विश्वास को बहाल करते हैं. अब्दुल्ला के साथ जम्मू प्रांत के अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता भी थे.
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(भाषा इनपुट के साथ)