कोझिकोड : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के कारण दो मौतें होने की पुष्टि की. राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान पुणे में सैम्पल की जांच के बाद इस वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई. उन्होंने कहा कि स्थिति का जायजा लेने और निपाह वायरस संक्रमण के प्रबंधन में राज्य सरकार की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम केरल भेजी गई है. केंद्र सरकार निपाह वायरस प्रबंधन में केरल सरकार को हर संभव सहायता देगी. वहीं देर शाम केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि कोझिकोड में चार लोग निपाह वायरस से संक्रमित हैं.
गौरतलब है कि सोमवार को कोझिकोड से बुखार के कारण दो अप्राकृतिक मौतों की सूचना मिली थी. केरल स्वास्थ्य विभाग ने कल रात जारी एक बयान में कहा कि मृतकों में से एक के रिश्तेदार भी आईसीयू में भर्ती हैं. पहले संदिग्ध की 30 अगस्त को कोझिकोड में मौत हुई. वह मारुथोंकारा का मूल निवासी था और उसे 27 अगस्त को कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके सैंपल की जांच नहीं हो सकी है. मरने वाला दूसरा व्यक्ति वह था जो इलाज के दौरान पहले मरीज से मिलने गया था और बाद में वह भी संक्रमित हो गया था. अयानचेरी के इस 40 वर्षीय मूल निवासी का वडकारा के एक अस्पताल में चार दिनों से इलाज चल रहा था. कोझिकोड के एक निजी अस्पताल ले जाने के बाद सोमवार को उसकी भी मृत्यु हो गई. बीमारी के लक्षणों पर संदेह करते हुए, अस्पताल के अधिकारियों ने शरीर के तरल पदार्थ को परीक्षण के लिए भेजा. उनका शव उनके परिजनों को नहीं सौंपा गया है.
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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, घातक वायरस की जांच के लिए केरल के चार और लोगों के नमूने पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं. इस बीच, केरल सरकार ने मंगलवार को कोझिकोड में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया और लोगों को एहतियात के तौर पर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि सरकार दो लोगों की मौत को गंभीरता से ले रही है और स्वास्थ्य विभाग ने कोझिकोड में अलर्ट जारी किया है.
बता दें कि केरल के पहले निपाह मामले की पुष्टि मई 2018 में पेरम्बरा में हुई थी. 18 लोगों ने इस बीमारी से दम तोड़ा था. बाद में 2021 में, चथमंगलम के पाजूर में एक 12 वर्षीय लड़के की भी निपाह वायरस के संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल डरने की कोई बात नहीं है, लेकिन अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)