श्योपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व अभ्यारण में लगातार हो रही चीतों की मौत को लेकर मोदी और राज्य सरकार चिंता में है और इसी को लेकर केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव मंगलवार शाम को जिले के कूनो नेशनल पार्क का दौरा करने श्योपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए, इसके साथ ही उन्होंने कूनो से हाल ही में विस्थापित किए गए बागचा गांव पहुंचकर वहां के हालात देखें और चीतों की शिफ्टिंग को लेकर भी बात की.
कूनो नेशनल पार्क में ही रहेंगे चीते: पत्रकारों से चर्चा के दौरान केंद्रीय वन मंत्री ने फिलहाल चीतों को दूसरे राष्ट्रीय उद्यानों में शिफ्ट करने से साफ इनकार करते हुए कहा कि "सबसे पहले कूनों में चीता प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिसे यही सक्सेस किया जाएगा. इसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था के लिए आवश्यकता पड़ने पर दूसरे स्थानों के बारे में सोचा जाएगा." इसके अलावा चीतों की लगातार मौत होने के मामले में सवाल पूछने पर वह बिना जवाब दिए ही चले गए.
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जवाब से बचते नजर आए केंद्रीय वन मंत्री: केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव ने कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट को लेकर कहा कि, "हमारे अधिकारी और हमारी टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है, मैं खुद कई बार यहां आकर स्थितियां देखता हूं, सब लोग ठीक तरह से काम कर रहे हैं. चीता प्रोजेक्ट को सबसे पहले कूनो नेशनल पार्क में शुरू किया गया था, यहीं पर इसे डिवेलप किया जाएगा. वैकल्पिक व्यवस्था के लिए दूसरी जगह भी व्यवस्थाएं रखनी पड़ती हैं, इस पर दूसरे चरण में काम किया जाएगा." चीतों की मौत के मामले में केंद्रीय वन मंत्री चुप्पी साध गए, इसके अलावा जब उनसे स्कूलों के टिकटोली गेट को पर्यटकों के लिए खोले जाने के मामले में सवाल किया गया तो उन्होंने इस पर भी जवाब नहीं दिया.